भोपाल। मध्यप्रदेश में सरकार बनाने के बाद बीजेपी ने किसान कर्जमाफी को घोटाला बताते हुए जांच का ऐलान किया था. लेकिन जांच के ऐलान के बाद बीजेपी अब बैकफुट पर नजर आ रही है. क्योंकि बीजेपी सरकार के कृषि मंत्री कमल पटेल की पत्नी रेखा बाई पटेल का भी कर्जा माफ हुआ है. खास बात यह है की, कर्जा माफी का लाभ लेने के बाद कमल पटेल कमलनाथ सरकार और अधिकारियों को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. उनका कहना है कि, वो विधायक हैं और उनकी पत्नी आयकर दाता है. उसके बाद भी उनका कर्जा कैसे माफ हो गया. उन्होंने इसे कांग्रेस का षड्यंत्र बताया है. उनके दावे के बाद सवाल यह खड़ा हो रहा है कि, अगर कमलनाथ सरकार ने उनकी पत्नी की कर्जमाफी नियम विरुद्ध की थी. तब उन्होंने आवाज क्यों नहीं उठाई. विधायक होते हुए इस मुद्दे को विधानसभा में उठा सकते थे.
दरअसल, शिवराज सरकार ने कमलनाथ सरकार की पिछले 6 महीने के कार्यकाल की जांच का ऐलान किया है. उन्होंने मंत्री समूह गठित किए हैं. जो विभिन्न विभागों में कमलनाथ सरकार के कामकाज की जांच पड़ताल कर रहा हैं. इस मामले में मंत्री समूह की पहली बैठक के बाद ही मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने ऐलान किया की, कर्ज माफी एक घोटाला थी और हम इसकी जांच करके दोषियों को दंडित करेंगे. कमलनाथ सरकार ने बिना कर्ज माफ किए लोगों को प्रमाण पत्र बांट दिए. बीजेपी सरकार के आरोपों के बाद कांग्रेस ने पलटवार करते हुए खुलासा किया कि, अगर कर्ज माफी नहीं हुई हैं, तो शिवराज सरकार के कृषि मंत्री स्वयं बताएं कि उनकी पत्नी रेखा बाई पटेल को कर्ज माफी का फायदा मिला है कि नहीं. कांग्रेस ने जानकारी साझा करते हुए बताया है कि, कमलनाथ सरकार की जय किसान फसल ऋण माफी योजना में जनता के साथ भाजपा के नेताओं के कर्ज भी माफ हुए हैं. इसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के परिजन रोहित सिंह, निरंजन सिंह, झाबुआ उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी रहे बालू भूरिया के माता-पिता और कृषि मंत्री कमल पटेल की पत्नी रेखा बाई पटेल का 45 हजार 428 रुपए कर्ज माफ हुआ है.कांग्रेस के पलटवार के बाद बीजेपी ने किसान कर्जमाफी पर चुप्पी साध ली है. वहीं दूसरी तरफ कृषि मंत्री अपनी पत्नी के कर्ज माफी के मामले में जो सफाई दे रहे हैं. सवाल उठ रहे हैं. दरअसल उनका कहना है कि, कर्जमाफी में नियम था कि, विधायक और आयकर दाताओं का कर्ज माफ नहीं होगा. उन्होंने कर्ज माफी का आवेदन भी नहीं किया था. लेकिन वो यह भी कहते हैं कि, हो सकता है, किसी इनकम टैक्स वाले ने आवेदन कर दिया हो. उनका कहना है कि, जब नियम विरुद्ध कर्जमाफी की गई, तो 15 महीने में कमलनाथ सरकार ने नियम विरुद्ध काम करने वालों को दंडित क्यों नहीं किया.कृषि मंत्री कमल पटेल का आरोप, कर्ज माफी षड्यंत्र
कांग्रेस के आरोपों पर कृषि मंत्री कमल पटेल का कहना है कि, कमलनाथ सरकार ने किसानों का कर्ज माफ तो नहीं किया. लेकिन उनको यह मालूम था कि, बीजेपी के लोग भी आरोप लगाएंगे. तो उन्होंने अधिकारियों से कहा कि, बीजेपी वालों का कर्जा माफ कर दो. जब यह नियम था कि, विधायक का कर्जा माफ नहीं होगा और जो आयकर दाता है, उसका कर्जा माफ नहीं होगा. तो उनका कर्ज कैसे माफ हो गया. इसके साथ ही उन्होंने अपनी पत्नी का कर्जमाफ होने को पूर्व की कांग्रेस सरकार का एक षड्यंत्र बताया है.