भोपाल। शिवराज सिंह चौहान ने लोकसभा चुनाव लड़ने के फैसले पर कहा कि वो पार्टी के सिपाही हैं ये पार्टी का फैसला होगा. साथ ही उन्होंने कहा कि उनका भोपाल ही नहीं पूरे देश में फोकस है. उनकी मामा की छवि एक दिन में नहीं बनी, न ही ये छवि एक दिन में बिगड़ती है.
एक निजी चैनल के कार्यक्रम में जब शिवराज सिंह से पूछा गया कि वे बार-बार सरकार को लंगड़ी बताकर धमकाते हैं, तो उन्होंने जवाब में कहा कि हम सरकार को नहीं धमका रहे हैं. सरकार के ही लोग उन्हें धमका रहे हैं. बीजेपी की 109 और कांग्रेस की 114 सीटें है. बीजेपी बिना बहुमत वाली सरकार चिमटी से भी छूना पसंद नहीं करेगी.
प्रदेश सरकार पर शिवराज ने हमला बोलते हुए कहा कि प्रदेश में अत्याचार हो रहे हैं, हर दिन कांग्रेस सरकार के राज में 6 हत्याएं हो रही है. लेकिन मैं जब मुख्यमंत्री बना था तो प्रदेश से सभी डकैत समाप्त कर दिए थे, लेकिन अब वो फिर से आ गए हैं. वहीं कर्जमाफी को लेकर भी शिवराज ने सवाल खड़े करते हुए कहा कि धोखा है और जनता अब समझ चुकी है.
भोपाल सीट से प्रत्याशी का नाम घोषित नहीं होने पर शिवराज ने कहा कि वो आसान सीट है. बीजेपी का कोई छोटा कार्यकर्ता भी भोपाल से चुनाव जीत सकता है. भोपाल सीट पर बीजेपी जब चाहे तब प्रत्याशी उतार देगी. इस दौरान उन्होंने भोपाल से कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह के बारे में शिवराज सिंह ने कहा कि वे नकारत्मक इसलिए बोलते हैं क्योंकि वे मीडिया में बने रहना चाहते हैं. साथ ही उन्होंने दावा किया कि बीजेपी मध्यप्रदेश में 29 की 29 लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज करने जा रही है.
पत्नी के चुनाव लड़ने पर दिया ये जवाब
शिवराज सिंह ने इस मौके पर उनकी पत्नी साधना सिंह चौहान के चुनाव लड़ने पर भी सस्पेंस बनाए रखा. उन्होंने कहा कि साधना सिंह ने कभी चुनाव लड़ने के बारे में नहीं कहा, पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा उनका नाम लिया जाता रहा है और वो विदिशा में मुझसे ज्यादा लोकप्रिय हैं.
शिवराज सिंह चौहान ने ये भी बताया कि बीजेपी तीन मुद्दों नेतृत्व, विकास और जनकल्याण के मुद्दे पर चुनाव लड़ रही हैं. इस दौरान उन्होंने विपक्ष के नेतृत्व पर सवाल उठाते हुए कहा कि एक तरफ पीएम मोदी हैं, तो दूसरी तरफ आतिशबाजी, बारात घोड़ी सब है, लेकिन घोड़ी कौन चढ़ेगा ये तय ही नहीं है.
कांग्रेस अध्यक्ष पर शिवराज ने कसा तंज
कांग्रेस ने 50 साल देश में राज किया, नेहरू, इंदिरा सब गरीबी हटाओं पर बात करते आए है. लेकिन अब चुनाव देखकर राहुल गांधी गरीबी पर सर्जिकल स्ट्राइक करने की बात कर रहे हैं. राहुल गांधी लीडर नहीं मिस लीडर है, राफेल , बेरोजगारी सभी मुद्दों पर राहुल गांधी देश को मिस लीड कर रहे हैं.