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कड़ाके की ठंड को रोकने वाले तिब्बती गर्म कपड़े नदारद, चार दशक में पहली बार नहीं लगा तिब्बती बाजार - कोरोना वायरस

हर बार ठंड के मौसम में तिब्बती गर्म कपड़ों का बाजार लगाने मध्यप्रदेश आते थे. लेकिन इस बार कोरोना के चलते यह संख्या कम दिखी. वहीं राजधानी भोपाल में भी तिब्बती कम संख्या में अपनी दुकान लगाने आए.

Sweater Shop
स्वेटर की दुकान
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Published : Dec 23, 2020, 10:10 AM IST

Updated : Dec 23, 2020, 1:19 PM IST

भोपाल। राजधानी भोपाल सहित मध्यप्रदेश इस समय ठंड की चपेट में है, लगातार प्रदेश का पारा गिरता जा रहा है. ठंड के मौसम में गर्म कपड़ों की विशेष मांग होती है. राजधानी में इसके लिए कई विशेष गर्म कपड़ों के बाजार लगते हैं और अगर गर्म कपड़ों की बात आती है तो तिब्बती मार्केट के विशेष मांग होती है. लेकिन इस बार इस कोरोना के चलते तिब्बती गर्म कपड़े नहीं खरीद पा रहा है. इस बार लोकल के ही कपड़े ख़रीदने पर मजबूर होना पड़ रहा है.

नहीं लग रही तिब्बती दुकानें

शहर के मार्केट में गर्म कपड़ों के बाजार में सजने लगे हैं, लेकिन संक्रमण का असर इस बार भोपाल के गर्म कपड़ों के बाजार पर देखने को मिल रहा है. भोपाल में कई जगह पर गर्म कपड़ों के बाजार नहीं लगे हैं,वहीं अगर बात करें गर्म कपड़ों के लिए मसूर टीटी नगर बाजार है, जहां मार्केट तो खुल चुका है लोगों की सुरक्षा का पूरा ख्याल भी रखा जा रहा है. लेकिन बाजार में रौनक नहीं दिख रही है. बाजार में तिब्बत से आने वाली गर्म कपड़े नदारद है, जिसका असर भोपाल के रहवासियों पर दिख को लग रहा है.

Sweater Shop
स्वेटर की दुकान

दरअसल कोरोना के चलते इस बार बड़ी संख्या में आने वाले तिब्बती व्यापारी गर्म कपड़ों का माल लेकर भोपाल नहीं पहुंचे हैं. सभी व्यापारी इस अपने गृहप्रदेश हिमाचल में ही रूक हैं हर साल शुरुआत होते ही बड़ी मात्रा मे कई डिजाइनिंग ऊनी कपड़े लेकर भोपाल पहुंचे थे, जिनका भोपाल के रहने वाले लोगों को विशेष इंतजार होता था, लेकिन इस बार एक ही दुकान बाजार में देखने को मिली है.

करीब 130 परिवार लगाते थे दुकान

दुकानदार हर साल हिमाचल सहित तिब्बत से करीब 130 परिवार भोपाल में हर साल सर्दी शुरू होने से पहले पहुंच जाते थे, जो बड़ी संख्या में तरह-तरह के ऊनी कपड़े लेकर पहुंचते थे, लेकिन इस बार एक भी परिवार भोपाल नहीं पहुंचा है. केवल भोपाल के ही रहने वाले एक परिवार ही ऊनी कपड़ों की दुकान भोपाल में लगाई है. वहीं भोपाल प्रशासन द्वारा भी इन सभी तिब्बती परिवारों को दुकान लगाने के लिए जगह दी जाती थी, लेकिन इस बार सभी बाजार खाली पड़े हुए हैं. गर्म कपड़े का व्यापार करने वाले पेरमथुपवांग ने ही केवल एक ही दुकान गरम कपड़े की लगाई है, जिन्होंने ऑर्डर कर हिमाचल प्रदेश से गर्म कपड़े खरीदे है, उनका कहना है की भोपाल में पिछले कई पीढ़ियों से परिवार के लोग रहते आ रहे हैं. जिसके चलते हम भोपाल आ पहुंचे हैं, लेकिन हमारे अन्य साथी कोरोना वायरस होने के चलते रुकने की व्यवस्था नहीं होने और परिवहन की समस्या के चलते भोपाल में सामान बेचने के लिए नहीं पहुंचे हैं.

