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बजट पेश होने के बाद पक्ष-विपक्ष में तीखी नोकझोक, मामा-धृतराष्ट्र जैसी उपमाओं पर गर्माया सदन - जीतू पटवारी

विधानसभा में अनुपूरक बजट पर चर्चा के दौरान पक्ष-विपक्ष में जमकर तकरार हुई. मामा और धृतराष्ट्र जैसी उपमाओं के चलते सदन का माहौल गरमा गया.

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Published : Feb 21, 2019, 12:00 PM IST

भोपाल। विधानसभा में अनुपूरक बजट पर चर्चा के दौरान पक्ष-विपक्ष में जमकर तकरार हुई. मामा और धृतराष्ट्र जैसी उपमाओं के चलते सदन का माहौल गरमा गया. सदन में जहां नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि एमपी में ट्रांसफर-पोस्टिंग उद्योग चल रहा है. वहीं कांग्रेस ने पलटवार करते हुए इसे बीजेपी की खीझ बताया.


अनुपूरक बजट पर चर्चा के दौरान पूर्व संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार में ट्रांसफर-पोस्टिंग उद्योग चल रहा है. किसान परेशान हैं और सरकार के मंत्री ट्रांसफर-पोस्टिंग में लगे हैं. मिश्रा ने कहा कि किसान कर्ज माफी को लेकर सरकार झूठ बोल रही है. बीजेपी के बयान पर कांग्रेस ने आपत्ति जताई. हंगामा बढ़ता देख विधानसभा अध्यक्ष को कई बार सत्ता-विपक्ष के विधायकों को शांत कराना पड़ा.

दरअसल, उस समय सदन का माहौल गरमा गया, जब नरोत्तम मिश्रा ने दिग्विजय सिंह का नाम न लेते हुए उन्हें धृतराष्ट्र बता दिया. उनके बयान पर दिग्विजय सिंह के भाई और कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह ने पलटवार करते हुए कहा कि दिग्विजय के शासनकाल में बीजेपी के कई नेता कंबल लेकर उनके पास काम कराने आते थे. सदन में चर्चा के दौरान बीजेपी ने शिवराज सरकार के कामकाज का बखान किया तो कांग्रेस ने पिछली सरकार में हुए घोटालों की याद दिलाई.

पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सीताशरण शर्मा ने कहा कि कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद से प्रदेश में संवैधानिक संकट खड़ा हो गया है क्योंकि सरकार लगातार जिस तरह के कदम उठा रही है. वह प्रदेश के लिए ठीक नहीं है. जिसके जवाब में मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि बीजेपी 2 महीने से सत्ता से बाहर है, वह लोकतंत्र के लिए खतरा थी. इसलिए जनता ने उसे सत्ता से बाहर कर दिया है. उधर वित्त मंत्री तरुण भनोत ने ट्रांसफर-पोस्टिंग में दलाली के आरोपों पर कहा कि बीजेपी के कई पदाधिकारी उनके पास ट्रांसफर के लिए आए हैं और उन्होंने उनके काम भी किए हैं तो क्या ये मान लिया जाये कि बीजेपी के नेता दलाली कर रहे हैं.

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भोपाल। विधानसभा में अनुपूरक बजट पर चर्चा के दौरान पक्ष-विपक्ष में जमकर तकरार हुई. मामा और धृतराष्ट्र जैसी उपमाओं के चलते सदन का माहौल गरमा गया. सदन में जहां नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि एमपी में ट्रांसफर-पोस्टिंग उद्योग चल रहा है. वहीं कांग्रेस ने पलटवार करते हुए इसे बीजेपी की खीझ बताया.


अनुपूरक बजट पर चर्चा के दौरान पूर्व संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार में ट्रांसफर-पोस्टिंग उद्योग चल रहा है. किसान परेशान हैं और सरकार के मंत्री ट्रांसफर-पोस्टिंग में लगे हैं. मिश्रा ने कहा कि किसान कर्ज माफी को लेकर सरकार झूठ बोल रही है. बीजेपी के बयान पर कांग्रेस ने आपत्ति जताई. हंगामा बढ़ता देख विधानसभा अध्यक्ष को कई बार सत्ता-विपक्ष के विधायकों को शांत कराना पड़ा.

