भोपाल। शहर के भारत भवन में द ग्रेट इंडियन फिल्म्स एंड लिटरेचर फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है. इसके दूसरे दिन पीयूष मिश्रा ने शहीद-ए-आजम भगत सिंह पर बात की.
भारत भवन में द ग्रेट इंडियन फिल्म्स एंड लिटरेचर फेस्टिवल के दूसरे दिन विभिन्न सत्र आयोजित हुए. इस दौरान फिल्म कैफीनामा की स्क्रीनिंग की गई. साथ ही फिल्म डायरेक्टर सुमंत्रा घोषाल का इंटरेक्शन सेशन हुआ, पोएट्री ऑन क्रूज का फिनाले, वाजिद खान से आर्ट क्रिएशन पर चर्चा, पीयूष मिश्रा के साथ भगत सिंह पर चर्चा, महक मिर्जा प्रभु की स्टोरी टेलिंग, कविश सेठ की म्यूजिकल कविता पाठ और कश्मीरी बैंड परवाज का उर्दू म्यूजिकल कंसल्ट हुआ. पीयूष मिश्रा के साथ भगत सिंह पर हुई चर्चा में भगत सिंह के अनदेखे पहलू को उभारा गया. इस दौरन उनकी एक अलग छवि निकल कर आई, जैसे भगत सिंह का जुझारूपन, साहसी और साथ ही एक प्रेमी हृदयवान होना.
अभिनेता और लेखक पियूष मिश्रा ने भगत सिंह पर लिखे नाटक पर भी अपने विचार व्यक्त किए, जिसका मंचन इस फेस्टिवल में पहले दिन किया गया था.