भोपाल। फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर दो बार बैतूल से सांसद चुनी गईं ज्योति धुर्वे का जाति प्रमाण पत्र निरस्त होने के बाद कांग्रेस ने भाजपा और ज्योति धुर्वे के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. ज्योति धुर्वे पर मुकदमा दर्ज कराने और आदिवासी प्रमाण पत्र के नाम पर लिए गए तमाम फायदों और सुविधाओं की भरपाई के लिए आदिवासी कांग्रेस ने मुख्यमंत्री कमलनाथ से मिलकर कार्रवाई की मांग की है.
मध्यप्रदेश आदिवासी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और बैतूल में 2014 में ज्योति धुर्वे के खिलाफ चुनाव लड़ चुके अजय शाह का कहना है कि ज्योति धुर्वे ने आज से नहीं बल्कि पिछले 35 सालों से फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर मूल आदिवासियों का हक छीनने का काम किया है. इसके साथ ही उनका आरोप है कि ज्योति धुर्वे ने अपने जैसे कितने ही फर्जी आदिवासियों को समाज में शामिल कर हर जरुरतमंद व्यक्ति का हक मारा है.
अजय शाह का कहना है कि 2014 लोकसभा चुनाव के समय मैंने रिटर्निंग ऑफिसर को बोला था कि हम आदिवासियों का जाति प्रमाण पत्र पति की जाति से नहीं बल्कि पिता की जाति के आधार पर बनता है. ज्योति धुर्वे का सर्टिफिकेट उनके पति प्रेम सिंह धुर्वे नाम के नाम पर बना है. इसके बाद भी उन्होंने उनका फॉर्म रिजेक्ट नहीं किया गया. यह हम आदिवासियों के साथ नाइंसाफी है. यह मामला अप्रैल 2018 में उजागर हो चुका था, लेकिन बीजेपी का शासन और उन्हीं की पार्टी की सांसद होने के कारण इसे दबा दिया गया.
इस मामले में कार्रवाई करने के लिए अजय शाह ने मुख्यमंत्री कमलनाथ और अनुसूचित जनजाति के मंत्री का धन्यावाद किया है. उनका कहना है कि ज्योति धुर्वे पर सिर्फ 420 का मुकदमा चलाने की मांग की है. इसके साथ ही उन्होंने फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर ज्योति धुर्वे द्वारा ली गई सभी सुविधाओं की रिकवरी करने की मांग की है.