Tibetans came in small numbers
कम संख्या में आए तिब्बती

भोपाल के गर्म कपड़ा बाजार पड़ा है खाली

हर बार भोपाल के तीन अलग अलग बाज़ारों मे ठंड की शुरूआत के साथ गर्म कपड़े का बड़ा बाजार लगता था. जिसमें टीटी नगर ,भोपाल टॉकिज सहित एमपी नगर का प्रमुख बाजार होता है. लेकिन इस बार इन बाजारों खाली नजर आ रहे हैं, केवल भोपाल टॉकीज के नजदीक लगने वाले बाजार में कवल दो दुकान ही दिख रही है. जहां लोग इन दुकानों पर ही पहुंच रहे हैं. ऐसे में भोपाल के रहवासी को गर्म कपड़े खरीदने के लिये मॉल सहित लोकल के ही गरम कपड़े खरीदने पड़ रहे हैं. जिसके चलते लोकल के दुकानदारों की जमकर चांदी हो रही है.

ठंड बढ़ते ही गर्म कपड़ों की बढ़ रही तेजी मांग

राजधानी भोपाल सहित अन्य जिलों में गर्म कपड़ों की मांग तेजी से बढ़ गई है. राजधानी भोपाल सहित अन्य जिलों में तापमान बड़ी तेजी से गिरा है. प्रदेश में 10 डिग्री से कम ही तापमान पहुंच गया है, ऐसे में सभी लोग गर्म कपड़े खरीदारी के लिए दुकानों पर पहुंच रहे हैं लेकिन इस बीच तिब्बती कपड़े खरीदने के लिए पहुंचे लोगों को गर्म कपड़े नहीं खरीद पाए हैं.

गर्म कपड़ों के मूल्यों में भारी तेजी

गर्म कपड़ों की कीमतों में 10 से 20% की बढ़ोतरी हुई है. समय के साथ युवाओं के बीच स्वेटर की मांग कम हुई है. वहीं इसकी जगह जैकेट की मांग ज्यादा है, जींस के जैकेट 400 से 1000 रुपए लेदर जैकेट, 500 से 3000 महिलाओं के स्वेटर ,400 से 1000 की रेंज में उपलब्ध है. गर्म कपड़ों का व्यापार करने वाली रजनी गांधी का कहना है कि इस बार कपड़ों की मांग के साथ रेटों मे भी बढ़ोतरी देखने को मिली है इस वर्ष फैक्ट्रियों से ही कपड़े महंगे रेट पर खरीदी गई है.

भोपाल। राजधानी भोपाल सहित मध्यप्रदेश इस समय ठंड की चपेट में है, लगातार प्रदेश का पारा गिरता जा रहा है. ठंड के मौसम में गर्म कपड़ों की विशेष मांग होती है. राजधानी में इसके लिए कई विशेष गर्म कपड़ों के बाजार लगते हैं और अगर गर्म कपड़ों की बात आती है तो तिब्बती मार्केट के विशेष मांग होती है. लेकिन इस बार इस कोरोना के चलते तिब्बती गर्म कपड़े नहीं खरीद पा रहा है. इस बार लोकल के ही कपड़े ख़रीदने पर मजबूर होना पड़ रहा है.

नहीं लग रही तिब्बती दुकानें

शहर के मार्केट में गर्म कपड़ों के बाजार में सजने लगे हैं, लेकिन संक्रमण का असर इस बार भोपाल के गर्म कपड़ों के बाजार पर देखने को मिल रहा है. भोपाल में कई जगह पर गर्म कपड़ों के बाजार नहीं लगे हैं,वहीं अगर बात करें गर्म कपड़ों के लिए मसूर टीटी नगर बाजार है, जहां मार्केट तो खुल चुका है लोगों की सुरक्षा का पूरा ख्याल भी रखा जा रहा है. लेकिन बाजार में रौनक नहीं दिख रही है. बाजार में तिब्बत से आने वाली गर्म कपड़े नदारद है, जिसका असर भोपाल के रहवासियों पर दिख को लग रहा है.

Sweater Shop
स्वेटर की दुकान

दरअसल कोरोना के चलते इस बार बड़ी संख्या में आने वाले तिब्बती व्यापारी गर्म कपड़ों का माल लेकर भोपाल नहीं पहुंचे हैं. सभी व्यापारी इस अपने गृहप्रदेश हिमाचल में ही रूक हैं हर साल शुरुआत होते ही बड़ी मात्रा मे कई डिजाइनिंग ऊनी कपड़े लेकर भोपाल पहुंचे थे, जिनका भोपाल के रहने वाले लोगों को विशेष इंतजार होता था, लेकिन इस बार एक ही दुकान बाजार में देखने को मिली है.

