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MP SIMI Terrorist: फांसी की सजा पाने वाले खूंखार आतंकी भोपाल सेंट्रल जेल में भूख हड़ताल पर, ये भी साजिश का हिस्सा - सिमी आतंकियों की साजिश का हिस्सा

सिमी आतंकियों ने एक बार फिर जेल में भूख हड़ताल शुरू कर दी है. ये आतंकी दबाव बनाने के लिए योजनाबद्ध ढंग से हड़ताल करते हैं. इस दौरान ऐसी चीजें इकट्‌ठी कर लेते हैं, जिससे जेल ब्रेक किया जा सके. इसी साजिश के तहत भोपाल की केंद्रीय जेल करोंद में सिमी आतंकी बीते 4 दिन से भूख हड़ताल पर बैठे हैं. एक्सपर्ट बताते हैं कि यह भी उनकी साजिश का हिस्सा है. MP SIMI Terrorist

MP Simi Terrorist
सिमी आतंकी भोपाल सेंट्रल जेल में भूख हड़ताल पर
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Sep 19, 2023, 12:46 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल सेंट्रल जेल में बंद सिमी (SIMI) आतंकी भूख हड़ताल पर बैठे हैं. हाई सिक्योरिटी वाली सुरक्षा जेल में बंद इन कैदियों को फांसी की सजा सुनाई गई है. आतंकियों ने अपनी अवैधानिक मांगों को लेकर यह हड़ताल शुरू की है. जो आतंकी हड़ताल पर बैठे हैं, उनमें अबू फैसल, कमरुद्दीन, शिवली, कामरान शामिल हैं. इससे जेल प्रशासन की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं. मामला तब सामने आया, जब जेल प्रशासन ने इनके स्वास्थ्य का परीक्षण करवाना शुरू किया. वहीं, जेल प्रशासन ने इस मामले में चुप्पी साध ली है. बताया जाता है कि सिमी आतंकी हर साल इस प्रकार की हड़ताल एक बार करते हैं. MP SIMI Terrorist

जेल प्रशासन बात करने को तैयार नहीं : इस मामले में बात करने के लिए जेल अधीक्षक राकेश बांगरे कॉल किया तो उन्होंने जवाब नहीं दिया. इसके बाद उन्हें व्हाटसएप के जरिए भी मैसेज भेजा, लेकिन जवाब नहीं आया. जेल सूत्रों ने बताया ये आतंकी पहली बार हड़ताल पर नहीं बैठे हैं, बल्कि अपनी मांगों को लेकर आए दिन ऐसा करते हैं और कई बार यह लंबे समय तक चलाते हैं. इस मामले में पूर्व एडीजी विजय वाते से इस मानसिकता को समझने के लिए बात की तो वे बोले कि असल में आतंकियों की यह एक योजना होती है, ताकि उनकी बात देश और दुनिया को पता चले. जब ये खबरें मीडिया में प्रकाशित होती हैं तो आतंकियों की मानसिकता वाले लोग इन्हें वायरल करते हैं. दबाव बनाकर अपनी मांगें पूरी करवाने की मांग करते हैं. एक बार हो चुकी है जेल ब्रेक : वर्ष 2016 में 30-31 अक्टूबर की मध्यरात्रि को 8 सिमी आतंकवादी एक गार्ड की हत्या करके जेल से भाग गए थे और 31 अक्टूबर को भोपाल के पास एक गांव में मुठभेड़ में वे मारे गए. लेकिन इस जेल में जो सामान इस्तेमाल हुआ, वह इन आतंकियों ने हड़ताल करके ही जुटाया था. तब के एक तत्कालीन अधिकारी ने बताया कि तब जो आतंकी जेल में बंद थे, उनमें अबु फैजल 1 अक्टूबर 2013 को खंडवा जेल को ब्रेक करके अपने साथ आधा दर्जन सिमी आतंकी बाहर ले गया था. ये आतंकी 28 नवंबर 2009 को आतंकवादी विरोधी दस्ता (ATS) के एक जवान सहित तीन लोगों की हत्या के आरोप में पकड़े गए थे. तब भोपाल की सेंट्रल जेल में सिमी के 27 आतंकी बंद थे. इन लोगों ने जेल में हड़ताल शुरू कर दी थी. MP SIMI Terrorist

