भोपाल। दीपावली से सात दिन पहले यानी सात नवंबर को पुष्य नक्षत्र है. शनिवार के दिन इस बार पुष्य नक्षत्र का संयोग होने के चलते, इस दिन को शनि पुष्य योग बन रहा है, जो कि शुक्रवार रात से शनिवार देर रात तक रहेगा. ज्योतिष आचार्यों के मुताबिक इस दिन किसी भी मुहूर्त में खरीदी गई कोई भी वस्तु अधिक समय तक उपयोग होगी और विशेष फल देने वाली होगी.
सात नवंबर यानी शनिवार के दिन शनि पुष्य नक्षत्र योग बन रहा है. दरअसल, पुष्य नक्षत्र सभी नक्षत्र का राजा कहा जाता है, जो इस बार शनिवार को आ रहा है. इस नक्षत्र में चंद्रमा, बृहस्पति और शनि अपनी ही राशि में रहते हैं और इस दिन बुध और शुक्र को भी इन राशियों में होने से इस दिन धन योग बनता है. इसीलिए इस बार का पुष्य योग शनिवार को होने पर शनि पुष्य नक्षत्र बना है.
ज्योतिशाचार्य पंडित आशीष शास्त्री के मुताबिक ऋग्वेद में भी पुष्य नक्षत्र को मंगलकर्ता कहा गया है और इस दिन को खरीदारी के लिए विशेष मुहूर्त माना जाता है. इस दौरान कोई भी वस्तु खरीदने पर वह शुभ फल देने वाली और अक्षय होती है. इसमें मकान, दुकान, प्रॉपर्टी, मशीनरी घर के सजावटी सामान, सोना-चांदी आदि खरीदना अत्यंत शुभ माना जाता है, इसके साथ ही बुध और शुक्र की स्थिति एक साथ होने के साथ ही इस दिन धन संबंधित कार्य भी धनयोग के कारण सफल रहते हैं.
पुष्य नक्षत्र का समय
पंचांग के अनुसार पुष्य नक्षत्र शनिवार सुबह 4.26 से शुरू होगा और अगले दिन यानी आठ नवंबर 2020 को सुबह 4.26 तक रहेगा. जानकारों के अनुसार इस बार 17 साल बाद दीपावली पर सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है. इसके पहले यह 2003 में ऐसा हुआ था. इस बार सात नवंबर से 14 नवंबर तक खरीदी के लिए अच्छे योग हैं और इस दौरान घर गृहस्ती के लिए खरीदी जाने वाली चीजें काफी फायदेमंद होंगी, जिससे समृद्धि शांति बनीं रहेगी.