भोपाल। विधानसभा में अनुपूरक बजट पर चर्चा के दौरान पक्ष-विपक्ष में जमकर तकरार हुई. मामा और धृतराष्ट्र जैसी उपमाओं के चलते सदन का माहौल गरमा गया. सदन में जहां नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि एमपी में ट्रांसफर-पोस्टिंग उद्योग चल रहा है. वहीं कांग्रेस ने पलटवार करते हुए इसे बीजेपी की खीझ बताया.
अनुपूरक बजट पर चर्चा के दौरान पूर्व संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार में ट्रांसफर-पोस्टिंग उद्योग चल रहा है. किसान परेशान हैं और सरकार के मंत्री ट्रांसफर-पोस्टिंग में लगे हैं. मिश्रा ने कहा कि किसान कर्ज माफी को लेकर सरकार झूठ बोल रही है. बीजेपी के बयान पर कांग्रेस ने आपत्ति जताई. हंगामा बढ़ता देख विधानसभा अध्यक्ष को कई बार सत्ता-विपक्ष के विधायकों को शांत कराना पड़ा.
दरअसल, उस समय सदन का माहौल गरमा गया, जब नरोत्तम मिश्रा ने दिग्विजय सिंह का नाम न लेते हुए उन्हें धृतराष्ट्र बता दिया. उनके बयान पर दिग्विजय सिंह के भाई और कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह ने पलटवार करते हुए कहा कि दिग्विजय के शासनकाल में बीजेपी के कई नेता कंबल लेकर उनके पास काम कराने आते थे. सदन में चर्चा के दौरान बीजेपी ने शिवराज सरकार के कामकाज का बखान किया तो कांग्रेस ने पिछली सरकार में हुए घोटालों की याद दिलाई.
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सीताशरण शर्मा ने कहा कि कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद से प्रदेश में संवैधानिक संकट खड़ा हो गया है क्योंकि सरकार लगातार जिस तरह के कदम उठा रही है. वह प्रदेश के लिए ठीक नहीं है. जिसके जवाब में मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि बीजेपी 2 महीने से सत्ता से बाहर है, वह लोकतंत्र के लिए खतरा थी. इसलिए जनता ने उसे सत्ता से बाहर कर दिया है. उधर वित्त मंत्री तरुण भनोत ने ट्रांसफर-पोस्टिंग में दलाली के आरोपों पर कहा कि बीजेपी के कई पदाधिकारी उनके पास ट्रांसफर के लिए आए हैं और उन्होंने उनके काम भी किए हैं तो क्या ये मान लिया जाये कि बीजेपी के नेता दलाली कर रहे हैं.