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भूख हड़ताल पर भोपाल सेंट्रल जेल में बंद सिमी के खूंखार आतंकी, क्या है अंडा सेल, जिससे कांप रहे हैं ये टेररिस्ट - जेल ब्रेक केस भोपाल सेंट्रल जेल

राजधानी भोपाल की सेट्रल जेल में बंद सिमी के आंतकियों ने अब भूख हड़ताल शुरु कर दी है. ये आतंकी पिछले 3 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे हैं. इनकी भूख हड़ताल की वजह सेंट्रल जेल में बनीं अंडा सेल है. ये रिपोर्ट देखिए समझिए इन आरोपियों कE मंसूबा और अंडा सेल का खौफ...

Bhopal Central Jail
भोपाल सेंट्रल जेल
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Published : Oct 4, 2020, 9:33 AM IST

Updated : Oct 4, 2020, 12:32 PM IST

भोपाल : एमपी की राजधानी भोपाल की सेंट्रल जेल में बंद सिमी के आंतकी 3 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे हुए हैं. वजह है अंडा सेल. जेल प्रशासन की ओर से उन्हें मनाने का भी प्रयास किया जा रहा है. लेकिन ये खूंखार आंतकी अपनी जिद पर अड़े हुए हैं. इन सभी आरोपियों को सुरक्षा की दृष्टि से देश की सबसे सुरक्षित माने जाने वाली अंडा सेल में रखा गया है. सेंट्रल जेल में बंद यह सभी सिमी आतंकी हत्या ,डकैती और देशद्रोह जैसे कई अपराध के तहत यहां बंद हैं, इन आतंकियों के खिलाफ दर्जनों मामले दर्ज हैं.

जेल ब्रेक की घटना में थे शामिल

ढाई साल पहले सिमी के 8 आतंकियों द्वारा राजधानी की सेंट्रल जेल ब्रेक करने की घटना के बाद जेल की सुरक्षा पर सवाल उठने लगे थे. सिमी के आतंकियों और खूंखार बंदियों को कड़ी निगरानी में रखा जा रहा था. जेल ब्रेक की घटना के बाद खूब बवाल हुआ था जिसके बाद इन आंतकियों के लिए बनाई गई अंडा सेल.

क्या है अंडा सेल, जिससे कांपते हैं कैदी

  • यह जेल का सबसे सुरक्षित हिस्सा होता है.
  • इसका आकार अंडे जैसा होता है.
  • सेल को पूरी तरह से ‘बॉम्बप्रूफ’ बनाया गया है.
  • 24 घंटे निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं
  • सेल के अंदर छोटे-छोटे कमरे हैं. साथ ही बाहर इलेक्ट्रिक फेसिंग है.
  • सेल के बाहर और अंदर एनएसजी ट्रेनिंग प्राप्त कमांडो तैनात होते हैं.
  • दिल्ली की तिहाड़ और मुंबई की आर्थर रोड में बनी अंडा सेल के बाद एमपी की सेंट्रल जेल में बनीं अंडा सेल सबसे सुरक्षित मानी जाती है.

अंडा सेल से बाहर आना है मकसद

ये सभी सिमी के आरोपितों को जब से अंडा सेल में बंद किया गया है. तब से इनका व्यवहार भी काफी आक्रमक हो गया है. यह लोग अक्सर अन्य कैदियों और वहां मौजूद पुलिस कर्मियों के साथ कई बार विवाद भी खड़ा कर चुके हैं. इसलिए इन्हें अंडा सेल में शिफ्ट किया गया है. 3 दिनों से भूख हड़ताल कर रहे इन सभी आरोपितों का डॉक्टर ने देर रात स्वास्थ्य परीक्षण किया है और जरूरत के अनुसार ग्लूकोस भी दिया गया है सेंट्रल जेल में वर्तमान समय में 28 सिमी आरोपित बंद है ,इनमें से अबू फैजल ,अंसार, शिवली , कमरुद्दीन और शादूली के द्वारा कैंटीन सुविधा शुरू करने की मांग की गई है इसके अलावा जेल में आम बंदियों की तरह इन्हें भी खुला घूमने की आजादी दिए जाने की मांग की है. साथ ही इन लोगों ने घड़ी एवं अखबार मुहैया कराने की भी मांग की है हालांकि जेल अधीक्षक दिनेश नरगावे ने जानकारी दी है कि नियमों के तहत बंदियों को जो सुविधाएं दी जाती हैं. वह इन्हें भी दी जा रही हैं. नियमों के विपरीत जाकर किसी भी प्रकार का काम सेंट्रल जेल में नहीं किया जा सकता है.

कई विदेशी भी काट रहे हैं सेंट्रल जेल में सजा :

सेंट्रल जेल में अबु फैजल और सफदर नागौरी समेत सिमी के 28 आतंकी बंद हैं। सफदर नागौरी और उसके 9 साथियों को इंदौर कोर्ट से सजा सुनाई जाने के बाद गुजरात की जेल से भोपाल सेंट्रल जेल शिफ्ट किया गया था। सिमी के आतंकियों के अलावा जेल में विदेशी जालसाज भी बंद हैं।

मध्य प्रदेश की सबसे बेस्ट जेल
भोाल की सेंट्रल जेल को प्रदेश की सबसे अच्छी जेल माना जाता है. सफाई और खुलेपन को लेकर जेल को ISO सर्टिफिकेट भी मिल चुका है.
हर दिन यहां दो बार कैदियों की गिनती होती है. पहली बार- सुबह, जब कैदियों को सेल से निकाला जाता है. दूसरी बार- रात में, जब वो सेल में जाते हैं.
अंडरट्रायल्स और दोषी कैदियों को अलग-अलग रखा जाता है.
सेंट्रल जेल में कैदियों का दिन अमूमन सूर्योदय के साथ शुरू और दिन ढलने के साथ खत्म होता है.

