भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार के मंत्रियों के स्टाफ में तैनात सचिव और सहायकों को सिखाया जा रहा है कि वह कैसा व्यवहार करें. भोपाल के प्रशासनिक अकादमी में 5 दिन की ट्रेनिंग चल रही है. इसमें मंत्रियों का स्टाफ कार्यालय प्रबंधन और स्वयं के प्रबंधन के बारे में सीख रहा है. इन्हें सिखाया जा रहा है कि मंत्रियों से मिलने वालों से कैसा व्यवहार करें. ये ट्रेनिंग इस फील्ड में माहिर जानकार दे रहे हैं. खासतौर से तनाव व दबाव के दौरान कैसे प्रबंधन किया जाए, मनोवैज्ञानिक इस बारे में टिप्स दे रहे हैं.
तनावमुक्त रखने के टिप्स : मनोवैज्ञानिक सिखाएंगे कि तनावमुक्त होकर हम कैसे अपना बेस्ट दे सकते हैं. यह भी सिखाया जाएगा कि तनावमुक्त रहने के लिए हमेशा दिमाग में अच्छी भावनाएं रखें और हंसमुख स्वभाव रखें. 15 जुलाई तक चलने वाली ट्रेनिंग में मंत्री स्टाफ के बर्ताव को लेकर मिली शिकायतों के बाद सुधार के गुर सिखाए जाएंगे. सामान्य प्रशासन विभाग ने इसके लिए आदेश जारी किया है, जिसमें एक्सपर्ट्स ट्रेंड करेंगे कि मंत्रियों को कैसे सही सलाह दें और कैसे उनके लिए मददगार बनें.
महिलाओं से कैसे पेश आएं : मंत्रियों के स्टाफ के लोगों को बताया गया कि हर क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ रही है. उनसे कैसा बर्ताव करना है. महिलाओं के साथ कैसे सभ्य व्यवहार रखें. इसके अलावा यह भी जानकारी दी गई कि अपनी पोशाक और रहन-सहन कैसा रखें और खासतौर से जब आप भोजन परोस रहे हों या नाश्ता- पानी करा रहे हों तो आपको किस तरह से पेश आना है. क्या सलीका होना चाहिए. यह सब होटल मैनेजमेंट के गुरुओं ने स्टाफर्स को बताया. यह भी बताया कि जो लोग मंत्रियों से मिलने आते हैं, उनके साथ अच्छा व्यवहार रखें. हमेशा पॉजिटिव बात करें, जिससे मंत्री के पास आए हुए व्यक्ति संतुष्ट हों.
![Experts training to staff of ministers](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/mp-bho-mantri-staff-training_11072022231922_1107f_1657561762_757.jpg)
क्यों करानी पड़ रही है ट्रेनिंग : मंत्रिमंडल के स्टाफ को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पास शिकायतें पहुंची हैं. सीएम भी मंत्रियों को नसीहत दे चुके हैं कि वह अपने स्टाफ में पीए और पीएस सोच- समझ कर रखें. मुख्यमंत्री ने कहा था कि यह ऐसा स्टाफ है, जो सरकार बदलने के साथ ही बदल जाते हैं. मुख्यमंत्री ने मंत्रियों को दलालों से सतर्क रहने की सलाह दी थी. सीएम ने कहा था की ट्रांसफर -पोस्टिंग के लिए दलाल सक्रिय हो जाते हैं. इनसे बचकर रहना चाहिए.
डिनर पर सीएम की दो टूक: तबादलों में विशेष सतर्कता बरतें मंत्री, अपने स्टाफ पर रखें नजर
कई बार मंत्रियों के स्टाफ का दुर्व्यवहार सुर्खियां बना : पिछले साल प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव के ओएसडी के बर्ताव को लेकर सरकार की खासी किरकिरी हुई थी. दरअसल, मंत्री मोहन यादव से मिलने पहुंचे छात्रों को ओएसडी ने इंतजार करने को कहा था. छात्रों के मंत्री से मिलने के बार- बार कहने पर ओएसडी भड़क गए और उन्होंने छात्रों के साथ अभद्रता की थी. इस घटना के बाद मंत्री के ओएसडी को हटा दिया गया, लेकिन 2023 के चुनाव से पहले बीजेपी की मंशा है कि मंत्री स्टाफ में तैनात सचिव और सहायकों को अच्छी तरीके से ट्रेनिंग देकर उन्हें आम जनता के साथ उनकी जिम्मेदारी बताई जाए, जिससे मंत्री की छवि बेहतर बन सके. हालांकि मंत्रियों के स्टाफ में कई लोग ऐसे भी हैं, जिन्हें लगता है कि यह फिजूलखर्ची है. उनका तर्क है कि उन्हें 20 से 25 साल का अनुभव है और अब यह ट्रेनिंग महज खानापूर्ति है. (Experts training to staff of ministers) (To enhance image of government) (learning of ministers staff)