भोपाल। सीएम कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया गुट के मंत्रियों के बीच बहस के बाद लगातार आ रहे इस्तीफे की खबरों को लेकर संगठन सक्रिय हो गया है. मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के इस्तीफे की खबर के बाद एआईसीसी ने पीसीसी से जवाब मांगा है.
एआईसीसी के बाद संगठन के पदाधिकारी घटनाक्रम पर नजर रखे हुए हैं. दरअसल मध्यप्रदेश में लगातार आ रही विवाद की खबरों के बाद एआईसीसी ने प्रदेश संगठन से पूरे घटनाक्रम की रिपोर्ट मांगी थी. एआईसीसी को रिपोर्ट सौंपने के पहले पीसीसी ने एक अहम बैठक बुलाई थी. जिसमें विशेष तौर पर प्रदेश कांग्रेस के मीडिया समन्वयक, प्रदेश अध्यक्ष और प्रमुख पदाधिकारियों को बुलाया गया था.
कांग्रेस को-ऑर्डिनेटर नरेंद्र सलूजा का कहना है कि मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है, वे कभी भी किसी मंत्री को मंत्रिमंडल में शामिल करें या बाहर कर दें. या फिर अपने मंत्रिमंडल का पुनर्गठन करें. सलूजा ने कहा कि कांग्रेस के मंत्रियों के बीच इस तरह का कोई विवाद नहीं है. उन्होंने कहा कि अगर ऐसा कोई विवाद होता तो वे मंत्री मीडिया के सामने आकर बोलते लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं है. उन्होंने इसे दुष्प्रचार और कयास का हिस्सा बताया.