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व्यापमं घोटाला: STF ने की तीन नई FIR, अब तक कुल 13 मामले दर्ज

व्यापमं घोटाले में एसटीएफ ने तीन नई एफआईआर दर्ज की है. बता दें इस मामले में अभी तक कुल 13 मामले पंजीबद्ध हो चुके हैं.

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अशोक अवस्थी, एडीजी
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Published : Jan 24, 2020, 6:37 PM IST

Updated : Jan 24, 2020, 7:56 PM IST

भोपाल। व्यापमं घोटाले में एसटीएफ की टीम ने तीन नई एफआईआर दर्ज की है. ये एफआईआर फर्जी मूल निवासी प्रमाण पत्र के जरिए सरकारी मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन लेने वाले तीन अभ्यर्थियों और अन्य के खिलाफ दर्ज की गई है. ये अभ्यर्थी पीएमटी 2009 और 2010 की परीक्षा में शामिल हुए थे.

व्यापमं मामले में 3 नई एफआईआर दर्ज


मध्यप्रदेश के बहुचर्चित व्यापमं महाघोटाले की दोबारा जांच शुरू करने के बाद अब तक एसटीएफ कुल 13 एफआईआर दर्ज कर चुकी है. शुक्रवार को एसटीएफ की टीम ने तीन नई एफआईआर दर्ज की है. यह मामला पीएमटी में साल 2009 और 2010 परीक्षा को लेकर दर्ज किए गए हैं. एसटीएफ ने फर्जी मूल निवासी प्रमाण पत्र के जरिए सरकारी मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन लेने वाले शिव सिंह पंकज कुमार और सुनील सोनकर के खिलाफ मामला दर्ज किया है.


इन तीनों अभ्यर्थियों ने फर्जी मूल निवासी प्रमाण पत्र पीएमटी परीक्षा और मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेने के दौरान लगाया था. हालांकि यह तीनों फिलहाल कहां और किस अस्पताल में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. इसकी जानकारी जुटाई जा रही है. एसटीएफ के अधिकारियों का दावा है कि जल्द ही फर्जीवाड़ा करने वाले इन अभ्यर्थियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.

वहीं पिछले 10 मामलों में फर्जी प्रमाणपत्र लगाने वाले डॉक्टर्स के बारे में भी एसटीएफ की टीम ने पुख्ता जानकारियां जुटा ली है. एसटीएफ के अधिकारियों के मुताबिक इनमें से कुछ डॉक्टर्स दमोह, मुरैना जबलपुर समेत दिल्ली के अस्पतालों में पदस्थ हैं. जल्द ही इन अभ्यर्थियों की भी गिरफ्तारी की जा सकती है.

भोपाल। व्यापमं घोटाले में एसटीएफ की टीम ने तीन नई एफआईआर दर्ज की है. ये एफआईआर फर्जी मूल निवासी प्रमाण पत्र के जरिए सरकारी मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन लेने वाले तीन अभ्यर्थियों और अन्य के खिलाफ दर्ज की गई है. ये अभ्यर्थी पीएमटी 2009 और 2010 की परीक्षा में शामिल हुए थे.

व्यापमं मामले में 3 नई एफआईआर दर्ज


मध्यप्रदेश के बहुचर्चित व्यापमं महाघोटाले की दोबारा जांच शुरू करने के बाद अब तक एसटीएफ कुल 13 एफआईआर दर्ज कर चुकी है. शुक्रवार को एसटीएफ की टीम ने तीन नई एफआईआर दर्ज की है. यह मामला पीएमटी में साल 2009 और 2010 परीक्षा को लेकर दर्ज किए गए हैं. एसटीएफ ने फर्जी मूल निवासी प्रमाण पत्र के जरिए सरकारी मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन लेने वाले शिव सिंह पंकज कुमार और सुनील सोनकर के खिलाफ मामला दर्ज किया है.


इन तीनों अभ्यर्थियों ने फर्जी मूल निवासी प्रमाण पत्र पीएमटी परीक्षा और मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेने के दौरान लगाया था. हालांकि यह तीनों फिलहाल कहां और किस अस्पताल में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. इसकी जानकारी जुटाई जा रही है. एसटीएफ के अधिकारियों का दावा है कि जल्द ही फर्जीवाड़ा करने वाले इन अभ्यर्थियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.

वहीं पिछले 10 मामलों में फर्जी प्रमाणपत्र लगाने वाले डॉक्टर्स के बारे में भी एसटीएफ की टीम ने पुख्ता जानकारियां जुटा ली है. एसटीएफ के अधिकारियों के मुताबिक इनमें से कुछ डॉक्टर्स दमोह, मुरैना जबलपुर समेत दिल्ली के अस्पतालों में पदस्थ हैं. जल्द ही इन अभ्यर्थियों की भी गिरफ्तारी की जा सकती है.

Intro:भोपाल- व्यापम घोटाले में एसटीएफ की टीम ने तीन नई एफ आई आर दर्ज की है। यह एफआईआर फर्जी मूल निवासी प्रमाण पत्र के जरिए शासकीय मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश लेने वाले तीन अभ्यर्थियों और अन्य के खिलाफ दर्ज की गई है। ये अभ्यर्थी पीएमटी 2009 और 2010 की परीक्षा में शामिल हुए थे।


Body:मध्य प्रदेश के बहुचर्चित व्यापम महा घोटाले की दोबारा जांच शुरू करने के बाद अब तक एसटीएफ कुल 13 एफ आई आर दर्ज कर चुकी है। आज एसटीएफ की टीम ने तीन नई एफ आई आर दर्ज की है यह मामले पीएमटी की साल 2009 और 2010 परीक्षा को लेकर दर्ज किए गए हैं। एसटीएफ ने फर्जी मूल निवासी प्रमाण पत्र के जरिए शासकीय में मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश लेने वाले शिव सिंह पंकज कुमार और सुनील सोनकर के खिलाफ यह मामले दर्ज किए हैं। इन तीनों अभ्यर्थियों ने फर्जी मूल निवासी प्रमाण पत्र पीएमटी परीक्षा और मेडिकल कॉलेज में प्रवेश लेने के दौरान लगाया था। हालांकि यह तीनों फिलहाल कहां और किस अस्पताल में अपनी सेवाएं दे रहे हैं इसकी जानकारी जुटाई जा रही है। एसटीएफ के अधिकारियों का दावा है कि जल्द ही फर्जीवाड़ा करने वाले इन अभ्यर्थियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।


Conclusion:वहीं पिछले 10 मामलों में फर्जी प्रमाणपत्र लगाने वाले डॉक्टर्स के बारे में भी एसटीएफ की टीम ने पुख्ता जानकारियां जुटा ली है एसटीएफ के अधिकारियों के मुताबिक इनमें से कुछ डॉक्टर्स दमोह मुरैना जबलपुर समेत दिल्ली के अस्पतालों में पदस्थ हैं जल्द ही इन अभ्यर्थियों की भी गिरफ्तारी की जा सकती है।

बाइट- अशोक अवस्थी, एडीजी, एसटीएफ।
Last Updated : Jan 24, 2020, 7:56 PM IST
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