भोपाल| मध्य प्रदेश के सीमावर्ती जिलों में पिछले कुछ दिनों में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने पर सरकार ने सख्त कदम उठाने का फैसला किया है. इसके तहत मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग के लिए कड़ाई से कदम उठाए जाएंगे, और सप्ताह में एक दिन पूर्ण लॉकडाउन रहेगा. आधिकारिक तौर पर दी गई जानकारी के अनुसार, बुधवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कोरोना की स्थिति की समीक्षा की.
शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि "प्रदेश में पिछले एक सप्ताह में कुछ जिलों, विशेषकर सीमावर्ती जिलों से कोरोना के अधिक मामले आने से प्रदेश की कोरोना ग्रोथ रेट बढ़ी है. प्रदेश में पहले कोरोना ग्रोथ रेट 1. 72 थी, जो बढ़कर 2. 01 हो गई है. सभी जिलों में मास्क लगाने एवं फिजिकल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन हो यह सुनिश्चित किया जाए. सभी सीमावर्ती जिलों में पब्लिक एडवाइजरी जारी की जाए. सभी जिलों में सप्ताह में एक दिन आवश्यक प्रतिबंध लागू किए जाएं."
बैठक में बड़वानी, मुरैना एवं अन्य सीमावर्ती जिलों की समीक्षा के दौरान यह तथ्य सामने आया कि वहां कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं. वहां सीमा पार दूसरे प्रांतों में संक्रमण अधिक होने से इन जिलों में संक्रमण बढ़ रहा है. इस पर मुख्यमंत्री चौहान ने मुख्य सचिव एवं डीजीपी को निर्देश दिए कि वे इस संबंध में मैकेनिज्म तैयार कर पब्लिक एडवाइजरी जारी करें. हमें प्रदेश में हर स्थान पर कोरोना संक्रमण को बढ़ने से हर-हाल में रोकना है.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निर्देश दिए कि "प्रदेश में मास्क का इस्तेमाल अनिवार्य किया गया है. इसी प्रकार शॉपिंग मॉल, कार्यालयों आदि मैं सैनिटाइजर रखना आवश्यक है। ऐसा न करने पर जुर्माना किया जाए. सभी स्थानों पर फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन हो, अन्यथा कार्रवाई की जाएगी."
इंदौर जिले की समीक्षा में पाया गया कि वहां की हालत में निरंतर सुधार हो रहा है. इंदौर में कोरोना की पॉजिटिविटी दर निरंतर कम हुई है. पहले यह दर 11 प्रतिशत तक थी, जो अब घटकर 2.12 प्रतिशत रह गई है. इंदौर में वर्तमान में 875 एक्टिव प्रकरण हैं तथा 3871 मरीज स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं. इंदौर में मृत्यु दर एक प्रतिशत से भी नीचे आ चुकी है.