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सीएम ने लिया छात्रों के हित में बड़ा फैसला, बिना परीक्षा दिए अगली कक्षा में मिलेगा प्रवेश - मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान

स्नातक प्रथम, द्वितीय वर्ष और स्नातकोत्तर द्वितीय सेमेस्टर के परीक्षार्थियों को अगली कक्षा में प्रवेश दिया जाएगा, जिसका निर्णय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह द्वारा लिया गया है.

students will get admission for next class without exams
बिना परीक्षा अगली कक्षा में मिलेगा प्रवेश
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Published : Jun 23, 2020, 11:03 AM IST

Updated : Jun 23, 2020, 11:26 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश के उच्च तकनीकी शिक्षा के विद्यार्थियों के हित में सीएम शिवराज सिंह चौहान द्वारा बड़ा निर्णय लिया गया है. इस निर्णय के तहत स्नातक प्रथम और द्वितीय वर्ष सहित स्नातकोत्तर द्वितीय सेमेस्टर के परीक्षार्थियों को बिना परीक्षा दिए उनके गत वर्ष/सेमेस्टर के अंकों/आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर अगली कक्षा/सेमेस्टर में प्रवेश दिया जाएगा. साथ ही स्नातक अंतिम वर्ष और स्नातकोत्तर चतुर्थ सेमेस्टर के परीक्षार्थियों के पहले वर्षों/सेमेस्टर्स में से सर्वाधिक अंक प्राप्त परीक्षा परिणाम को प्राप्त अंक मानकर अंतिम वर्ष/सेमेस्टर के परीक्षा परिणाम घोषित किए जाएंगे. ऐसे परीक्षार्थी जो परीक्षा देकर अपने अंकों में सुधार चाहते हैं, उनके पास परीक्षा देने का विकल्प भी रहेगा. वह आगामी घोषित तिथि पर ऑफलाइन परीक्षा दे सकेंगे.

मुख्यमंत्री ने यह निर्णय मंत्रालय में कोरोना के तहत विश्वविद्यालयीन परीक्षाओं के संचालन और कक्षाओं को प्रारंभ करने के संबंध में आयोजित बैठक के दौरान लिया है. इस बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, उच्च शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव अनुपम राजन, स्कूल शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव रश्मि अरूण शमी उपस्थित रहे.

सीएम ने कहा कि प्रदेश में शालाओं को खोलने के संबंध में 31 जुलाई 2020 को समीक्षा कर निर्णय लिया जाएगा. 12वीं कक्षा के ऐसे विद्यार्थी जो किसी कारण वश परीक्षा नहीं दे पाए हैं, उनके लिए एक बार फिर से परीक्षा आयोजित होगी. स्कूल शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव रश्मि अरूण शमी ने बताया कि अगले हफ्ते से बच्चों को किताबों का वितरण कराने की व्यवस्था की जा रही है.

प्रदेश में स्नातक और स्नातकोत्तर के 17 लाख 77 हजार परीक्षार्थी

प्रदेश में वर्तमान शैक्षणिक सत्र में स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर पर कुल 17 लाख 77 हजार परीक्षार्थी हैं. इनमें स्नातक प्रथम वर्ष में 5 लाख 25 हजार 200, स्नातक द्वितीय वर्ष में 5 लाख 7 हजार 269, स्नातक तृतीय वर्ष में 4 लाख 30 हजार 298, स्नातकोत्तर द्वितीय सेमेस्टर में 01 लाख 72 हजार 634, स्नातकोत्तर चतुर्थ सेमेस्टर में 01 लाख 41 हजार 599 परीक्षार्थी हैं.

बरकतउल्ला विश्वविद्यालय में परीक्षार्थियों की कुल संख्या 03 लाख 47 हजार 554, जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर में 2 लाख 63 हजार 05, विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन में 01 लाख 83 हजार 37, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर में 2 लाख 25 हजार 197, महाराजा छत्रसाल विश्वविद्यालय छतरपुर में 01 लाख 52 हजार 230, देवी अहिल्या बाई विश्वविद्यालय में 3 लाख 55 हजार 379, अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय रीवा में 01 लाख 97 हजार 901 तथा छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय में 54 हजार 697 विद्यार्थी हैं.

