भोपाल। अगस्त में बनाए गए एंटीमाइक्रोबॉयल रेजिस्टेंस प्लान के तहत भोपाल में शनिवार को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत स्टेट एक्शन प्लान की टेक्निकल बैठक की गई. इस बैठक में इस बात पर चर्चा की गई कि कैसे खाद्य, खाद, फार्मेसी, मछली पालन, के क्षेत्रों में एंटीबायोटिक के दुरुपयोग पर रोक लगाई जाए.
इस बैठक में हुई चर्चा के बारे में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की डायरेक्टर छवि भारद्वाज ने बताया कि व्यक्ति जो भी खाद्य पदार्थ लेता है चाहे वो दूध हो, सब्जी-फल या कोई अन्य उनमें बहुत ज्यादा मात्रा में एंटीबायोटिक होता है जो व्यक्ति के शरीर में रह जाता है और उसके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है. इसके लिए जरूरी है कि इन सभी क्षेत्रों से जुड़े लोगों को कम से कम एंटीबायोटिक का इस्तेमाल करने के लिए जागरूक किया जाए.
इसके तहत फार्मेसी, नर्सिंग होम एसोसिएशन और मेडिकल प्रैक्टिशनर को भी जागरूक किया जाएगा. इसके लिए जल्द ही एक पूरा पॉलिसी प्लान बनाया जाएगा. बता दें कि एंटीबायोटिक के दुरुपयोग को रोकने के लिए भारत में केरल के बाद मध्यप्रदेश दूसरा राज्य है, जिसने एंटीमाइक्रोबॉयल रेजिस्टेंस के लिए प्लान बनाया है.