भोपाल। चीचली गांव में 3 साल के मासूम वरुण की हत्या के मामले में पुलिस ने कई नए खुलासे किए हैं. आरोपी महिला ने मासूम को चींटी मारने का जहर दिया था. उसके बाद पानी के कंटेनर में डाल दिया था. पुलिस ने महिला आरोपी सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं डीआईजी ने पुलिस की नाकामी को भी स्वीकारा है.
डीआईजी इरशाद वली ने बताया कि 3 साल के वरुण का अपहरण पड़ोस की ही महिला सुनीता सोलंकी ने किया था. सुनीता सोलंकी बच्चे के परिवार से नफरत करती थी. उसे शक था कि कुछ महीनों पहले सुनीता सोलंकी के घर जो चोरी हुई थी. वह वरुण के परिवार ने की थी. शक की बुनियाद पर महिला ने 4 साल के मासूम को मौत के घाट उतार दिया.
डीआईजी इरशाद वली ने आरोपी ने बताया कि वह बच्चे के परिवार से नफरत करती थी. जब जब उन्हें देखती थी, उसे अंदर से नफरत जाग जाती थी. 14 तारीख को जब बच्चा सुनीता के घर गया, उसने रोटी का टुकड़ा मांगा तो सुनीता ने सब्जी में चींटी मारने की दवाई मिलाकर उसे खाने दे दिया.जिसे खाते ही वरुण बेहोश हो गया. जिसके बाद शाम होते ही सुनीता ने वरुण को पानी के कंटेनर में डाल दिया.
डीआईजी ने बताया कि शाम को जब पुलिस सर्चिंग के लिए निकली तब सुनीता ने डर के मारे बच्चे को गेहूं के कंटेनर में डाल दिया. पुलिस उस घर में सर्चिंग के लिए भी गई, लेकिन पुलिस को नाकामी हाथ लगी.साथ ही मंगलवार सुबह सुनीता ने मोहल्ले के ही एक घर में जो सालों से बंद पड़ा हुआ है. वहां पीछे के गेट से घुसकर बच्चे के शव को आग लगा दी. पुलिस ने सुनीता और उसके छोटे बेटे को हिरासत में लिया है.
डीआईजी इरशाद वाली का कहना है कि इस पूरे मामले में पुलिस की नाकामी है कि घर में सर्चिंग के बाद भी वह बच्चे को जिंदा नहीं बचा पाई. जो टीम बच्चे के घर तलाशी के लिए गई थी, उस टीम पर कार्रवाई की जाएगी. साथ ही उन्होंने कहा सुनीता और उसके बेटे से पूछताछ की जा रही है. आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी.