भोपाल। सीधी यूरिनल कांड में आरोपी प्रवेश शुक्ला को लेकर कई तरह की पोस्ट सोशल मीडिया पर हो रही हैं. मध्यप्रदेश में ब्राह्मण वर्सेस दलित शुरू हो गया है. लेकिन इसी बीच बिहार की लोक गायिका नेहा सिंह राठौर की पोस्ट को लेकर हंगामा शुरू हो गया. भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चे के पदाधिकारी सूरज खरे द्वारा हबीबगंज थाने में शिकायत की गई है. शिकायत के अनुसार नेहा सिंह की पोस्ट में आरएसएस की यूनिफार्म पहने एक शख्स पेशाब करते हुए दिखाया गया है.
शिकायत में ये भी कहा : शिकायत में कहा गया है कि यह आदिवासी और आरएसएस के बीच वैमनस्यता फैलाने के लिए किया गया है. प्रतीकात्मक फोटो में आरएसएस की पोशाक पहने व्यक्ति को आदिवासी व्यक्ति पर पेशाब करते हुए दिखाया गया है. जबकि आरएसएस का इस पूरी घटना से कोई लेना-देना नहीं है. इस पोस्ट को लेकर आदिवासी समाज और आरएसएस में रोष व्याप्त है. इस शिकायत के बाद हबीबगंज थाने में नेहा सिंह राठौर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई. इस मामले में शिकायतकर्ता सूरज खरे का कहना है कि नेहा सिंह ने बहुत ही घटिया ट्वीट किया है. उनके खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ेंगे. इस मामले में ट्वीट करने वाली नेहा सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि जबरन आरएसएस से मेरी पोस्ट को जोड़ा जा रहा है.
रिपोर्टर: एमपी में आपके खिलाफ 153 क के तहत प्रकरण दर्ज हुआ है. भाजपा एसटी मोर्चा ने मामला दर्ज करवाया है. जिस तस्वीर को आधार बनाया है, वो आपके ऑफिसियल ट्वीटर हैंडल से वायरल हुआ है. आप कैसे संघ को इसमें इनवॉल्व मानती हैं?
नेहा सिंह राठौर: आपको उसमें संघ दिखा कहां ?
रिपोर्टर : यूनिफार्म है, बगल में हॉफ पेंट दिखाई दे रहा है. व्हाइट शर्ट है.
नेहा सिंह राठौर : हॉफ पेंट क्या सिर्फ आरएसएस के लोग ही पहनते हैं ? जनेऊ शर्ट के ऊपर से पहनते हैं? क्या सिगरेट पीते हैं, नहीं, कहां से दिख रहा है आपको आरएसएस का गणवेश और आरएसएस का पेंट. पेंट तो कोई भी पहनता है. हॉफ पेंट तो छोटे बच्चे पहनते हैं और बड़े लोग भी नेकर पहनते हैं.
रिपार्टर : बिलकुल, लेकिन शिकायत भाजपा की तरफ से यही की गई है कि आपने आरएसएस को ही टारगेट किया है.
नेहा सिंह राठौर : नहीं, आप बताइए आरएसएस को कैसे टारगेट किया है? आप बता दीजिए तो मैं कुछ आगे बोलूं. जब मैंने आरएसएस को टारगेट किया ही नहीं है तो फिर आप कैसे कह रहे हैं कि मैंने ऐसा किया है. किस आधार पर कह रहे हैं.
रिपोर्टर : यूनिफार्म, संघ की टोपी, बेल्ट इत्यादि.
नेहा सिंह राठौर : लेकिन वो तो सिगरेट नहीं पीते.
रिपोर्टर : बिलकुल नहीं पीते, लेकिन बाकी चीजें.
नेहा सिंह राठौर : वही तो मैं कह रही हूं कि जब वह सिगरेट नहीं पीते, जनेऊ शर्ट के ऊपर नहीं पहनते तो फिर आप कैसे मान रहे हैं कि वह आरएसएस का चित्र है.
