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Tauktae Cyclone: सावधान रहें किसान! नौतपा तपेगा नहीं, तो बारिश कैसे होगी ?

तौकते तूफान के कारण मध्य प्रदेश में लोगों को गर्मी से जरूर थोड़ी राहत मिली है. लेकिन इससे मानसून बिगड़ने की संभवना जताई जा रही है. ऐसा अनुमान है कि अगर नौतपा तपेगा नहीं, तो बारिश भी नहीं होगी. जिस वजह से किसानों को खेती की प्रणाली बदलने की समझाइश दी जा रही है.

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Published : May 18, 2021, 6:12 PM IST

tauktae cyclone impact on monsoon bhopal
तौकते तूफान से मानसून पर पड़ेगा असर

भोपाल। तौकते तूफान का असर देश के तमाम राज्यों में देखने को मिल रहा है. तूफान की वजह से मध्य प्रदेश में कई जगह तेज हवा और बारिश का सिलसिला जारी है. मौसम विभाग ने 19 मई तक इसका असर रहने की संभावना जताई है. जानकारों की मानें, तो तौकते तूफान का असर आने वाले मानसून पर भी पड़ेगा. जिस वजह से बारिश के सीजन की फसलें भी प्रभावित होंगी. वहीं अरब सागर में तौकते तूफान बना हुआ है. जिस वजह से मध्य प्रदेश में अगले दो दिन तेज हवाओं के साथ बारिश की संभावना है. तूफान की वजह से तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है.

नौतपा तपेगा नहीं, तो बारिश भी नहीं

पहले यह संभावना जताई जा रही थी कि इस बार प्रदेश में मानसून बराबर रहेगा. लेकिन अचानक तौकते तूफान के कारण मौसम में काफी बदलाव आया है. जिस वजह से अब मानसून बिगड़ने की संभावना जताई जा रही है. कृषि जानकार डॉ.जीएस कौशल का कहना है कि पहले अनुमान था कि मानसून बराबर रहेगा. लेकिन तूफान के कारण फिलहाल तापमान 42 डिग्री सेल्शियस तक पहुंचा है, जबकि तापमान 44 डिग्री होना चाहिए था. वहीं डॉ.जीएस कौशल ने आगे कहा कि नौतपा जब तपेगा ही नहीं तो बरसात नियमित कैसे होगी, और बारिश कम होगी तो इसका दुष्प्रभाव आगामी फसलों पर होगा.

तौकते तूफान का मानसून पर पड़ेगा असर

चक्रवात तौकते: नौसेना ने तूफान में फंसे बार्जP305 पर सवार 146 लोगों को बचाया

खेती की प्रणाली पर ध्यान जरूरी

डॉ.जीएस कौशल ने कहा, 'बरसात की फसलों के लिए किसानों को अभी से सतर्क रहना चाहिए. कम पानी और अधिक पानी वाली दोनों ही स्थिति को ध्यान में रखकर फसलें बोना चाहिए. इसके लिए खेती की प्रणाली पर ध्यान देना होगा. किसानों को एक फसल की जगह दो फसलें लगानी होंगी और नालियां बनाकर बुआई करना होगा.' मौसम विभाग के अनुसार, '20 मई के बाद तौकते तूफान का असर कमजोर हो जाएगा, लेकिन यह मानसून के लिए दूरगामी असर करने वाला साबित होगा. इसके असर से आगामी बरसात का सीजन बिगड़ने की आशंका के मद्देनजर किसानों को अभी से इसके लिए तैयार रहना होगा. नहीं तो उनका काफी नुकसान झेलना पड़ सकता है.'

भोपाल। तौकते तूफान का असर देश के तमाम राज्यों में देखने को मिल रहा है. तूफान की वजह से मध्य प्रदेश में कई जगह तेज हवा और बारिश का सिलसिला जारी है. मौसम विभाग ने 19 मई तक इसका असर रहने की संभावना जताई है. जानकारों की मानें, तो तौकते तूफान का असर आने वाले मानसून पर भी पड़ेगा. जिस वजह से बारिश के सीजन की फसलें भी प्रभावित होंगी. वहीं अरब सागर में तौकते तूफान बना हुआ है. जिस वजह से मध्य प्रदेश में अगले दो दिन तेज हवाओं के साथ बारिश की संभावना है. तूफान की वजह से तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है.

नौतपा तपेगा नहीं, तो बारिश भी नहीं

पहले यह संभावना जताई जा रही थी कि इस बार प्रदेश में मानसून बराबर रहेगा. लेकिन अचानक तौकते तूफान के कारण मौसम में काफी बदलाव आया है. जिस वजह से अब मानसून बिगड़ने की संभावना जताई जा रही है. कृषि जानकार डॉ.जीएस कौशल का कहना है कि पहले अनुमान था कि मानसून बराबर रहेगा. लेकिन तूफान के कारण फिलहाल तापमान 42 डिग्री सेल्शियस तक पहुंचा है, जबकि तापमान 44 डिग्री होना चाहिए था. वहीं डॉ.जीएस कौशल ने आगे कहा कि नौतपा जब तपेगा ही नहीं तो बरसात नियमित कैसे होगी, और बारिश कम होगी तो इसका दुष्प्रभाव आगामी फसलों पर होगा.

तौकते तूफान का मानसून पर पड़ेगा असर

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खेती की प्रणाली पर ध्यान जरूरी

डॉ.जीएस कौशल ने कहा, 'बरसात की फसलों के लिए किसानों को अभी से सतर्क रहना चाहिए. कम पानी और अधिक पानी वाली दोनों ही स्थिति को ध्यान में रखकर फसलें बोना चाहिए. इसके लिए खेती की प्रणाली पर ध्यान देना होगा. किसानों को एक फसल की जगह दो फसलें लगानी होंगी और नालियां बनाकर बुआई करना होगा.' मौसम विभाग के अनुसार, '20 मई के बाद तौकते तूफान का असर कमजोर हो जाएगा, लेकिन यह मानसून के लिए दूरगामी असर करने वाला साबित होगा. इसके असर से आगामी बरसात का सीजन बिगड़ने की आशंका के मद्देनजर किसानों को अभी से इसके लिए तैयार रहना होगा. नहीं तो उनका काफी नुकसान झेलना पड़ सकता है.'

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