भोपाल। नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देशभर में लगातार विरोध-प्रदर्शन जारी है. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह इस बात को साफ कर चुके हैं कि नागरिकता संशोधन कानून को किसी भी हाल में वापस नहीं लिया जाएगा और शुक्रवार को इस कानून से संबंधित राजपत्र भी जारी कर दिया गया है, लेकिन इसके बावजूद एनआरसी और सीएए को लेकर विरोध-प्रदर्शन जारी है. कड़ाके की ठंड के बावजूद प्रदर्शनकारी अपना विरोध दर्ज कराने के लिए डटे हुए हैं.
राजधानी भोपाल के इकबाल मैदान में 1 जनवरी से शुरू हुआ सत्याग्रह लगातार जारी है. इस दौरान यहां पर देशभक्ति गीतों के कार्यक्रम और कई तरह की परिचर्चा भी आयोजित की जा रही है. इकबाल मैदान पर हो रहे इस सत्याग्रह में कई सामाजिक संगठन अपनी भागीदारी निभा रहे हैं और यहां पर नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में एक प्रदर्शनी भी लगाई गई है, जिसमें बताया गया है कि ये कानून किस तरह से देश को बर्बाद कर देगा.
सामाजिक कार्यकर्ता जावेद अली का कहना है कि एक जनवरी से एक बार मैदान पर कई सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ताओं ने एनआरसी और सीएए के विरोध में सत्याग्रह शुरू किया था, जो पिछले 10 दिनों से लगातार जारी है और यह तब तक जारी रहेगा, जब तक केंद्र सरकार उस काले कानून को वापस नहीं ले लेती है. उनका कहना है कि जिस कानून को लेकर केंद्र सरकार आई है, वह धार्मिक आधार पर लाया गया है, यही वजह है कि पूरे देश में इसका विरोध हो रहा है.
उन्होंने कहा कि इस सत्याग्रह के माध्यम से हम केंद्र सरकार तक अपनी बात पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं और ये शांतिपूर्ण सत्याग्रह है. नागरिकता संशोधन कानून में कई तरह की त्रुटियां हैं, जिसमें या तो सुधार आ जाना चाहिए या फिर पूरी तरह से निरस्त कर देना चाहिए, क्योंकि देश में पहले ही नागरिकता को लेकर कानून बना हुआ है. इसमें 11 साल का प्रावधान किया गया है. इसी कानून के तहत मशहूर गायक अदनान सामी को भारत की नागरिकता भी मिल चुकी है, तो फिर नए कानून को लाने का क्या अर्थ है और यही वजह है कि हम इस नए कानून का विरोध कर रहे हैं और यह विरोध लगातार जारी रहेगा.