भोपाल। शहर में अबल कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है, राजधानी भोपाल में हर दिन नए मरीज सामने आ रहे हैं. वहीं कोरोना से मरने वालों की संख्या भी बढ़ती जा रही है, जहां पिछले 24 घंटे में तीन संक्रमित मरीजों के मौत का मामला सामने आया है, जिसके बाद भोपाल में कोरोना से मरने वालों की संख्या 451 हो गई है.
भोपाल में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है, हालांकि सितंबर महीने की तुलना में अक्टूबर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में कुछ कमी देखी जा रही है. जहां एक तरफ सितंबर माह में 300 से अधिक मरीज हर दिन मिल रहे थे, तो वहीं अब यह आंकड़ा 200 के लगभग पहुंचने लगा है. इसके बाद भी कोरोना संक्रमण से राहत मिलती दिखाई नहीं दे रही है. शहर में मार्केट खुल जाने के बाद संक्रमण तेजी से फैलने लगा है. तीन दिन पहले शहर में दुकानें पहले की तरह खोलने की इजाजत दे दी गई है, नवरात्र और आगामी त्योहार दशहरा फिर दीपावली को देखते हुए सरकार दी है.
स्वास्थ्य विभाग ने देर रात कोरोना रिपोर्ट जारी की है, जिसके अनुसार रविवार को 188 नए संक्रमित मरीज मिले हैं, जिसके बाद भोपाल में कोरोना मरीजों की संख्या 22,560 हो गई है. वहीं पिछले 24 घंटे के दौरान तीन कोरोना पॉजिटिव मरीजों की मौत हो चुकी है. अब तक शहर में कुल 451 संक्रमित मरीजों की मौत हो चुकी है. एक दिन पहले ही चार संक्रमित मरीजों की मौत हुई थी, इस तरह से पिछले 3 दिनों के दौरान 10 संक्रमित मरीजों की मौत हुई है. वहीं रविवार को कोरोना को मात देकर 209 लोग पूरी तरह से स्वस्थ होकर अपने घर लौटे हैं. जिसके बाद भोपाल में स्वस्थ हुए मरीजों की संख्या 20,213 हो गई है. जिसके बाद भोपाल में कोरोना एक्टिव मरीजों की संख्या 1,896 हो गई है.
ये भी पढ़ें- बालाघाट में फिर बढ़े कोरोना संक्रमण के मामले, 24 घंटे में 36 नए कोरोना संक्रमितों की रिपोर्ट आई पॉजिटिव
शहर में कई ऐसे क्षेत्र हैं, जो अब हॉटस्पॉट बनते जा रहे है. शहर के कोलार क्षेत्र में सबसे अधिक संक्रमित मरीज अब तक मिल चुके हैं. वर्तमान में कोलार क्षेत्र में कुल 234 एक्टिव केस हैं, जिसमें से बहुत से लोग होम आइसोलेशन में रह रहे हैं. इसके अलावा अरेरा कॉलोनी और शाहपुरा क्षेत्र में भी संक्रमित मरीजों का मिलना जारी है. हालांकि अब प्रशासन घर-घर जाकर कोरोना टेस्ट नहीं कर रही है, बल्कि हमीदिया अस्पताल, जेपी अस्पताल और अन्य फीवर क्लीनिक पर टेस्टिंग की व्यवस्था की गई है. यही वजह है कि संक्रमित मरीजों की संख्या में भी कुछ गिरावट दर्ज की गई है.