भोपाल। एमपी में बाढ़ ने इस साल त्राही-त्राही मचा दी है, लेकिन इस त्राहीमाम ने सरकार के भ्रष्टाचार की पोल खोल कर रख दी हैं. प्रदेश में आई बाढ़ से छह पुल कागज की तरह बह गए, जबकि कोई भी पुल 12 साल से अधिक पुराना नहीं है. इनमें से एक पुल मात्र आठ साल पुराना है, जो पहली ही बाढ़ में बह गया.
एमपी में छह पुल बहे
यूं तो एमपी के ज्यादातर हिस्सों में खूब बारिश हुई है, लकिन इनमें श्योपुर, शिवपुरी, दतिया, भिंड, मुरैना और ग्वालियर में ज्यादा बारिश हुई है. श्योपुर में 800 एमएम की बारिश दर्ज की गई है. बारिश से इन जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए, जिसमें सिंध और सीप नदी पर बने छह पुल बह गए.
सीप नदी पर बने दो पुल ढहे
बाढ़ से ग्वालियर के चंबल संभाग में बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है. श्योपुर ऐसा जिला है, जो बारिश के कारण पूरी तरह से पड़ोसी जिलों से कट गया है. वर्तमान में श्योपुर केवल मुरैना जिले से जुड़ा हुआ है. श्योपुर में सीप नदी पर बने दो पुल कागज के पन्नों की तरह बह गए, जिनमें श्योपुर-बड़ौदा साल 2013 में चार करोड़ रुपये की लागत से बना था. इसके अलावा श्योपुर-मानपुर पुल साल 1985 में बना और 2021 की बाढ़ में बह गया. इनमें से एक पुल राजस्थान के सवाई माधोपुर से जुड़ता है.
2013 में बना पुल पहली ही बारिश में बहा
वहीं सिंध नदी पर बने चार पुल बाढ़ के तेज बहाव में बह गए. रतनगढ़-बसई पुल 2010 में 5.9 करोड़ रुपये की लागत से बना था. इंदरगढ़-पिचौर पुल साल 2013 में 10 करोड़ रुपये की लागत से बना, गोरई-अदोखार पुल 2017 में 13.71 करोड़ की लागत से बना और दतिया सिनौधा पुल 1982 में बना था. इसके अलावा श्योपुर में कुनो नदी पर बना पुल ढह गया. यह पुल शिवपुरी और ग्वालियर को जोड़ता है. पुल का 5-6 फिट का हिस्सा बह गया है. इसके अलावा क्वारी नदी पर नेपरी गांव के पास बना पुल बह गया. पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव ने बताया कि पुल बहने के मामले में वरिष्ठ अभियांताओं की एक कमेटी का गठन कर दिया गया है.
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मुरैना-श्योपुर जिले के प्रभारी मंत्री भारत सिंह कुशवाह बुधवार रात मुरैना पहुंचे. उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक कर उनसे स्थिति का जायजा लिया है. साथ ही उन्होंने निर्देश दिए हैं कि जो लोग गांव में फंसे हैं, उन्हें तत्काल बाहर निकाल कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचायें. कांग्रेस द्वारा भ्रष्टाचार के आरोपों पर मंत्री भारत सिंह कुशवाह ने कहा कि कांग्रेस ने सरकार में रहते हुए पुल और पुलिया नहीं बनाई हैं. इसलिए वह ऐसा आरोप लगा रही है. यह समय ऐसा है कि लोगों की मदद के लिए आगे आना चाहिए, लेकिन ऐसे समय में ही कांग्रेस हमेशा से राजनीति करती आई है.