भोपाल। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिरने के बाद शिवराज सिंह ने सोमवार को मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली है. वहीं आज विधानसभा सत्र बुलाकर शिवराज ने विश्वासमत भी हासिल कर लिया है. लेकिन विधानसभा की कार्यवाही में कांग्रेस की तरफ से एक भी विधायक शामिल नहीं हुआ.
इस मामले में पूर्व जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा का कहना है कि जनादेश को नीलाम कर शिवराज सिंह मुख्यमंत्री बने हैं, इसलिए आज से सत्र भले ही शुरू हुआ है लेकिन कोई भी कांग्रेस विधायक विधानसभा नहीं पहुंचेगा. उन्होंने कहा कि 26 तक विधानसभा को स्थगित किया गया था, फिर आज से कैसे सत्र बुलाया गया. आज बीजेपी बहुमत पेश करेगी, लेकिन पहले 25 सीटों का फैसला तो हो.
पीसी शर्मा ने कहा है कि शिवराज सिंह ने मुख्यमंत्री की शपथ ली है. मैं उनको बधाई और शुभकामनाएं देना चाहता हूं. हमें उम्मीद है कि जैसा उन्होंने कहा है कि करोना उनकी प्राथमिकता है, तो उसको लेकर काम करेंगे. करोना कमलनाथ सरकार की प्राथमिकता थी. इसलिए 6 मार्च को सब आदेश जारी कर दिए गए.
वहीं विधानसभा अध्यक्ष ने कोरोना वायरस के कारण 26 मार्च तक विधानसभा को स्थगित कर दिया था, जिस दिन राज्यसभा के चुनाव हैं. जनता के जनादेश में शिवराज सिंह को हटाने की बात कही गई थी तो उसको नीलाम करके उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है. इसलिए आज जब उनका विश्वास मत हो रहा था, तो आज कांग्रेस पार्टी नहीं पहुंची है, हम 26 को ही पहुंचेंगे. विश्वास मत उस समय किया जाए, जब 25 विधानसभा के चुनाव हो जाएं. जब जनता अपना मत दे दे और बता दें कि जो खरीद-फरोख्त हुआ है, वह सही है या गलत है. ये उत्तर 25 विधानसभा देंगी, जहां के विधायकों ने कांग्रेस से चुनाव जीतकर भाजपा की सदस्यता ले ली.