ETV Bharat / state

सिर्फ खेत में फसल उगाने वाला ही किसान नहीं- किसान कल्याण मंत्रालय

RTI कार्यकर्ता चंद्रशेखर गौर ने भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय से पुछा था कि सरकार किसान किसे मानती है. कृषि एवं किसान मंत्रालय ने जवाब देते हुए कहा है कि, सिर्फ खेती करने वाला किसान नहीं होता.

The farmer is not the only farmer who grows crops in the field
सिर्फ खेत में फसल उगाने वाला ही किसान नहीं
author img

By

Published : Jan 28, 2021, 12:16 AM IST

भोपाल। केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में चल रहे आंदोलन और गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा ने सवाल खड़े कर दिए हैं. हर कोई यह जानना चाहता है कि आखिर किसान है कौन. केंद्र सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने किसान की जो परिभाषा की है. उसमें सिर्फ खेत में फसल उगाने और खेत में काम करने वाला ही किसान नहीं है, बल्कि किसान का आशय व्यापक है.

सिर्फ खेत में फसल उगाने वाला ही किसान नहीं

मध्यप्रदेश के नीमच जिले के निवासी सूचना के अधिकार के कार्यकर्ता चंद्रशेखर गौर ने भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय से दिसंबर 2020 में यह जानना चाहा था कि आखिर सरकार किसान किसे मानती है. कृषि एवं किसान मंत्रालय ने जो जवाब दिया है, उसमें कहा गया है कि, राष्ट्रीय किसान निधि 2007 के अनुसार किसान शब्द के अंतर्गत वे सभी व्यक्ति आते हैं जो फसल उगाने तथा अन्य प्राथमिक कृषि उत्पाद पैदा करने के लिए आर्थिक या जीवनयापन संबंधी गतिविधियों में सक्रियता से संलग्न रहते हैं.

किसान शब्द की व्याख्या करते हुए आगे कहा गया है कि, इसमें सभी कृषि प्रचालन जोतधारी कृषक, कृषक श्रमिक, कटाईदार, काश्तकार, मुर्गी पालक तथा पशुपालक, मछुआरे, मधुमक्खी पालक, माली, चरवाहे, गैर सामूहिक पौधारोपण करने वाले तथा कृषि संबंधित व्यवसाय जैसे रेशम पालक, कृमिपालन और कृषि वानिकी से जुड़े व्यक्ति शामिल होंगे.

किसान उन्हें भी माना जाएगा जो जनजातीय परिवार, झूम खेती से जुड़े व्यक्ति और गोण तथा गैर इमारती वन उत्पाद के संग्रहण व उपयोग तथा बिक्री में संलग्न होंगे.

भोपाल। केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में चल रहे आंदोलन और गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा ने सवाल खड़े कर दिए हैं. हर कोई यह जानना चाहता है कि आखिर किसान है कौन. केंद्र सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने किसान की जो परिभाषा की है. उसमें सिर्फ खेत में फसल उगाने और खेत में काम करने वाला ही किसान नहीं है, बल्कि किसान का आशय व्यापक है.

सिर्फ खेत में फसल उगाने वाला ही किसान नहीं

मध्यप्रदेश के नीमच जिले के निवासी सूचना के अधिकार के कार्यकर्ता चंद्रशेखर गौर ने भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय से दिसंबर 2020 में यह जानना चाहा था कि आखिर सरकार किसान किसे मानती है. कृषि एवं किसान मंत्रालय ने जो जवाब दिया है, उसमें कहा गया है कि, राष्ट्रीय किसान निधि 2007 के अनुसार किसान शब्द के अंतर्गत वे सभी व्यक्ति आते हैं जो फसल उगाने तथा अन्य प्राथमिक कृषि उत्पाद पैदा करने के लिए आर्थिक या जीवनयापन संबंधी गतिविधियों में सक्रियता से संलग्न रहते हैं.

किसान शब्द की व्याख्या करते हुए आगे कहा गया है कि, इसमें सभी कृषि प्रचालन जोतधारी कृषक, कृषक श्रमिक, कटाईदार, काश्तकार, मुर्गी पालक तथा पशुपालक, मछुआरे, मधुमक्खी पालक, माली, चरवाहे, गैर सामूहिक पौधारोपण करने वाले तथा कृषि संबंधित व्यवसाय जैसे रेशम पालक, कृमिपालन और कृषि वानिकी से जुड़े व्यक्ति शामिल होंगे.

किसान उन्हें भी माना जाएगा जो जनजातीय परिवार, झूम खेती से जुड़े व्यक्ति और गोण तथा गैर इमारती वन उत्पाद के संग्रहण व उपयोग तथा बिक्री में संलग्न होंगे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.