इंदौर में 18 अप्रैल देर रात जारी मेडिकल बुलेटिन के अनुसार 1698 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं, इसके अलावा कोरोना से जूझ रहे 7 अन्य मरीजों की भी मौत हो गई, जिन्हें मिलाकर जिले में अब तक 1054 मरीजों की मौत हो चुकी है, इधर जिले में एक्टिव मरीजों का आंकड़ा 11804 तक पहुंच गया है, जबकि कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 91015 हो चुकी है.
शहर के कई अस्पतालों में ना तो ऑक्सीजन आपूर्ति सामान्य हो सकी है, न ही रेमडेसिविर इंजेक्शन की उपलब्धता सुचारू हो पाई है, रविवार को इंदौर को 3760 इंजेक्शन मिले हैं, इनमें से 2700 निजी चिकित्सालय को दिए गए हैं, ऑक्सीजन की मांग भी 80 से 90 टन के करीब बनी हुई है, जबकि शहर में प्रतिदिन जरूरत 100 टन के करीब है, वहीं अस्पतालों में उपलब्ध बेड की स्थिति पर गौर किया जाए तो शहर के करीब 103 शासकीय और निजी अस्पतालों में लगभग सभी बेड फुल हैं, ऐसी स्थिति में शहर में करीब 2000 ऐसे मरीज हैं, जो बेड नहीं मिलने के कारण भर्ती नहीं हो पा रहे हैं.
इस बीच राधा स्वामी सत्संग परिसर मैं तैयार किए जा रहे 500 बेड के कोविड केयर सेंटर के शुरू होते ही शहर के मरीजों को काफी राहत मिलने की उम्मीद है, फिलहाल कम संक्रमण वाले मरीजों को ऑनलाइन इलाज एवं परामर्श की सलाह दी गई है, शहर के श्मशान में भी ओवरलोडिंग की स्थिति बनी हुई है, रविवार को कोविड- प्रोटोकॉल के तहत 7 शवों का अंतिम संस्कार किया गया है, हालांकि मृतकों की संख्या इससे कई गुना ज्यादा है, इस बीच श्मशान घाटों पर शवदाह के लिए लकड़ी और कंडों की भी कमी हो गई है, लिहाजा शहर के सीमावर्ती गांव से लकड़ी की आपूर्ति की जा रही है.