ETV Bharat / state

ऑडियो वायरल के बाद ट्विटर वार! शिवराज के धर्मोपदेश पर कमलनाथ ने पढ़ाया पाठ

ऑडियो वायरल होने के बाद एमपी में ट्विटर वार छिड़ गया है, शिवराज सिंह ने ट्विटर पर लिखा- पापियों का विनाश तो पुण्य का काम है. हमारा धर्म तो यही कहता है, जिसके जवाब में पूर्व सीएम कमलनाथ ने शिवराज सिंह का नाम लिए बिना ही धर्म का पाठ पढ़ाया.

Shivraj-Kamal Nath
शिवराज-कमलनाथ
author img

By

Published : Jun 11, 2020, 5:59 PM IST

भोपाल। प्रदेश की 24 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का एक ऑडियो वायरल हो रहा है. जिसमें वे इंदौर दौरे के दौरान सांवेर के कार्यकर्ताओं की बैठक में ये कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि सिंधिया और तुलसी सिलावट के बिना कांग्रेस की सरकार नहीं गिर सकती थी. इसलिए पार्टी ने तय किया कि सरकार गिरनी चाहिए.

  • पापियों का विनाश तो पुण्य का काम है। हमारा धर्म तो यही कहता है।

    क्यों?

    बोलो, सियापति रामचंद्र की जय! 🙏🏽

    — Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) June 11, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

ऑडियो वायरल होने के बाद प्रदेश की सियासत गरमा गई है, धर्म को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह आमने-सामने आ गए हैं. शिवराज सिंह ने ट्वीट करते हुए कमलनाथ पर निशाना साधाते हुए कहा कि 'पापियों का विनाश तो पुण्य का काम है. हमारा धर्म तो यही कहता है. क्यों? बोलो, सियापति रामचंद्र की जय.

  • धोखा,फ़रेब,साज़िश,ख़रीद फ़रोख़्त ,षड्यंत्र , प्रलोभन ,ये आचरण तो धर्म कभी नहीं सिखाता ?

    एक समय जिन्हें पापी बताते थे , आज वो ही संगी साथी है।
    कोई नियत-नीति नहीं , नैतिकता नहीं , कोई सिद्धांत नहीं , यह धर्म की राह कैसे ?
    2/2

    — Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) June 11, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

जिसके जवाब में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने नाम लिए बिना शिवराज सिंह को धर्म का पाठ पढ़ाया. कमलनाथ ने लिखा- 'जनता के धर्म यानि जनादेश को नहीं मानते हुए, उसका अपमान करने वाले धर्म प्रेमी कैसे ? धोखा, फरेब, साजिश, खरीद-फरोख्त, षड्यंत्र, प्रलोभन ये आचरण तो धर्म कभी नहीं सिखाता? कोई नीयत-नीति नहीं, नैतिकता नहीं, कोई सिद्धांत नहीं, ये धर्म की राह कैसे?' इससे साफ होता है कि उपचुनाव के पहले प्रदेश की सियासत में जमकर उठा-पटक देखने को मिलेगी.

भोपाल। प्रदेश की 24 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का एक ऑडियो वायरल हो रहा है. जिसमें वे इंदौर दौरे के दौरान सांवेर के कार्यकर्ताओं की बैठक में ये कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि सिंधिया और तुलसी सिलावट के बिना कांग्रेस की सरकार नहीं गिर सकती थी. इसलिए पार्टी ने तय किया कि सरकार गिरनी चाहिए.

  • पापियों का विनाश तो पुण्य का काम है। हमारा धर्म तो यही कहता है।

    क्यों?

    बोलो, सियापति रामचंद्र की जय! 🙏🏽

    — Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) June 11, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

ऑडियो वायरल होने के बाद प्रदेश की सियासत गरमा गई है, धर्म को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह आमने-सामने आ गए हैं. शिवराज सिंह ने ट्वीट करते हुए कमलनाथ पर निशाना साधाते हुए कहा कि 'पापियों का विनाश तो पुण्य का काम है. हमारा धर्म तो यही कहता है. क्यों? बोलो, सियापति रामचंद्र की जय.

  • धोखा,फ़रेब,साज़िश,ख़रीद फ़रोख़्त ,षड्यंत्र , प्रलोभन ,ये आचरण तो धर्म कभी नहीं सिखाता ?

    एक समय जिन्हें पापी बताते थे , आज वो ही संगी साथी है।
    कोई नियत-नीति नहीं , नैतिकता नहीं , कोई सिद्धांत नहीं , यह धर्म की राह कैसे ?
    2/2

    — Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) June 11, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

जिसके जवाब में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने नाम लिए बिना शिवराज सिंह को धर्म का पाठ पढ़ाया. कमलनाथ ने लिखा- 'जनता के धर्म यानि जनादेश को नहीं मानते हुए, उसका अपमान करने वाले धर्म प्रेमी कैसे ? धोखा, फरेब, साजिश, खरीद-फरोख्त, षड्यंत्र, प्रलोभन ये आचरण तो धर्म कभी नहीं सिखाता? कोई नीयत-नीति नहीं, नैतिकता नहीं, कोई सिद्धांत नहीं, ये धर्म की राह कैसे?' इससे साफ होता है कि उपचुनाव के पहले प्रदेश की सियासत में जमकर उठा-पटक देखने को मिलेगी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.