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पहले भी बैठे हैं हड़ताल पर : ये आतंकी कभी साबुन मांगते तो कभी चादर मांगा करते थे. जब जेल ब्रेक हुआ तो सामने आया कि साबुन की मदद से चाबी बुलवाई गई और जेल की दीवार फांदने के लिए चादरों का इस्तेमाल किया गया. वहीं खाने पीने की चीजों से हथियार बनाए. हालांकि बाद में एनकाउंटर में मारे गए. अक्टूबर 2020 मे सेंट्रल जेल में करीब 28 सिमी आतंकी बंद थे. इनमें से कुछ ने वे बेहतर भोजन की मांग और नियमित तलाशी और उच्च-सुरक्षा ब्लॉक से मुक्त होने को लेकर हड़ताल शुरू कर दी थी. फरवरी 2021 में सिमी के 5 आतंकियों ने भूख हड़ताल शुरू कर दी थी. MP SIMI Terrorist

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल सेंट्रल जेल में बंद सिमी (SIMI) आतंकी भूख हड़ताल पर बैठे हैं. हाई सिक्योरिटी वाली सुरक्षा जेल में बंद इन कैदियों को फांसी की सजा सुनाई गई है. आतंकियों ने अपनी अवैधानिक मांगों को लेकर यह हड़ताल शुरू की है. जो आतंकी हड़ताल पर बैठे हैं, उनमें अबू फैसल, कमरुद्दीन, शिवली, कामरान शामिल हैं. इससे जेल प्रशासन की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं. मामला तब सामने आया, जब जेल प्रशासन ने इनके स्वास्थ्य का परीक्षण करवाना शुरू किया. वहीं, जेल प्रशासन ने इस मामले में चुप्पी साध ली है. बताया जाता है कि सिमी आतंकी हर साल इस प्रकार की हड़ताल एक बार करते हैं. MP SIMI Terrorist

जेल प्रशासन बात करने को तैयार नहीं : इस मामले में बात करने के लिए जेल अधीक्षक राकेश बांगरे कॉल किया तो उन्होंने जवाब नहीं दिया. इसके बाद उन्हें व्हाटसएप के जरिए भी मैसेज भेजा, लेकिन जवाब नहीं आया. जेल सूत्रों ने बताया ये आतंकी पहली बार हड़ताल पर नहीं बैठे हैं, बल्कि अपनी मांगों को लेकर आए दिन ऐसा करते हैं और कई बार यह लंबे समय तक चलाते हैं. इस मामले में पूर्व एडीजी विजय वाते से इस मानसिकता को समझने के लिए बात की तो वे बोले कि असल में आतंकियों की यह एक योजना होती है, ताकि उनकी बात देश और दुनिया को पता चले. जब ये खबरें मीडिया में प्रकाशित होती हैं तो आतंकियों की मानसिकता वाले लोग इन्हें वायरल करते हैं. दबाव बनाकर अपनी मांगें पूरी करवाने की मांग करते हैं. एक बार हो चुकी है जेल ब्रेक : वर्ष 2016 में 30-31 अक्टूबर की मध्यरात्रि को 8 सिमी आतंकवादी एक गार्ड की हत्या करके जेल से भाग गए थे और 31 अक्टूबर को भोपाल के पास एक गांव में मुठभेड़ में वे मारे गए. लेकिन इस जेल में जो सामान इस्तेमाल हुआ, वह इन आतंकियों ने हड़ताल करके ही जुटाया था. तब के एक तत्कालीन अधिकारी ने बताया कि तब जो आतंकी जेल में बंद थे, उनमें अबु फैजल 1 अक्टूबर 2013 को खंडवा जेल को ब्रेक करके अपने साथ आधा दर्जन सिमी आतंकी बाहर ले गया था. ये आतंकी 28 नवंबर 2009 को आतंकवादी विरोधी दस्ता (ATS) के एक जवान सहित तीन लोगों की हत्या के आरोप में पकड़े गए थे. तब भोपाल की सेंट्रल जेल में सिमी के 27 आतंकी बंद थे. इन लोगों ने जेल में हड़ताल शुरू कर दी थी. MP SIMI Terrorist

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पहले भी बैठे हैं हड़ताल पर : ये आतंकी कभी साबुन मांगते तो कभी चादर मांगा करते थे. जब जेल ब्रेक हुआ तो सामने आया कि साबुन की मदद से चाबी बुलवाई गई और जेल की दीवार फांदने के लिए चादरों का इस्तेमाल किया गया. वहीं खाने पीने की चीजों से हथियार बनाए. हालांकि बाद में एनकाउंटर में मारे गए. अक्टूबर 2020 मे सेंट्रल जेल में करीब 28 सिमी आतंकी बंद थे. इनमें से कुछ ने वे बेहतर भोजन की मांग और नियमित तलाशी और उच्च-सुरक्षा ब्लॉक से मुक्त होने को लेकर हड़ताल शुरू कर दी थी. फरवरी 2021 में सिमी के 5 आतंकियों ने भूख हड़ताल शुरू कर दी थी. MP SIMI Terrorist

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