भोपाल। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए जिला प्रसाशन ने भोपाल शहर में 10 दिनों का टोटल लॉकडाउन करने का फैसला लिया है. भोपाल शहर में 24 जुलाई की रात 8 बजे से सम्पूर्ण लॉक डाउन रहेगा. टोटल लॉकडाउन में केवल दूध, और मेडिकल की दुकानें खुली रहेंगी लेकिन 10 दिन के लॉकडाउन में बकरी ईद और रक्षाबंधन में पड़ रहे हैं. जिसे देखते हुए लोगों ने प्रशासन के टोटल लॉकडाउन का विरोध शुरू कर दिया है.
भोपाल में टोटल लॉकडाउन का विरोध
2 बड़े त्योहार बकरीद और रक्षा बंधन को देखते हुए लोगों को चिंता सताने लगी है कि लॉक डाउन के बीच खरीदारी कैसे की होगी. मुस्लिम समाज ने इसका विरोध जताना भी शुरू कर दिया है. मुस्लिम समाज के लोगों का कहना है कि बकरी ईद पर कुर्बानी के बिना कोई ईद का त्योहार नहीं बना पाएगा. ऐसे में अगर लॉक डाउन हो जाता है तो लोग बकरा कैसे खरीदेंगे और जिन्होंने बकरा खरीद लिया है. वह बकरे को चारा कैसे खिलाएंगे.
लॉकडाउन पर दोबारा विचार करे सरकार
शहर काजी मुश्ताक अली नकवी सहित मुस्लिम समाज की समस्याओं को लेकर जिला प्रशासन ने जिला कलेक्टर से मुलाकात कर अपनी बात रखी. शहर काजी ने बताया एक बार फिर प्रसाशन के सामने मुस्लिम समाज की समस्याओं को रखा जायगा और इसका हल सरकार के पास नहीं है तो उन्हें इस लॉक डाउन पर दोबारा विचार करना होगा. क्योंकि लॉकडाउन हुआ तो मुस्लिम समाज ईद नहीं बना पाएगा जबकि हम सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ईद मनाना चाहते हैं. लेकिम अगर अभी से लॉक डाउन लग जाएगा तो हम ईद की व्यवस्था कैसे करेंगे.
गाइडलाइन के तहत ईद मनाएगी जाएगी- शहर काजी
शहर काजी के मुताबिक मुस्लिम समाज की वाज़िब समस्याए है. जिन पर सरकार को विचार करना चाहिए. शहर काजी ने इस बात पर भी विरोध जताया की एक तरफ तो शहर में शराब की दुकान खुल रही है. जिसमें लोगों की सुबह से शाम तक भीड़ इकठी होती है तब सरकार को सुरक्षा याद क्यों नहीं आती है. उन्होंने कहा मुस्लिम समाज को मस्जिद में नमाज अदा करने की इजातज सरकार को देनी चाहिए. उन्होंने मुस्लिम समाज की ओर से लॉक डाउन के पालन करवाने की बात कही.