भोपाल। मध्यप्रदेश में पिछले एक पखवाड़े से उठा सियासी तूफान थमने का नाम नहीं ले रहा है, ये सियासी उठापटक सिर्फ प्रदेश की राजधानी तक ही सीमित नहीं है, बल्कि गुरूग्राम से लेकर बेंगलुरू, जयपुर होते हुए सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. जहां आज तीसरे दिन सुनवाई जारी है. इस पर पूर्व सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि वे और विधायक सभी आराम से हैं. आने वाले वक्त को देखते हुए जनता भी आराम से है.
कोर्ट में कांग्रेस की तरफ से दो हफ्ते के समय मांगने पर शिवराज सिंह ने कहा कि उन्हें क्या हॉर्स ट्रेडिंग करने के लिए दो हफ्ते का समय चाहिए, जबकि कांग्रेस के पास संख्या बल नहीं है. वे बहुमत खो चुके हैं, उनके पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई है.
शिवराज ने कहा कि कांग्रेस बहाना बनाकर कुछ दिन और काटना चाहती है, जिससे और नियुक्तियां कर सकें, लेकिन सर्वोच्च न्यायालय के फैसले पर विश्वास है. सत्य की ही जीत होगी. 16 मार्च को विधानसभा 26 मार्च तक के लिए स्थगित करने के स्पीकर के फैसले को बीजेपी ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है, साथ ही याचिका में जल्द फ्लोर टेस्ट कराने की भी मांग की है, जिस पर सुनवाई चल रही है. कांग्रेस, बीजेपी और स्पीकर के वकील कोर्ट में जज के सामने अपनी-अपनी दलीलें पेश कर रहे हैं.