भोपाल। देश भर में ईद मनाई जा रही है, लेकिन लॉकडाउन के चलते ईद की खुशियों पर जैसे ताला ही लग गया है क्योंकि कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन किया गया है, जिसके चलते इस बार लोग घरों में ही रहकर ईद मना रहे हैं और डिजिटल माध्यम से ही एक दूसरे को ईद की बधाई दे रहे हैं, जबकि ईद की नमाज भी घरों में ही पढ़ी गई, मस्जिदों में केवल इमाम सहित पांच लोगों ने ही ईद की नमाज अदा की.
भोपाल की ईदगाह एशिया की सबसे बड़ी ईदगाह है, जिसमें एक लाख नमाजी एक साथ नमाज पढ़ सकते हैं. साल में दो बार ईद-उल-फितर और ईद-उल-अजहा की नमाज इस ईदगाह में अदा की जाती है. ईद की नमाज पढ़ने के बाद ही ईद मनाई जाती है और एक दूसरे से गले मिलकर लोग ईद की मुबारकबाद देते हैं, लेकिन इस बार ईदगाह में सन्नाटा पसरा है, न लोग बाहर दिख रहे हैं और न ही गले मिल रहे हैं. बच्चों के खेल और खिलौने वाले भी गायब हैं और न ही जकात, फितरा और खैरात मांगने वालों की लंबी-लंबी कतारें दिख रही हैं.
मुस्लिम समाज ने इस बार ईद सादगी से मनाने का फैसला लिया था, जिसका असर भोपाल में देखने को मिला है. लोगों ने ईद की नमाज घर में ही पढ़ी. कोविड-19 के खतरे के चलते ईद की मिठास फीकी नजर आ रही है. जिस तरह के हालात देश में बने हुए हैं, उसे देखते हुए मुस्लिम समाज ने सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ईद मनाने की बात कही है. इसके अलावा मुस्लिम धर्मगुरुओं ने घर में रहकर ही अल्लाह की इबादत करने की अपील की थी.