ETV Bharat / state

शनिदेव की नाराजगी के ये हैं संकेत, आसान उपायों से बनेंगे बिगड़े काम!

कोरोना के इस दौर में क्या आपको आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है? अगर बार-बार आर्थिक हानि हो रही है, बनते काम बिगड़ रहे हैं, कीमती चीजों से हाथ धोना पड़ रहा है. तो ज्योतिष के अनुसार ये शनि (Saturn) की अशुभ छाया के संकेत हो सकते हैं. इसका उपाय करेंगे तो कष्टों से छुटकारा मिलना तय मानिए। आइए जानते हैं कि शनि के प्रकोप को कैसे पहचानें और उनसे कैसे बचें?

shani-dev
शनिदेव
author img

By

Published : Jun 5, 2021, 7:51 AM IST

Updated : Jun 5, 2021, 9:16 AM IST

भोपाल। ऐसा कई बार हुआ है कि हमारे जीवन में कुछ अकल्पनीय और अशुभ घटता है और हम इसका कारण तलाशने लगते हैं. ज्योतिष के मुताबिक इसके पीछे की वजह शनिदेव की नाराजगी हो सकती है. माना जाता है कि शनि की टेढ़ी दृष्टि किसी भी व्यक्ति के जीवन में प्रतिकूल असर डाल सकती है. ज्योतिषाचार्य मानते हैं कि ऐसे में शनि ग्रह के दोषों को दूर करने के लिए उपाय करना थोड़ी राहत देता है. खासकर ऐसे लोग जिनकी कुंडली नहीं है, या जो लोग शनि ग्रह के दोषों को लेकर अनभिज्ञ हैं, वे लोग कुछ संकेतों के जरिए यह जान सकते हैं कि उन पर शनि ग्रह प्रतिकूल असर डाल रहे है. आइए जानते हैं वो संकेत और वो उपाय जिनसे सूर्यपुत्र शनिदेव को मनाया जा सकता है.

नवग्रहों के साथ यहां विराजे हैं शनिदेव, भक्तों की पूरी करते हैं मुराद

ये घटनाएं देती हैं शनि के बुरे प्रभाव का इशारा

  • शनि के अशुभ प्रभाव के कारण व्‍यक्ति को पैरों से संबंधित कोई रोग हो सकता है
  • व्यक्ति का क्षमता से अधिक काम करना और उसके बाद भी उसे उस काम का श्रेय ना मिलना.
  • लगातार आर्थिक नुकसान होना या बनते हुए काम बिगड़ जाना.
  • घर के पालतू काले जानवर (जैसे- काला कुत्ता या भैंस) की मौत हो जाना.
  • बहुत मेहनत करने के बाद व्‍यक्ति को उसका ना के बराबर फल मिलना.
  • कोई झूठा आरोप लगना और उसके कारण कोर्ट-कचहरी के चक्कर लगाने की स्थिति बनना.
  • शनि के अशुभ प्रभाव के कारण नौकरीपेशा लोगों को ऑफिस में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.
  • किसी महंगी चीज का खो जाना या चोरी होना.
  • घर की दीवारों पर बार-बार पीपल के पौधे उगना.
  • घर के कोनों में मकड़ियां बार-बार जाल बनाएं तो भी समझ लें कि भगवान शनि देव की आपके ऊपर काली छाया पड़ने वाली है.
  • चींटियों का आना भी शनि के अशुभ प्रभाव का संकेत देता है.
  • काली बिल्लियों का आपके घर के आस-पास रहना भी शनि के अशुभ छाया का संकेत होता है.

तो कैसे बचें इससे?

रोजाना नियमानुसार हनुमान चालीसा का पाठ करें. कौवे को रोटी खिलाएं. भिखारी, लाचार व्यक्ति, सेवकों और सफाई कर्मियों को दान देना भी आपके पक्ष में जा सकता है. तिल, उड़द, भैंस, लोहा, तेल, काला वस्त्र, काली गौ और जूता दान देने से शनि का प्रकोप कम होता है. ज्योतिर्विदों के अनुसार शनिवार के दिन एक कटोरी में तिल का तेल लेकर उसमें अपना मुंह देखने के बाद उसे शनि मंदिर में रखने से भी दोष दूर होता है. शनि देव को तिल का तेल चढ़ाएं. इससे शनि देव शीघ्र ही प्रसन्न होते है. काली चीजें जैसे काले चने, काले तिल, उड़द की दाल, काले कपड़े आदि का जितना हो सके दान करें.

गरीबों की करें मदद

हमारे बड़े कहते आए हैं कि परोपकार से बड़ा कोई धर्म नहीं, और अगर ये उपकार किसी गरीब पर किया जाए तो उसका फल बेहतरीन ही होगा. सो शनिदेव को मनाने का भी यह एक अहम उपाय है। हमेशा नि:स्वार्थ मन से किसी गरीब की मदद करें. ऐसा करने से शनिदेव जल्द ही प्रसन्न होकर आपका कल्याण करेंगे. इसके अलावा पीपल की जड़ में केसर, चंदन, चावल, फूल मिला हुआ जल अर्पित करें. शनिवार के दिन तिल का तेल का दीप जलाएं और पूजा करें. तेल में बनी खाद्य सामग्री गाय, कुत्ता और भिखारी को खिलाएं. यदि शनि का बुरा प्रभाव हो तो मांस-मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए. इसके अलावा ॐ शं शनैश्चराय नमः मंत्र का जाप भी काफी राहत देगा.

