भोपाल। मध्यप्रदेश में आदिवासियों के लिए हर वो ऐलान जो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह (cm shivraj singh) कर चुके हैं, उन्हें पूरा करने में पीएम नरेंद्र मोदी (pm narendra modi) जुटे हैं. सम्मेलन के पहले सीएम चाहते हैं कि जो भी उन्होंने घोषणा की हैं वह पूरी हो जाएं.
आदिवासी इलाकों मे बंटेगा घर-घर मुफ्त राशन
इसी कड़ी में प्रदेश के 89 आदिवासी ब्लॉक के 500 बेरोजगार आदिवासी युवा (unemployed tribe youth) को शिवराज सरकार (shivraj government) 15 नवंबर को वाहन वितरित करेगी. इन वाहनों से आदिवासी अंचलों के सार्वजनिक वितरण प्रणाली के हितग्राहियों को घर-घर राशन दिया जाएगा. इसी दिन मुख्यमंत्री राशन आपके द्वार योजना (ration aapke dwar yojna) का आगाज कर रहे हैं. प्रदेश के सभी आदिवासी विकास खंडों में योजना का संचालन किया जाना है.
युवाओं को चाबी सौंपेगी भाजपा
योजना के तहत आदिवासियों को किसी दुकान में राशन लेने नहीं जाना, बल्कि राशन उसके घर पहुंचेगा. घर-घर राशन पहुंचाने के लिए सरकार क्षेत्र के आदिवासी हितग्राहियों को ही राशन घर तक पहुंचाने की जिम्मेदारी देने जा रही है. शिवराज सरकार 1 से 2 टन परिवहन क्षमता वाले वाहन क्षेत्र के युवा बेरोजगारों को देंगे पीएम मोदी के सामने. आदिवासी युवा बेरोजगारों को वाहनों की चाबी सौंपी जाएगी.
बैंक ऑफ इंडिया देगा लोन
आदिवासी युवा को सरकार बैंक ऑफ इंडिया (bank of india) से लोन दिलाएगी, जिसका ब्याज 7.40 प्रति वर्ष होगा, जोकि 7 साल में चुकाना होगा. बैंक मार्जिन मनी (margin money) भी शिवराज सरकार देगी. 1 से 2 टन वाहन पर 3 लाख रुपये 1 टन तक क्षमता वाले वाहन पर 2 लाख रुपये की एकमुश्त मार्जिन मनी शिवराज सरकार देगी. हर हितग्राही को सिर्फ 25000 रुपये भर जमा करने हैं. कर्ज की अदायगी हितग्राही को मिलने वाले मासिक किराए से ली जाएगी.
24 से 31 हजार रुपये मिलेगा मासिक किराया
राशन आपके द्वार योजना में लगने वाले वाहनों पर राज्य सरकार 1 टन तक की क्षमता वाले वाहनों पर 24000 मासिक किराया देगी, जबकि 1 टन से 2 टन तक की क्षमता वाले वाहन के लिए हर माह 31000 रुपये किराया देगी. इसके अलावा नपाई-तुलाई और सामग्री उठाने रखने का खर्च अलग मिलेगा. 1 टन क्षमता वाला वाहन 6 लाख 50 हजार में और 1 से 2 टन वाला वाहन 10 लाख 80 हजार रुपये में आएगा.
खाद्य सामग्री पहुंचाएंगे घर-घर तक
अंत्योदय योजना में एक रुपए किलो की दर से 35 किलो खाद्यान्न शक्कर 1 किलो प्रति परिवार उपलब्ध कराई जाएगी. यह 20 रुपये प्रति किलो की दर से मिलेगी. प्राथमिकता प्राप्त परिवार को एक रुपए किलो की दर से 5 किलो प्रति सदस्य को खाद्यान्न दिया जाएगा.
23 लाख 80 हजार परिवारों को मिलेगा लाभ
हितग्राहियों को खाद्यान्न उपलब्ध कराने का काम लगभग साढ़े चार हजार उचित मूल्य की दुकानों से किया जाता है. हितग्राहियों को खाद्यान्न के लिए दूर-दूर से आना पड़ता है. इसे देखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने जबलपुर में आयोजित कार्यक्रम में राशन आपके द्वार योजना लागू करने का ऐलान किया था. इसमें 15-15 गांव के क्लस्टर बनाए गए हैं. दूरी के हिसाब से वाहनों को राशि आवंटित की जाएगी.
युद्ध स्तर पर हो रही पीएम मोदी के स्वागत की तैयारियां, वैकल्पिक मार्ग की तलाश में जिला प्रशासन
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा का कहना है कि भाजपा पीएम मोदी के सामने यह सौगात देगी. वहीं कांग्रेस का कहना है कि जो आदिवासी पहले से हकदार हैं उसे एक प्रकार का झोला देकर बीजेपी उसे धोखे में रखना चाहती है. कोरोना काल में जो मुफ्त राशन मिलता था, वह भी बंद कर दिया गया. सिर्फ झोला बांटकर बीजेपी ने वाहवाही लूट ली है.