ETV Bharat / state

भोपाल के वन विहार में विहार कर रहे बिलासपुर के सिंह 'सत्या-नंदी' - मादा सिंह नंदी का क्वरेन्टाइन पीरियड खत्म

भोपाल के वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में मादा सिंह नंदी का क्वरेन्टाइन पीरियड खत्म हो जाने के बाद उसे भी बाड़े में छोड़ दिया गया है. इससे पहले नर सिंह सत्या को बाड़े में छोड़ा गया था. पर्यटक अब दोनों सिंह को देख सकेंगे.

sathya and nandi lion available for public display in van vihar national park in bhopal
वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में गूंजेगी सिंहों की दहाड़
author img

By

Published : Feb 18, 2020, 5:40 PM IST

भोपाल। राजधानी भोपाल के वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में पड़ोसी राज्य के बिलासपुर के कानन पेंडारी जूलॉजिकल पार्क से लाए गए शेर के जोड़े सत्या और नंदी को अब पर्यटक आसानी से देख सकेंगे, कुछ तकनीकी कारणों से मादा सिंह नंदी को बाड़े में अब तक नहीं छोड़ा गया था, लेकिन मादा सिंह के क्वरेन्टाइन पीरियड पूरा हो जाने के बाद उसे भी बाड़े में छोड़ दिया गया है, जबकि नर सिंह सत्या को पहले ही बाड़े में छोड़ दिया गया था.

वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में गूंजेगी सिंहों की दहाड़

वन विहार की गाइड लाइन के मुताबिक मादा सिंह नंदी का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा था. जिसमें वह पूरी तरह फिट पाई गई है, 16 जनवरी को छत्तीसगढ़ के कानन पिंडारी जू से सत्या-नंदी सिंह का ये जोड़ा वन विहार राष्ट्रीय उद्यान शिफ्ट किया गया था, जिसके बाद कई बार उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया गया और ये जांच किया गया कि ये दोनों वन विहार के परिवेश में ढलने के लिए तैयार हैं या नहीं.

वन्य प्राणी चिकित्सकों ने जांच में पाया कि दोनों सिंहों की खुराक सामान्य हो गयी है, सत्या 9 किलो और नंदी लगभग 8 किलो मांस का भोजन कर रही है. साथ ही सिंह का जोड़ा इस माहौल के मुताबिक खुद को ढाल चुका है. जिसके बाद इन्हें बाड़े में शिफ्ट कर दिया गया, करीब 4 साल की उम्र वाले दोनों सिंह एक ही मां की संतान हैं. इस वन विहार में अब तक सिंह नहीं थे, जिसकी कमी पर्यटकों को खलती थी, जिसे पूरा करने के लिए वन विहार प्रबंधन काफी समय से प्रयास कर रहा था. अब ये कमी दूर हो गई है. उम्मीद है कि सिंह का जोड़ा पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनेगा.

भोपाल। राजधानी भोपाल के वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में पड़ोसी राज्य के बिलासपुर के कानन पेंडारी जूलॉजिकल पार्क से लाए गए शेर के जोड़े सत्या और नंदी को अब पर्यटक आसानी से देख सकेंगे, कुछ तकनीकी कारणों से मादा सिंह नंदी को बाड़े में अब तक नहीं छोड़ा गया था, लेकिन मादा सिंह के क्वरेन्टाइन पीरियड पूरा हो जाने के बाद उसे भी बाड़े में छोड़ दिया गया है, जबकि नर सिंह सत्या को पहले ही बाड़े में छोड़ दिया गया था.

वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में गूंजेगी सिंहों की दहाड़

वन विहार की गाइड लाइन के मुताबिक मादा सिंह नंदी का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा था. जिसमें वह पूरी तरह फिट पाई गई है, 16 जनवरी को छत्तीसगढ़ के कानन पिंडारी जू से सत्या-नंदी सिंह का ये जोड़ा वन विहार राष्ट्रीय उद्यान शिफ्ट किया गया था, जिसके बाद कई बार उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया गया और ये जांच किया गया कि ये दोनों वन विहार के परिवेश में ढलने के लिए तैयार हैं या नहीं.

वन्य प्राणी चिकित्सकों ने जांच में पाया कि दोनों सिंहों की खुराक सामान्य हो गयी है, सत्या 9 किलो और नंदी लगभग 8 किलो मांस का भोजन कर रही है. साथ ही सिंह का जोड़ा इस माहौल के मुताबिक खुद को ढाल चुका है. जिसके बाद इन्हें बाड़े में शिफ्ट कर दिया गया, करीब 4 साल की उम्र वाले दोनों सिंह एक ही मां की संतान हैं. इस वन विहार में अब तक सिंह नहीं थे, जिसकी कमी पर्यटकों को खलती थी, जिसे पूरा करने के लिए वन विहार प्रबंधन काफी समय से प्रयास कर रहा था. अब ये कमी दूर हो गई है. उम्मीद है कि सिंह का जोड़ा पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनेगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.