10वीं और 12वीं के परीक्षा परिणाम जुलाई में आने की उम्मीद

स्कूल शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव ने बताया कि प्रदेश में 10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं सम्पन्न हो चुकी हैं. 10वीं के परिणाम जुलाई के प्रथम सप्ताह में और 12वीं के परिणाम जुलाई के तृतीय सप्ताह में अपेक्षित हैं. प्रदेश में लॉकडाउन की अवधि में रेडियो, टीवी और मोबाइल के माध्यम से शैक्षणिक गतिविधियां संचालित हैं.

भोपाल। मध्य प्रदेश के उच्च तकनीकी शिक्षा के विद्यार्थियों के हित में सीएम शिवराज सिंह चौहान द्वारा बड़ा निर्णय लिया गया है. इस निर्णय के तहत स्नातक प्रथम और द्वितीय वर्ष सहित स्नातकोत्तर द्वितीय सेमेस्टर के परीक्षार्थियों को बिना परीक्षा दिए उनके गत वर्ष/सेमेस्टर के अंकों/आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर अगली कक्षा/सेमेस्टर में प्रवेश दिया जाएगा. साथ ही स्नातक अंतिम वर्ष और स्नातकोत्तर चतुर्थ सेमेस्टर के परीक्षार्थियों के पहले वर्षों/सेमेस्टर्स में से सर्वाधिक अंक प्राप्त परीक्षा परिणाम को प्राप्त अंक मानकर अंतिम वर्ष/सेमेस्टर के परीक्षा परिणाम घोषित किए जाएंगे. ऐसे परीक्षार्थी जो परीक्षा देकर अपने अंकों में सुधार चाहते हैं, उनके पास परीक्षा देने का विकल्प भी रहेगा. वह आगामी घोषित तिथि पर ऑफलाइन परीक्षा दे सकेंगे.

मुख्यमंत्री ने यह निर्णय मंत्रालय में कोरोना के तहत विश्वविद्यालयीन परीक्षाओं के संचालन और कक्षाओं को प्रारंभ करने के संबंध में आयोजित बैठक के दौरान लिया है. इस बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, उच्च शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव अनुपम राजन, स्कूल शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव रश्मि अरूण शमी उपस्थित रहे.

सीएम ने कहा कि प्रदेश में शालाओं को खोलने के संबंध में 31 जुलाई 2020 को समीक्षा कर निर्णय लिया जाएगा. 12वीं कक्षा के ऐसे विद्यार्थी जो किसी कारण वश परीक्षा नहीं दे पाए हैं, उनके लिए एक बार फिर से परीक्षा आयोजित होगी. स्कूल शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव रश्मि अरूण शमी ने बताया कि अगले हफ्ते से बच्चों को किताबों का वितरण कराने की व्यवस्था की जा रही है.

प्रदेश में स्नातक और स्नातकोत्तर के 17 लाख 77 हजार परीक्षार्थी

प्रदेश में वर्तमान शैक्षणिक सत्र में स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर पर कुल 17 लाख 77 हजार परीक्षार्थी हैं. इनमें स्नातक प्रथम वर्ष में 5 लाख 25 हजार 200, स्नातक द्वितीय वर्ष में 5 लाख 7 हजार 269, स्नातक तृतीय वर्ष में 4 लाख 30 हजार 298, स्नातकोत्तर द्वितीय सेमेस्टर में 01 लाख 72 हजार 634, स्नातकोत्तर चतुर्थ सेमेस्टर में 01 लाख 41 हजार 599 परीक्षार्थी हैं.

बरकतउल्ला विश्वविद्यालय में परीक्षार्थियों की कुल संख्या 03 लाख 47 हजार 554, जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर में 2 लाख 63 हजार 05, विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन में 01 लाख 83 हजार 37, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर में 2 लाख 25 हजार 197, महाराजा छत्रसाल विश्वविद्यालय छतरपुर में 01 लाख 52 हजार 230, देवी अहिल्या बाई विश्वविद्यालय में 3 लाख 55 हजार 379, अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय रीवा में 01 लाख 97 हजार 901 तथा छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय में 54 हजार 697 विद्यार्थी हैं.

10वीं और 12वीं के परीक्षा परिणाम जुलाई में आने की उम्मीद

स्कूल शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव ने बताया कि प्रदेश में 10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं सम्पन्न हो चुकी हैं. 10वीं के परिणाम जुलाई के प्रथम सप्ताह में और 12वीं के परिणाम जुलाई के तृतीय सप्ताह में अपेक्षित हैं. प्रदेश में लॉकडाउन की अवधि में रेडियो, टीवी और मोबाइल के माध्यम से शैक्षणिक गतिविधियां संचालित हैं.

Last Updated : Jun 23, 2020, 11:26 AM IST
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