भोपाल। प्रदेश सरकार ने पूर्व विधायक सुरेन्द्रनाथ को घेराव के दौरान हुए नुकसान की भरपाई करने का आदेश जारी किया है. जिसे लेकर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार राजनीतिक दबाव बना रही है, हम इस दबाव से डरने वाले नहीं है. जब इंदिरा गांधी के आपातकाल से नहीं डरे तो कमलनाथ सरकार की दमनकारी नीतियों से बीजेपी के कार्यकर्ता डरने वाले नहीं हैं.
पूर्व विधायक सुरेंद्रनाथ सिंह ने 20 अगस्त को सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए सीएम हाउस सहित अन्य जगहों पर घेराव किया था, जिसे रोकने के लिए सरकार को अतिरिक्त बल का इस्तेमाल करना पड़ा था. पूर्व विधायक के घेराव से कई विभागों में कार्य भी ठप हो गए थे, जिसमें सरकार का 23 लाख 70 हजार का नुकसान हुआ था. सरकार ने पूर्व विधायक सुरेन्द्रनाथ सिंह को घेराव की वजह से हुए नुकसान की भरपाई करने के आदेश दिए हैं. सरकार विधायक को सात दिन में राशि जमा करने के आदेश जारी करने की तैयारी में है. अगर वह पैसा जमा नहीं करते हैं तो उनकी चल अचल संपत्ति को कुर्क कर यह राशि वसूली जाएगी. बता दें सुरेन्द्रनाथ सिंह ने गुमती व्यापारियों के समर्थन में बिना अनुमति के सीएम हाउस, वल्लभ भवन, पुलिस महानिदेशक और भोपाल कमिश्नर के निवास पर विरोध प्रदर्शन किया था.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कमलनाथ सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि वह जनता से जुड़े मुद्दों पर बीजेपी कार्यकर्ताओं की आवाज दबाने का प्रयास कर रही है, जबकि इस तरीके की वसूली सांप्रदायिक दंगे भड़काने के समय हुई जनहानि को लेकर की जाती है. यह घेराव जनता से जुड़े मुद्दे को लेकर किया गया था, जिसमें सुरेंद्रनाथ सिंह की भी गिरफ्तारी हुई है तो आखिर इसमें यह वसूली क्यों.
देखने वाली बात होगी कि पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह सरकार के आदेश पर यह राशि जमा करते हैं या बीजेपी कोई अन्य रास्ता निकालती है. यह पहला मौका नहीं है, इसके पहले भी पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर चुके हैं. एक बार जनता को संबोधित करते हुए सुरेंद्रनाथ सिंह ने मुख्यमंत्री का खून बहाने तक की बात कह दी थी. जिसे लेकर नाथ पर मामला दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी भी की गई थी और वह जमानत पर बाहर थे.