भोपाल। ग्वालियर एयरपोर्ट पर तारों में फस कर पलटने के विमान हादसे में एटीसी की लापरवाही सामने आई है. शुरुआती जांच में सामने आया है कि यह हादसा एटीसी और पायलट के बीच कम्युनिकेशन गैप के चलते हुआ है. एयरपोर्ट पर अरेस्टर बैरियर खुले होने की सूचना एटीसी को पायलट को देनी थी, जोकि उसने नहीं दी. इस वजह से यह हादसा हुआ.
क्या होता है अरेस्टर बैरियर
अरेस्टर बैरियर एक तरह का जाल होता है. फाइटर प्लेन की लैंडिंग और टेक ऑफ के दौरान इसका उपयोग किया जाता है. दरअसल, फाइटर प्लेन की स्पीड अधिक होती है, जिसके चलते जब यह लैंड करते हैं तब इन्हें रोकना मुश्किल होता है. इसलिए यह बैरियर लगाए जाते हैं, ताकि फाइटर प्लेन की स्पीड कंट्रोल की जा सके. यह 6 से 20 टन और 20 से 40 टन श्रेणी के विमानों के लिए होते हैं.
इस तरह हुआ हादसा
ग्वालियर एयरपोर्ट के रनवे पर यह प्लेन लैंड होना था. सामान्य तौर पर एयरक्राफ्ट लैंड करते समय एटीसी पायलट को जानकारी देता है कि अरेस्टर बैरियर खुला है या नहीं. यदि ये खुला होता है, तो पायलट को एक ऊंचाई मेंटेन करते हुए लैंडिंग करनी होती है. बुधवार रात स्टेट प्लेन रात करीब 9:15 बजे ग्वालियर एयरपोर्ट पर लैंड हुआ. बैरियर खोलें होने की जानकारी ना होने से पायलट ने प्लेन को लैंड किया और विमान इसमें उलझ कर अनियंत्रित होकर पलट गया.
कम्युनिकेशन गैप के कारण हुआ था ग्वालियर विमान हादसा: ATC की लापरवाही आई सामने
ग्वालियर एयरपोर्ट पर हुए विमान हादसे में एटीसी की लापरवाही सामने आई है. जांच में पता चला है कि यह हादसा एटीसी और पायलट के बीच कम्युनिकेशन गैप के चलते हुआ है.
भोपाल। ग्वालियर एयरपोर्ट पर तारों में फस कर पलटने के विमान हादसे में एटीसी की लापरवाही सामने आई है. शुरुआती जांच में सामने आया है कि यह हादसा एटीसी और पायलट के बीच कम्युनिकेशन गैप के चलते हुआ है. एयरपोर्ट पर अरेस्टर बैरियर खुले होने की सूचना एटीसी को पायलट को देनी थी, जोकि उसने नहीं दी. इस वजह से यह हादसा हुआ.
क्या होता है अरेस्टर बैरियर
अरेस्टर बैरियर एक तरह का जाल होता है. फाइटर प्लेन की लैंडिंग और टेक ऑफ के दौरान इसका उपयोग किया जाता है. दरअसल, फाइटर प्लेन की स्पीड अधिक होती है, जिसके चलते जब यह लैंड करते हैं तब इन्हें रोकना मुश्किल होता है. इसलिए यह बैरियर लगाए जाते हैं, ताकि फाइटर प्लेन की स्पीड कंट्रोल की जा सके. यह 6 से 20 टन और 20 से 40 टन श्रेणी के विमानों के लिए होते हैं.
इस तरह हुआ हादसा
ग्वालियर एयरपोर्ट के रनवे पर यह प्लेन लैंड होना था. सामान्य तौर पर एयरक्राफ्ट लैंड करते समय एटीसी पायलट को जानकारी देता है कि अरेस्टर बैरियर खुला है या नहीं. यदि ये खुला होता है, तो पायलट को एक ऊंचाई मेंटेन करते हुए लैंडिंग करनी होती है. बुधवार रात स्टेट प्लेन रात करीब 9:15 बजे ग्वालियर एयरपोर्ट पर लैंड हुआ. बैरियर खोलें होने की जानकारी ना होने से पायलट ने प्लेन को लैंड किया और विमान इसमें उलझ कर अनियंत्रित होकर पलट गया.