भोपाल। ऐसा कई बार हुआ है कि हमारे जीवन में कुछ अकल्पनीय और अशुभ घटता है और हम इसका कारण तलाशने लगते हैं. ज्योतिष के मुताबिक इसके पीछे की वजह शनिदेव की नाराजगी हो सकती है. माना जाता है कि शनि की टेढ़ी दृष्टि किसी भी व्यक्ति के जीवन में प्रतिकूल असर डाल सकती है. ज्योतिषाचार्य मानते हैं कि ऐसे में शनि ग्रह के दोषों को दूर करने के लिए उपाय करना थोड़ी राहत देता है. खासकर ऐसे लोग जिनकी कुंडली नहीं है, या जो लोग शनि ग्रह के दोषों को लेकर अनभिज्ञ हैं, वे लोग कुछ संकेतों के जरिए यह जान सकते हैं कि उन पर शनि ग्रह प्रतिकूल असर डाल रहे है. आइए जानते हैं वो संकेत और वो उपाय जिनसे सूर्यपुत्र शनिदेव को मनाया जा सकता है.

नवग्रहों के साथ यहां विराजे हैं शनिदेव, भक्तों की पूरी करते हैं मुराद

ये घटनाएं देती हैं शनि के बुरे प्रभाव का इशारा

  • शनि के अशुभ प्रभाव के कारण व्‍यक्ति को पैरों से संबंधित कोई रोग हो सकता है
  • व्यक्ति का क्षमता से अधिक काम करना और उसके बाद भी उसे उस काम का श्रेय ना मिलना.
  • लगातार आर्थिक नुकसान होना या बनते हुए काम बिगड़ जाना.
  • घर के पालतू काले जानवर (जैसे- काला कुत्ता या भैंस) की मौत हो जाना.
  • बहुत मेहनत करने के बाद व्‍यक्ति को उसका ना के बराबर फल मिलना.
  • कोई झूठा आरोप लगना और उसके कारण कोर्ट-कचहरी के चक्कर लगाने की स्थिति बनना.
  • शनि के अशुभ प्रभाव के कारण नौकरीपेशा लोगों को ऑफिस में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.
  • किसी महंगी चीज का खो जाना या चोरी होना.
  • घर की दीवारों पर बार-बार पीपल के पौधे उगना.
  • घर के कोनों में मकड़ियां बार-बार जाल बनाएं तो भी समझ लें कि भगवान शनि देव की आपके ऊपर काली छाया पड़ने वाली है.
  • चींटियों का आना भी शनि के अशुभ प्रभाव का संकेत देता है.
  • काली बिल्लियों का आपके घर के आस-पास रहना भी शनि के अशुभ छाया का संकेत होता है.

तो कैसे बचें इससे?

रोजाना नियमानुसार हनुमान चालीसा का पाठ करें. कौवे को रोटी खिलाएं. भिखारी, लाचार व्यक्ति, सेवकों और सफाई कर्मियों को दान देना भी आपके पक्ष में जा सकता है. तिल, उड़द, भैंस, लोहा, तेल, काला वस्त्र, काली गौ और जूता दान देने से शनि का प्रकोप कम होता है. ज्योतिर्विदों के अनुसार शनिवार के दिन एक कटोरी में तिल का तेल लेकर उसमें अपना मुंह देखने के बाद उसे शनि मंदिर में रखने से भी दोष दूर होता है. शनि देव को तिल का तेल चढ़ाएं. इससे शनि देव शीघ्र ही प्रसन्न होते है. काली चीजें जैसे काले चने, काले तिल, उड़द की दाल, काले कपड़े आदि का जितना हो सके दान करें.

गरीबों की करें मदद

हमारे बड़े कहते आए हैं कि परोपकार से बड़ा कोई धर्म नहीं, और अगर ये उपकार किसी गरीब पर किया जाए तो उसका फल बेहतरीन ही होगा. सो शनिदेव को मनाने का भी यह एक अहम उपाय है। हमेशा नि:स्वार्थ मन से किसी गरीब की मदद करें. ऐसा करने से शनिदेव जल्द ही प्रसन्न होकर आपका कल्याण करेंगे. इसके अलावा पीपल की जड़ में केसर, चंदन, चावल, फूल मिला हुआ जल अर्पित करें. शनिवार के दिन तिल का तेल का दीप जलाएं और पूजा करें. तेल में बनी खाद्य सामग्री गाय, कुत्ता और भिखारी को खिलाएं. यदि शनि का बुरा प्रभाव हो तो मांस-मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए. इसके अलावा ॐ शं शनैश्चराय नमः मंत्र का जाप भी काफी राहत देगा.

Last Updated : Jun 5, 2021, 9:16 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.