करीब 130 परिवार लगाते थे दुकान

दुकानदार हर साल हिमाचल सहित तिब्बत से करीब 130 परिवार भोपाल में हर साल सर्दी शुरू होने से पहले पहुंच जाते थे, जो बड़ी संख्या में तरह-तरह के ऊनी कपड़े लेकर पहुंचते थे, लेकिन इस बार एक भी परिवार भोपाल नहीं पहुंचा है. केवल भोपाल के ही रहने वाले एक परिवार ही ऊनी कपड़ों की दुकान भोपाल में लगाई है. वहीं भोपाल प्रशासन द्वारा भी इन सभी तिब्बती परिवारों को दुकान लगाने के लिए जगह दी जाती थी, लेकिन इस बार सभी बाजार खाली पड़े हुए हैं. गर्म कपड़े का व्यापार करने वाले पेरमथुपवांग ने ही केवल एक ही दुकान गरम कपड़े की लगाई है, जिन्होंने ऑर्डर कर हिमाचल प्रदेश से गर्म कपड़े खरीदे है, उनका कहना है की भोपाल में पिछले कई पीढ़ियों से परिवार के लोग रहते आ रहे हैं. जिसके चलते हम भोपाल आ पहुंचे हैं, लेकिन हमारे अन्य साथी कोरोना वायरस होने के चलते रुकने की व्यवस्था नहीं होने और परिवहन की समस्या के चलते भोपाल में सामान बेचने के लिए नहीं पहुंचे हैं.

Tibetans came in small numbers
कम संख्या में आए तिब्बती

भोपाल के गर्म कपड़ा बाजार पड़ा है खाली

हर बार भोपाल के तीन अलग अलग बाज़ारों मे ठंड की शुरूआत के साथ गर्म कपड़े का बड़ा बाजार लगता था. जिसमें टीटी नगर ,भोपाल टॉकिज सहित एमपी नगर का प्रमुख बाजार होता है. लेकिन इस बार इन बाजारों खाली नजर आ रहे हैं, केवल भोपाल टॉकीज के नजदीक लगने वाले बाजार में कवल दो दुकान ही दिख रही है. जहां लोग इन दुकानों पर ही पहुंच रहे हैं. ऐसे में भोपाल के रहवासी को गर्म कपड़े खरीदने के लिये मॉल सहित लोकल के ही गरम कपड़े खरीदने पड़ रहे हैं. जिसके चलते लोकल के दुकानदारों की जमकर चांदी हो रही है.

ठंड बढ़ते ही गर्म कपड़ों की बढ़ रही तेजी मांग

राजधानी भोपाल सहित अन्य जिलों में गर्म कपड़ों की मांग तेजी से बढ़ गई है. राजधानी भोपाल सहित अन्य जिलों में तापमान बड़ी तेजी से गिरा है. प्रदेश में 10 डिग्री से कम ही तापमान पहुंच गया है, ऐसे में सभी लोग गर्म कपड़े खरीदारी के लिए दुकानों पर पहुंच रहे हैं लेकिन इस बीच तिब्बती कपड़े खरीदने के लिए पहुंचे लोगों को गर्म कपड़े नहीं खरीद पाए हैं.

गर्म कपड़ों के मूल्यों में भारी तेजी

गर्म कपड़ों की कीमतों में 10 से 20% की बढ़ोतरी हुई है. समय के साथ युवाओं के बीच स्वेटर की मांग कम हुई है. वहीं इसकी जगह जैकेट की मांग ज्यादा है, जींस के जैकेट 400 से 1000 रुपए लेदर जैकेट, 500 से 3000 महिलाओं के स्वेटर ,400 से 1000 की रेंज में उपलब्ध है. गर्म कपड़ों का व्यापार करने वाली रजनी गांधी का कहना है कि इस बार कपड़ों की मांग के साथ रेटों मे भी बढ़ोतरी देखने को मिली है इस वर्ष फैक्ट्रियों से ही कपड़े महंगे रेट पर खरीदी गई है.

Last Updated : Dec 23, 2020, 1:19 PM IST
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