भोपाल। सब्जी और फल बेचने वाले दो लोगों की पुलिस बर्बरता से पिटाई कर दी, जिसमें एक युवक हाथ, तो दूसरे का पैर टूट गया है. पीड़ितों ने पूरे मामले की शिकायत एसडीओसी से करते हुए कार्रवाई की गुहार लगाई है. पहली घटना में पुलिस ने सब्जी बेचने वाले की पिटाई कर दी. जिससे उसके पैरों में चोट आई है, तो वहीं एक केला बेच रहे युवक को भी पीट दिया, जिससे उसका हाथ टूट गया.
बैरसिया के वार्ड नंबर- 12 के रहने वाले थान सिंह, वैसे तो मंडी में हम्माली करते हैं, लेकिन लॉकडाउन के चलते बार-बार मंडी बंद होने के कारण उन्होंने अपना और अपने परिवार का पालन पोषण करने के लिए सब्जी बेचने का काम शुरू कर दिया और वो बैरसिया से 3 किलोमीटर दूर झोरा इलाके में रोड के किनारे दुकान लगाकर सब्जी बेचने लगे.
पीड़ित थान सिंह ने बताया कि, 26 जुलाई को वो अपने भतीजे के साथ सब्जी बेच रहे थे. तभी पुलिस की गाड़ी आई, उसमें मौजूद पुलिस वाले ने थान सिंह के बगल में लगी सब्जी की दुकान पर बैठे लड़के की पिटाई शुरू कर दी. जिसे देखकर वह दुकान छोड़कर आगे जाने लगे इसी दौरान गाड़ी से उतरकर एक पुलिस वाले ने उनकी पिटाई कर दी. थान सिंह के मुताबिक उन्होंने पुलिस से गुहार भी लगाई और पूछा की कुछ तो बता दीजिए मुझे क्यों मार रहे हैं. इसके बाद भी वो नहीं माने और उसकी पिटाई करते रहे. गुस्से में थान सिंह ने अपनी सब्जियां फेंक दीं, जिसके बाद पुलिस वाले उसे गाड़ी में बैठाकर बैरसिया थाने ले गए, जहां पर पहुंचने के बाद थाने में मौजूद एसआई लालजी त्रिपाठी ने उसको जमकर पीटा.
पिटाई के कारण थान सिंह का पैर टूट गया. पिटाई को 10 दिन हो गए, लेकिन अभी भी थान सिंह के शरीर पर पुलिस की बर्बरता के निशान साफ दिखाई दे रहे हैं. थान सिंह ने मंगलवार को एसडीओपी बैरसिया से इसकी शिकायत की है.
वहीं यात्री बस में क्लीनर का काम करने वाले बेनी कुशवाह लॉकडाउन की वजह से ठेले पर केले बेचकर अपने और अपने परिवार का पालन पोषण कर रहा है. फरियादी ने आरोप लगाते हुए कहा कि, वो रक्षाबंधन वाले दिन अपने केले का ठेला लेकर जा रहे था, जैसे ही वो बिजली ऑफिस के बाहर पहुंचा, वहां पर मौजूद एसआई कृष्णा ठाकुर ने उसका ठेला पलट दिया. जिससे उसकी केले रखने की कैरेट टूट गई, एसआई कृष्णा ठाकुर यहीं नहीं रुके, उन्होंने बेनी की पिटाई भी कर दी. जिसके कारण हाथ टूट गया. पीड़ित बेनी ने भी मंगलवार को एसडीओपी बैरसिया से शिकायत की है.
इस मामले में एसडीओपी बैरसिया एमएम कुमावत का कहना है कि, उन्हें शिकायत मिली है और उन्होंने जांच में ले लिया है. जांच के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके मुताबिक वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.