भोपाल। गांधी मेडिकल कॉलेज सहित हमीदिया अस्पताल, सुल्तानिया हॉस्पिटल, क्षय रोग चिकित्सालय के समस्त कर्मचारियों द्वारा अस्पताल परिसर मे धरना प्रदर्शन किया. कर्मचारियों के समय पर वेतन का भुगतान नहीं होने सहित कर्मचारियों के वेतन अन्य फंडों में कटौती करने का विरोध कर्मचारी संगठन कर रहे हैं.
क्या है मामला
दरअसल कर्मचारी लोगों का कहना है कि संस्था के समस्त कर्मचारियों का वेतन ऑनलाइन पद्धति से पिछले साल तक जमा किया जाता था, जिसमें से होने वाली सभी कटोतिया और पीएफ अकाउंट स्वार्थी कर्मचारियों के खाते में पहुँच जाता था लेकिन 2020 से कर्मचारियों के वेतन भुगतान के लिए नया ऐप डेवलप के साथ सैलरी हेड को बदल दिया गया जिससे करीब 2000 कर्मचारियों को वेतन सहित एनपीए पीएफ नहीं मिल पा रहा है.
कर्मचारियों का PRAN नंबर भी नहीं है जारी
कर्मचारियों और गांधी मेडिकल कॉलेज के ऑटोनॉमस होने के बाद कर्मचारियों का पर पर्मानेंट रीट्रीटमेंट अकाउंट नंबर (PRAN)नंबर नहीं होने के कारण पिछले दो साल से एनपीए की राशि उनके खाते में जमा नहीं हो पा रही है, जिससे उन्हें आर्थिक नुकसान हो रहा है. इसमें अधिकांश था नर्सिंग स्टॉफ और पैरामेडिकल स्टाफ सम्मिलित है इसको लेकर भविष्य निधि संस्था द्वारा हमीदिया अस्पताल के डीन पर भी आर्थिक दंड लगाया जा चुका है. कर्मचारियों की मांग है कि सभी कर्मचारियों को PRAN नंबर जारी की जाए.
चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने दिए थे तुरन्त वेतन देने के निर्देश
सोमवार को हमीदिया अस्पताल के निरीक्षण पर पहुंचे चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग द्वारा कर्मचारियों से मुलाकात कर हमीदिया अस्पताल की टीम को सोमवार दोपहर 3 बजे तक वेतन जमा करने के आदेश जारी किए थे. साथी समस्याओं से अवगत कराया था जिस पर उनके द्वारा संबंध अधिकारी को तत्काल समस्या के निराकरण करने के निर्देश के बाद भी कर्मचारियों को वेतन नहीं दिया गया है.
सोमवार से कर्मचारी जा सकता है हड़ताल पर
कर्मचारी संगठनों के सदस्य राजन नायर का कहना है कि यदि सोमवार तक सभी कर्मचारियों के वेतन सहित अन्य फंड को जारी नहीं किया गया तो करीब 2000 हमीदिया सहित अन्य संस्थाओं के कर्मचारी हड़ताल पर जाएंगे. जिसका असर मरीजों के इलाज सहित अन्य समस्याओं पर पड़ सकता है साथ ही इस को लेकर फिलहाल हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है, जिसको संबंधित मंत्रियों सहित अधिकारियों को सौंपा जाएगा.