भोपाल। तौकते तूफान का असर देश के तमाम राज्यों में देखने को मिल रहा है. तूफान की वजह से मध्य प्रदेश में कई जगह तेज हवा और बारिश का सिलसिला जारी है. मौसम विभाग ने 19 मई तक इसका असर रहने की संभावना जताई है. जानकारों की मानें, तो तौकते तूफान का असर आने वाले मानसून पर भी पड़ेगा. जिस वजह से बारिश के सीजन की फसलें भी प्रभावित होंगी. वहीं अरब सागर में तौकते तूफान बना हुआ है. जिस वजह से मध्य प्रदेश में अगले दो दिन तेज हवाओं के साथ बारिश की संभावना है. तूफान की वजह से तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है.
नौतपा तपेगा नहीं, तो बारिश भी नहीं
पहले यह संभावना जताई जा रही थी कि इस बार प्रदेश में मानसून बराबर रहेगा. लेकिन अचानक तौकते तूफान के कारण मौसम में काफी बदलाव आया है. जिस वजह से अब मानसून बिगड़ने की संभावना जताई जा रही है. कृषि जानकार डॉ.जीएस कौशल का कहना है कि पहले अनुमान था कि मानसून बराबर रहेगा. लेकिन तूफान के कारण फिलहाल तापमान 42 डिग्री सेल्शियस तक पहुंचा है, जबकि तापमान 44 डिग्री होना चाहिए था. वहीं डॉ.जीएस कौशल ने आगे कहा कि नौतपा जब तपेगा ही नहीं तो बरसात नियमित कैसे होगी, और बारिश कम होगी तो इसका दुष्प्रभाव आगामी फसलों पर होगा.
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खेती की प्रणाली पर ध्यान जरूरी
डॉ.जीएस कौशल ने कहा, 'बरसात की फसलों के लिए किसानों को अभी से सतर्क रहना चाहिए. कम पानी और अधिक पानी वाली दोनों ही स्थिति को ध्यान में रखकर फसलें बोना चाहिए. इसके लिए खेती की प्रणाली पर ध्यान देना होगा. किसानों को एक फसल की जगह दो फसलें लगानी होंगी और नालियां बनाकर बुआई करना होगा.' मौसम विभाग के अनुसार, '20 मई के बाद तौकते तूफान का असर कमजोर हो जाएगा, लेकिन यह मानसून के लिए दूरगामी असर करने वाला साबित होगा. इसके असर से आगामी बरसात का सीजन बिगड़ने की आशंका के मद्देनजर किसानों को अभी से इसके लिए तैयार रहना होगा. नहीं तो उनका काफी नुकसान झेलना पड़ सकता है.'