भोपाल। राजधानी में संपदा ने 66 परिवारों को मकान खाली करने का नोटिस थमा दिया है. बता दें कि इन 66 परिवारों में पुलिस, स्वास्थ्य, शिक्षा सहित कई विभागों के कर्मचारी शामिल हैं. बताया जा रहा है कि ये आवास फर्जी तरीके से 66 परिवारों को गृह मंत्रालय में बाबू रहे राहुल खरते ने आवंटित किए थे.
दरअसल गृह मंत्रालय और संपदा ने जुलाई 2019 में बाबू खरते के खिलाफ जहांगीराबाद थाने में मामला भी दर्ज कराया गया था. मामले को पुलिस ने जांच में लेकर पड़ताल की गई, जिसमें पाया गया कि मुख्यमंत्री ने 2018 में सिर्फ 35 मकान ही आवंटित किए हैं. वहीं लिस्ट में 105 मकान पाए गए. जब मामले की संघनता से जांच की गई तो पता चला कि 66 मकानों में विभिन्न विभाग के लोग दो साल से रह रहे हैं. जिसके चलते संपदा ने 66 परिवारों को घर खाली करने का नोटिस दिया है.
नोटिस मिलने के बाद मकानों में अवैध तरीके से रह रहे लोगों ने सोमवार को संपदा पहुंचकर नारेबाजी करते हुए हंगामा कर दिया. मामले में संपदा अधिकारी मुकुल गुप्ता का कहना है कि गृह मंत्रालय में बाबू रहे राहुल खरते पर मामला दर्ज कराया गया था, जिसमें पुलिस ने बाबू के पास से एक लैपटॉप बरामद किया था. जिसमें फर्जी तरीके दस्तावेज मिले. जिस पर पुलिस ने आरोपी को न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है.
वहीं संपदा का घेराव करने पहुंचे लोगों ने कहा कि हम 2 साल से रह रहे थे, अचानक ऐसा क्या हो गया कि हमें फर्जी करार कर गया. बता दें कि 66 परिवारों में 200 लोग इन मकानों में रहते हैं. मकान राजधानी के अलग-अलग क्षेत्रों में आवंटित किए गए हैं. उन लोगों का कहना है कि हम अब हम अचानक घर छोड़कर कहां जाएं.