दरअसल, उस समय सदन का माहौल गरमा गया, जब नरोत्तम मिश्रा ने दिग्विजय सिंह का नाम न लेते हुए उन्हें धृतराष्ट्र बता दिया. उनके बयान पर दिग्विजय सिंह के भाई और कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह ने पलटवार करते हुए कहा कि दिग्विजय के शासनकाल में बीजेपी के कई नेता कंबल लेकर उनके पास काम कराने आते थे. सदन में चर्चा के दौरान बीजेपी ने शिवराज सरकार के कामकाज का बखान किया तो कांग्रेस ने पिछली सरकार में हुए घोटालों की याद दिलाई.

पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सीताशरण शर्मा ने कहा कि कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद से प्रदेश में संवैधानिक संकट खड़ा हो गया है क्योंकि सरकार लगातार जिस तरह के कदम उठा रही है. वह प्रदेश के लिए ठीक नहीं है. जिसके जवाब में मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि बीजेपी 2 महीने से सत्ता से बाहर है, वह लोकतंत्र के लिए खतरा थी. इसलिए जनता ने उसे सत्ता से बाहर कर दिया है. उधर वित्त मंत्री तरुण भनोत ने ट्रांसफर-पोस्टिंग में दलाली के आरोपों पर कहा कि बीजेपी के कई पदाधिकारी उनके पास ट्रांसफर के लिए आए हैं और उन्होंने उनके काम भी किए हैं तो क्या ये मान लिया जाये कि बीजेपी के नेता दलाली कर रहे हैं.

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Intro:विधानसभा में अनुपूरक बजट पर चर्चा के दौरान पक्ष और विपक्ष में जमकर नोकझोंक हुई। मामा और धृष्टराज जैसी उपमाओं के चलते सदन गरमा गया। नरोत्तम मिश्रा ने आरोप लगाया की सरकार में ट्रांसफर पोस्टिंग उद्योग चल रहा है उधर सत्ता पक्ष की तरफ से वरिष्ठ विधायक लक्ष्मण सिंह ने कहा कि बीजेपी नेताओं के खीझ भरे बयान से पता चल रहा है कि सत्ता जाने के बाद बीजेपी नेता कितने छटपटा रहे हैं।


Body:अनुपूरक बजट पर चर्चा के दौरान पक्ष और विपक्ष में जमकर नोकझोंक हुई। अनुपूरक बजट पर चर्चा के दौरान पूर्व संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार में ट्रांसफर पोस्टिंग का उद्योग चल रहा है किसान परेशान है और सरकार के मंत्री ट्रांसफर पोस्टिंग में लगे हुए हैं। नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि किसान की कर्ज माफी को लेकर सरकार झूठ बोल रही है इसको लेकर कांग्रेस विधायकों ने कड़ी आपत्ति जताई। हंगामा बढ़ता देख विधानसभा अध्यक्ष को कई बार सत्ता और विपक्ष की विधायकों को शांत करना पड़ा। लेकिन उस समय सदन का माहौल गर्मा गया जब नरोत्तम मिश्रा ने दिग्विजय सिंह का नाम ना लेते हुए पुणे धृष्ट राज की उपमा दी। इस पर वार करते हुए दिग्विजय सिंह के भाई और कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह ने आरोप लगाया कि दिग्विजय सिंह के शासनकाल के दौरान बीजेपी के कई नेता कंबल लेकर उनके पास काम कराने के लिए आते थे। अनुपूरक बजट की चर्चा के दौरान बीजेपी नेताओं ने शिवराज सरकार के कामकाज के नाम वहीं विपक्ष ने सरकार में हुए गड़बड़ी घोटालों के आरोप लगाए। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सीताशरण शर्मा ने कहा कि कांग्रेस सरकार के सत्ता में आने के बाद से प्रदेश में संविधान एक संकट खड़ा हो गया है सरकार द्वारा लगातार जिस तरह के कदम उठाए जा रहे हैं वह प्रदेश के लिए ठीक नहीं है। जवाब में मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि बीजेपी 2 महीने से सत्ता से बाहर है वह लोकतंत्र के लिए खतरा थी इसलिए जनता ने उसे सत्ता से बाहर कर दिया। उधर वित्त मंत्री तरुण भनोट ने ट्रांसफर पोस्टिंग में दलाली के आरोपों पर कहा कि बीजेपी के कई पदाधिकारी उनके पास ट्रांसफर के लिए आए हैं और उन्होंने उनके काम भी किए तो क्या माना जाए कि बीजेपी के नेता दलाली कर रहे हैं।


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