भोपाल : एमपी की राजधानी भोपाल की सेंट्रल जेल में बंद सिमी के आंतकी 3 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे हुए हैं. वजह है अंडा सेल. जेल प्रशासन की ओर से उन्हें मनाने का भी प्रयास किया जा रहा है. लेकिन ये खूंखार आंतकी अपनी जिद पर अड़े हुए हैं. इन सभी आरोपियों को सुरक्षा की दृष्टि से देश की सबसे सुरक्षित माने जाने वाली अंडा सेल में रखा गया है. सेंट्रल जेल में बंद यह सभी सिमी आतंकी हत्या ,डकैती और देशद्रोह जैसे कई अपराध के तहत यहां बंद हैं, इन आतंकियों के खिलाफ दर्जनों मामले दर्ज हैं.

जेल ब्रेक की घटना में थे शामिल

ढाई साल पहले सिमी के 8 आतंकियों द्वारा राजधानी की सेंट्रल जेल ब्रेक करने की घटना के बाद जेल की सुरक्षा पर सवाल उठने लगे थे. सिमी के आतंकियों और खूंखार बंदियों को कड़ी निगरानी में रखा जा रहा था. जेल ब्रेक की घटना के बाद खूब बवाल हुआ था जिसके बाद इन आंतकियों के लिए बनाई गई अंडा सेल.

क्या है अंडा सेल, जिससे कांपते हैं कैदी

  • यह जेल का सबसे सुरक्षित हिस्सा होता है.
  • इसका आकार अंडे जैसा होता है.
  • सेल को पूरी तरह से ‘बॉम्बप्रूफ’ बनाया गया है.
  • 24 घंटे निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं
  • सेल के अंदर छोटे-छोटे कमरे हैं. साथ ही बाहर इलेक्ट्रिक फेसिंग है.
  • सेल के बाहर और अंदर एनएसजी ट्रेनिंग प्राप्त कमांडो तैनात होते हैं.
  • दिल्ली की तिहाड़ और मुंबई की आर्थर रोड में बनी अंडा सेल के बाद एमपी की सेंट्रल जेल में बनीं अंडा सेल सबसे सुरक्षित मानी जाती है.

अंडा सेल से बाहर आना है मकसद

ये सभी सिमी के आरोपितों को जब से अंडा सेल में बंद किया गया है. तब से इनका व्यवहार भी काफी आक्रमक हो गया है. यह लोग अक्सर अन्य कैदियों और वहां मौजूद पुलिस कर्मियों के साथ कई बार विवाद भी खड़ा कर चुके हैं. इसलिए इन्हें अंडा सेल में शिफ्ट किया गया है. 3 दिनों से भूख हड़ताल कर रहे इन सभी आरोपितों का डॉक्टर ने देर रात स्वास्थ्य परीक्षण किया है और जरूरत के अनुसार ग्लूकोस भी दिया गया है सेंट्रल जेल में वर्तमान समय में 28 सिमी आरोपित बंद है ,इनमें से अबू फैजल ,अंसार, शिवली , कमरुद्दीन और शादूली के द्वारा कैंटीन सुविधा शुरू करने की मांग की गई है इसके अलावा जेल में आम बंदियों की तरह इन्हें भी खुला घूमने की आजादी दिए जाने की मांग की है. साथ ही इन लोगों ने घड़ी एवं अखबार मुहैया कराने की भी मांग की है हालांकि जेल अधीक्षक दिनेश नरगावे ने जानकारी दी है कि नियमों के तहत बंदियों को जो सुविधाएं दी जाती हैं. वह इन्हें भी दी जा रही हैं. नियमों के विपरीत जाकर किसी भी प्रकार का काम सेंट्रल जेल में नहीं किया जा सकता है.

कई विदेशी भी काट रहे हैं सेंट्रल जेल में सजा :

सेंट्रल जेल में अबु फैजल और सफदर नागौरी समेत सिमी के 28 आतंकी बंद हैं। सफदर नागौरी और उसके 9 साथियों को इंदौर कोर्ट से सजा सुनाई जाने के बाद गुजरात की जेल से भोपाल सेंट्रल जेल शिफ्ट किया गया था। सिमी के आतंकियों के अलावा जेल में विदेशी जालसाज भी बंद हैं।

मध्य प्रदेश की सबसे बेस्ट जेल
भोाल की सेंट्रल जेल को प्रदेश की सबसे अच्छी जेल माना जाता है. सफाई और खुलेपन को लेकर जेल को ISO सर्टिफिकेट भी मिल चुका है.
हर दिन यहां दो बार कैदियों की गिनती होती है. पहली बार- सुबह, जब कैदियों को सेल से निकाला जाता है. दूसरी बार- रात में, जब वो सेल में जाते हैं.
अंडरट्रायल्स और दोषी कैदियों को अलग-अलग रखा जाता है.
सेंट्रल जेल में कैदियों का दिन अमूमन सूर्योदय के साथ शुरू और दिन ढलने के साथ खत्म होता है.

Last Updated : Oct 4, 2020, 12:32 PM IST
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