भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले स्वर्गीय अर्जुन सिंह की पुण्यतिथि पर बुधवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में भारी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता और पदाधिकारी शामिल हुए. इस अवसर पर स्वर्गीय अर्जुन सिंह के साथ काम करने वाले और उनकी सरकार के हिस्से रहे लोगों ने अपनी यादें सुनाए.
मध्यप्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष सुरेंद्र चौधरी ने अपने छात्र जीवन को याद करते हुए बताया कि छात्र आंदोलन चल रहा था, क्योंकि सागर पीटीसी को ले जाने की बात हो रही थी. जब हम लोग आंदोलन कर रहे थे, तो उन्होंने विरोध के बावजूद ऐसा दृष्टिकोण नहीं अपनाया कि हम लोग आंदोलनकारी हैं. बल्कि उनकी सोच थी के संघर्षशील नेतृत्व निकल कर आए. आज हम लोग उनकी असीम कृपा से यहां तक पहुंचे हैं.
वहीं पूर्व मंत्री राजा पटेरिया ने कहा कि वैचारिक तौर से परिपक्वता और काम के प्रति समर्पित भाव और कुशल प्रशासनिक क्षमता से परिपूर्ण व्यक्ति थे. उनके साथ काम करने वाले कार्यकर्ता कभी अपने आप को असुरक्षित महसूस नहीं करते थे. इसी कारण वह लंबे समय तक सामान्य कार्यकर्ताओं में आशा और विश्वास का केंद्र थे. साथ ही उन्होंने वैचारिक रणनीतिक तौर पर कांग्रेस को समय-समय पर प्रदेश में मजबूत कराया. उसी के कारण कांग्रेस आज तक संचरित हो रही है. इस बीच कई वक्त ऐसे आए जब उनका मार्गदर्शन नहीं मिलता तो कांग्रेस को खामियाजा भुगतना पड़ता था.