भोपाल। मध्य प्रदेश की स्वच्छता रैंकिंग (Madhya Pradesh Swachhata Ranking) में सिंगरौली और छिंदवाड़ा नगर निगम सबसे आगे है. यह रैंकिंग सिर्फ 10 लाख से कम आबादी वाले शहरों की थी. इसमें भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और उज्जैन को शामिल नहीं किया गया. रैंकिंग में सिंगरौली को दो और छिंदवाड़ा को एक श्रेणी में सबसे ज्यादा अंक मिले हैं. नगर पालिकाओं की बात की जाए तो पांढुर्ना, पीथमपुर, नरसिंहपुर, खाचरौद काे अलग-अलग श्रेणी में पहला स्थान मिला. वहीं, नगर परिषदों की बात करें तो सैलाना दो और शाहगंज एक श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ रहे हैं.
प्रदेश में तीन श्रेणियों में होती है स्वच्छता रैंकिंग
देश के स्वच्छ सर्वेक्षण में बेहतर परिणाम लाने के लिए प्रदेश सरकार ने तीन श्रेणियों में रैंकिंग देने की शुरुआत की है. इन श्रेणियों में फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट (एफएसटीपी), मटेरियल रिकवरी फेसिलिटी (एमआरएफ) और कम्पोस्टिंग यूनिट शामिल हैं. हर तीन महीने में निकायों की रैंकिंग की जाएगी. इसमें स्वच्छता के लिए बनाए गए इंफ्रास्ट्रक्चर की जांच कर अंक दिए जाते हैं. नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने गुरुवार को 'स्वच्छता की बुनियाद' अभियान के परिणाम घोषित किए.
कर्मचारियों को प्रमोशन के साथ चेतावनी
मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि स्वच्छ सर्वेक्षण के साथ अन्य विकास कार्यों में अच्छी रैंकिंग लाने वाले निकाय के अधिकारियों-कर्मचारियों को प्रमोशन में प्राथमिकता देने पर विचार किया जाएगा. साथ ही चेतावनी भी दी कि निकाय का काम सिर्फ स्वच्छता ही नहीं है. अन्य कामों पर भी उन्हें ध्यान देना होगा. बेहतर काम नहीं करने वाले निकायों में बदलाव भी किया जाएगा. उन्होंने कहा कि अब से सिर्फ राज्य स्तर की रैंकिंग दी जाएगी, संभाग स्तर की नहीं.