रिपोर्टर : तो फिर यह किसका है? प्रवेश शुक्ला तो ऐसा नहीं दिखाई देता.
नेहा सिंह राठौर : यह प्रतीकात्मक फोटो है, जिसका कार्टून शेयर किया है. जैसा एक विक्षिप्त आदमी है, जो मानसिक संतुलन खो दिया है. क्योंकि संतुलित आदमी तो किसी के ऊपर ऐसा करेगा नहीं. राह चलते किसी के ऊपर पेशाब कर दे, इस तरह की बदमाशी. यह तो मानसिक रूप से असंतुलित आदमी ही करेगा, जो सिगरेट पी रहा है, जिसको होश नहीं है, जिसका जनेऊ शर्ट के ऊपर है. यह पूरी तरह से प्रतीकात्मक फोटो है.
रिपोर्टर : आपने लिखा है कि एमपी में का बा.. कमिंग सून. क्या है यह?
नेहा सिंह राठौर : कमिंग सून, एमपी में का बा, वीडियो आने वाला है. मुझे तो लगता है कि इसी की वजह से मुझे टारगेट किया जा रहा है. उनको लग रहा है कि कहीं यूपी की तरह एमपी में भी मेरा वीडियो वायरल न हो जाए. हिट न हो जाए. इसीलिए उसके पहले ही मुझे कानूनी पचड़ों में फंसा दो. कोर्ट कचहरी के चक्कर लगवा दो, ताकि यह काम ही नहीं कर पाएंगी. तो मुझे तो इनकी मंशा यह समझ में आ रही है.
रिपोर्टर : एक जगह आपने लिखा है कि मैं विपक्ष हूं, न कि किसी पार्टी के साथ हूं. न ही उनकी एजेंट हूं तो आपको क्या लगता है कि एमपी में कौन सी बातें हैं जो आपको लगती है कि यह गलत हो रहा है.
नेहा सिंह राठौर : देखिए और चीजों की बात छोड़िए, यह तो पहला मामला है. देखिए न कि किस तरह से एक आदिवासी के ऊपर एक भाजपा का विधायक प्रतिनिधि इस तरह से हरकत करता है.
रिपोर्टर : आमतौर पर एक बात आती है कि जब आदिवासी के ऊपर या उनके साथ कुछ होता है तो आपको दिखता है, लेकिन जब इन्हीं आदिवासियों के साथ मुस्लिम करते हैं तो वहां नेहा सिंह वहां नहीं बोलती हैं?
नेहा सिंह राठौर : ऐसा आपको लगता है कि या फिर ट्रोल के कमेंट पढ़कर आप मुझसे ऐसा पूछ रहे हैं?
रिपोर्टर : देखिए लोग ऐसा कहते हैं. पहली बार आप एमपी की राजनीति में चर्चा में आई हैं. जो परसेप्शन बना है, उसके आधार पर ऐसा पूछ रहा हूं?
नेहा सिंह राठौर : देखिए जर्नलिस्ट की हैसियत से पूछ रहे हैं तो मेरे गाने उठाकर देख लीजिए. हर जगह सोशल मीडिया पर. हर जगह यही आरोप है कि मुस्लिम करते हैं तो चुप रहती हूं. जहां कांग्रेस की सरकार है, वहां चुप रहती हैं. लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है. बाकी कमेंट पढ़कर कुछ पूछ रहे हैं तो बता दूं कि जो कमेंट होते हैं वो बिना सिर पांव के होते हैं. उनको कुछ नहीं पता. बस उनको एक आदमी भेड़ बकरी की तरह कमेंट लिखता है, फिर उसको वो आंख बंद करके कॉपी और पेस्ट करते हैं. बस उनको विरोध करना है, बिना सिर पांव का. उसका कोई आधार नहीं है.
रिपोर्टर : आपकी पोस्ट देख रहा हूं. आपने बाकी पार्टियों पर बहुत अधिक हमले नहीं किए हैं?
नेहा सिंह राठौर : मैंने हर पार्टी और हर गलत बात के खिलाफ कमेंट किए हैं. आप देख लीजिएगा.