भोपाल। 17 अक्टूबर से शुरू हो रहे नवरात्रि को लेकर भक्तों में कोरोना के बाद भी उत्सह की कमी दिखाई नहीं दे रही है. राज्य सरकार ने इस बार कोरोना संक्रमण को देखते हुए नवरात्रि को लेकर गाइडलाइन जारी की है, जिसे शिवसेना ने इसे सरकार की मनमानी करार दिया है. राजधानी भोपाल में शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने अपनी मांगों को लेकर विधानसभा का घेराव करने की कोशिश की, लेकिन उन्हें रास्ते में ही पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया.
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि राज्य सरकार ने नवरात्रि को लेकर जो गाइडलाइन जारी की है, वो हिंदू विरोधी है. प्रदेश शिवराज सरकार सरकार हिंदुओं के साथ खिलवाड़ कर रही है. जब राजनीतिक दलों को बड़ी-बड़ी रैलियां करने की इजाजत दी गई है तो पंडाल को सिर्फ 10 फिट की परमिशन क्यों दी गई है और नव दुर्गा की मूर्ति सिर्फ 6 फीट बैठने की अनुमति क्यों दी गई. शिवसेना ने सरकार को चेतावनी जारी करते हुए कहा यदि सरकार ने गाइडलाइन में बदलाव नहीं किया तो उग्र आंदोलन होगा.
शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने मांग की है कि किसानों को फसल बीमा की राशि दी जाए. इसके साथ ही अतिथि शिक्षकों को नियमित किया जाए. 24 घंटे ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मियों को अतिरिक्त मानदेय एवं परिवार को फ्री बीमा दिया जाए.