भोपाल। नामीबिया से मध्यप्रदेश लाये गए चीतों की मौत ने वन विभाग और राज्य सरकार को हैरान कर दिया है. वही सुप्रीम कोर्ट ने भी चीतों की अचानक हुई मौतों पर उन्हें राजस्थान शिफ्ट करने की सलाह केंद्र सरकार को दी है. केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में कहा है की सियासत से ऊपर उठकर चीतों को राजस्थान में शिफ्ट करने पर विचार किया जाना चाहिए. वहीं चीतों को शिफ्ट किए जाने पर वन मंत्री विजय शाह ने कहा है कि यह केंद्र सरकार राज्य सरकार को फैसला लेना है, हालांकि विजय शाह ने कोर्ट की सलाह पर चुप्पी साध ली, लेकिन यह जरूर कहा की कूनो में चीतों को शिफ्ट करने की योजना पर काम हो रहा है. प्रदेश में तीन अलग-अलग जगहों पर शिफ्ट किया जाएगा. कूनो के साथ साथ नौरादेही, इंदिरा सागर के जंगलों में इन चीजों को शिफ्ट किया जाएगा.
सुप्रीम कोर्ट ने चीतों को राजस्थान शिफ्ट करने कहा: वन मंत्री विजय शाह ने कहा की चीतों कि मौत जो हुई है. उसकी वजह आपके सामने भी है. फिलहाल मौतों के साथ-साथ चार शावकों का भी जन्म हुआ है. आप देख रहे हैं कि चीते पूरी तरह सुरक्षित हैं, वन विभाग उन पर पूरी निगरानी रखे हुए हैं. केंद्र सरकार ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट से कहा कि अदालत द्वारा नियुक्त समिति के सदस्यों सहित किसी भी अधिकारी को भारत में चीता प्रबंधन का कोई खास अनुभव नहीं है, क्योंकि चीते 1947-48 में देश से विलुप्त हो गए थे. अफ्रीकी देशों के साथ यात्राओं, पर्यटन के अध्ययन क्षमता निर्माण और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से केंद्र और राज्य सरकारों ने अधिकारी और पशु चिकित्सकों के तरीके के रखरखाव की ट्रेनिंग दी है. सुप्रीम कोर्ट ने यह तर्क दिया कि इतने सारे चीतों के लिए कूनो नेशनल पार्क काफी छोटा है. आप राजस्थान में शिफ्ट क्यों नहीं करते. केवल इसलिए कि राजस्थान में विपक्षी दल की सरकार है. वहीं केंद्र सरकार की ओर से अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल ऐश्वर्या भाटी ने कहा कि चीतों की शिफ्टिंग के लिए संभावित पहलुओं की जांच की जा रही है.
कूनो में 3 चीतों की मौत हो चुकी: बता दें 27 मार्च को नामीबिया से लाई गई पहली चीता साशा की मौत हुई थी. साशा की मौत की वजह किडनी में इंफेक्शन सामने आई थी. उसके बाद दूसरी बुरी खबर 23 अप्रैल को आई. इस दिन दूसरे चीता उदय की मौत हो गई थी. फिर 9 मई को तीसरी मौत की खबर ने लोगों को हैरानी में डाल दिया. 9 मई को संघर्ष की लड़ाई में मादा दक्षा चीता की मौत हो गई थी. जानकारी सामने आई थी कि मादा चीता दक्षा के शरीर पर नर चीते के हमले के निशान मिले थे. दोनों को बाड़े में मेटिंग के लिए साथ रखा गया था. बता दें कई बार मेटिंग के दौरान आपस में साथ रहने के दौरान चीते हिंसक हो जाते हैं.