भोपाल। व्यापमं घोटाले में एसटीएफ की टीम ने तीन नई एफआईआर दर्ज की है. ये एफआईआर फर्जी मूल निवासी प्रमाण पत्र के जरिए सरकारी मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन लेने वाले तीन अभ्यर्थियों और अन्य के खिलाफ दर्ज की गई है. ये अभ्यर्थी पीएमटी 2009 और 2010 की परीक्षा में शामिल हुए थे.
मध्यप्रदेश के बहुचर्चित व्यापमं महाघोटाले की दोबारा जांच शुरू करने के बाद अब तक एसटीएफ कुल 13 एफआईआर दर्ज कर चुकी है. शुक्रवार को एसटीएफ की टीम ने तीन नई एफआईआर दर्ज की है. यह मामला पीएमटी में साल 2009 और 2010 परीक्षा को लेकर दर्ज किए गए हैं. एसटीएफ ने फर्जी मूल निवासी प्रमाण पत्र के जरिए सरकारी मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन लेने वाले शिव सिंह पंकज कुमार और सुनील सोनकर के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
इन तीनों अभ्यर्थियों ने फर्जी मूल निवासी प्रमाण पत्र पीएमटी परीक्षा और मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेने के दौरान लगाया था. हालांकि यह तीनों फिलहाल कहां और किस अस्पताल में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. इसकी जानकारी जुटाई जा रही है. एसटीएफ के अधिकारियों का दावा है कि जल्द ही फर्जीवाड़ा करने वाले इन अभ्यर्थियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
वहीं पिछले 10 मामलों में फर्जी प्रमाणपत्र लगाने वाले डॉक्टर्स के बारे में भी एसटीएफ की टीम ने पुख्ता जानकारियां जुटा ली है. एसटीएफ के अधिकारियों के मुताबिक इनमें से कुछ डॉक्टर्स दमोह, मुरैना जबलपुर समेत दिल्ली के अस्पतालों में पदस्थ हैं. जल्द ही इन अभ्यर्थियों की भी गिरफ्तारी की जा सकती है.