भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में अब सिर्फ करीब दो महीने ही बचे हैं. इधर शिवराज सरकार का मंत्रिमण्डल विस्तार लगभग तय है. गौरीशंकर बिसेन ने तो सुबह कार्यकर्ताओं के लिए पोहा, जलेबी और मुगौड़ी का आर्डर दे दिया. उनके घर पर समर्थको का तांता लगना शुरू हो गया है. लोगों ने बधाइयों देना भी शुरू कर दिया है. गौरीशंकर बिसेन और उनकी पुत्री बंगले पर कल के मीनू की तैयारी कर रहे हैं. सुबह नाश्ता रहेगा और दोपहर में खाना होगा, लेकिन मीठे में खास बूंदी बनाने का आर्डर दिया गया है. ये बूंदी दिनभर परोसी जाएगी.
राजेन्द्र शुक्ल रीवा से भोपाल रवाना : राजेंद्र शुक्ल भी रीवा से निकल गए हैं. उनको फोन पहुंच चुका है. उनका भी मंत्री बनना तय माना जा रहा है. तीसरे और चौथे मंत्री के रूप में महाकौशल और मध्य से विधायक का नाम सामने आ रहा है. अभी मंत्रिमंडल में चार पद और बाकी हैं. दो नाम तय हैं, लेकिन बाकी पर सस्पेंस है. हालांकि माना जा रहा है कि शाम तक नामों को लेकर असमंजस दूर हो जाएगा. बता दें कि नए मंत्री को काम करने का बहुत कम वक्त मिलेगा. लेकिन अगर अगली बार सरकार बनती है तो लगभग ये तय है इन्हें फिर से मंत्री बनने का मौका मिलेगा.
बीजेपी के 39 प्रत्याशियों की ट्रेनिंग जारी : बीजेपी में लगातार बैठकों का दौर जारी है. बुधवार सुबह से 39 प्रत्याशी को कार्यालय बुला लिया गया. बैठक में इन सीटों ने विधानसभा प्रभारी संयोजक और विस्तारको भी बुलाया गया है. बीजेपी ने मुझे 39 प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है. उनके साथ विधानसभा विस्तारक संयोजक और प्रभारी की क्लास ली जा रही है. इसमे संयोजक विधानसभा क्षेत्र से आता है, जबकि प्रभारी और विस्तारक अन्य विधानसभा क्षेत्र से नियुक्त किए जाते हैं. विस्तारक और प्रभारी विधायक का काम विधायक का फीडबैक देना है. संयोजक का काम विधानसभा क्षेत्र में कोआर्डिनेशन करना हैं.
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कांग्रेस की नाकामी को टारगेट करो : बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के साथ चुनाव प्रभारी भूपेंद्र यादव और अश्विनी वैष्णव के साथ प्रदेश के चुनावी कमान संभालने वाले नरेंद्र सिंह तोमर भी शामिल हुए. बंद कमरे में चुनावी जीत के टिप्स दिए गए. बीजेपी ने आक्रामक तरीके से कांग्रेस की नाकामियों को जनता में रखने की सलाह दी है. खासतौर से दिग्विजय सिंह व कमलनाथ पर सियासी हमले करने को कहा है. वहीं विधायकों को उस विधानसभा क्षेत्र में जाकर लिस्ट तैयार करना है, जहां पर काम नहीं हुए और जो काम नहीं हुए उनको करवाने का जिम्मा दिया गया है.