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कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग की समीक्षा बैठक आयोजित, सौर ऊर्जा से वस्त्र उत्पादन को मिलेगा प्रोत्साहन

कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग की समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें प्रदेश के बुनकरों की आय बढ़ाने और सरकार के कार्यों की समीक्षा की गई.

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समीक्षा बैठक आयोजित
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Published : Jan 29, 2020, 10:59 AM IST

Updated : Jan 29, 2020, 1:47 PM IST

भोपाल। प्रदेश के बुनकरों की इनकम बढ़ाने और सरकार के कार्यों की समीक्षा करने के लिए कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग की समीक्षा बैठक आयोजित की गई. बैठक में ऊर्जा मंत्री हर्ष यादव और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह मौजूद रहे.

समीक्षा बैठक आयोजित
बैठक में बुनकरों की आय बढ़ाने के लिए खादी वस्त्र उत्पादन में सौर ऊर्जा के उपयोग को ज्यादा से ज्यादा प्रोत्साहित करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए. समीक्षा बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी अधिकारियों को बताया कि गांधी दर्शन के अनुरूप बुनकरों को सौर ऊर्जा से विकेन्द्रीकृत रूप से लूम संचालित किए जाने की जरूरत है. इससे बुनकरों की आय बढे़गी और ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार की संभावनाएं बढ़ेंगी.

चर्चा के दौरान सौर ऊर्जा के उपयोग से उत्पादित खादी वस्त्रों को बाजार में उपलब्ध करवाने के लिए भंडार क्रय और सेवा उपार्जन नियम-2015 में प्रावधान किए जाने पर सहमति व्यक्त की गई. मंत्री हर्ष यादव ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि बुनकरों को सौर ऊर्जा के उपयोग से वस्त्र उत्पादन का प्रशिक्षण देने के लिए क्लस्टर का उपयोग किया जाना चाहिए.

मंत्री हर्ष यादव ने कहा कि प्रदेश में सोलर चरखा और सोलर लूम के उपयोग के लिए बुनकरों को प्रोत्साहित किया जाएगा. आयोग के दिशा-निर्देश के अनुसार सोलर चरखे के एक क्लस्टर के लिए 8 से 10 किमी की परिधि में करीब 300 कत्तिन और बुनकर कम से कम 400 सोलर चरखे और 100 सोलर लूम का उपयोग करेंगे. सिलाई कार्य के लिए भी कामगारों को रोजगार के अवसर मिलेंगे.

भोपाल। प्रदेश के बुनकरों की इनकम बढ़ाने और सरकार के कार्यों की समीक्षा करने के लिए कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग की समीक्षा बैठक आयोजित की गई. बैठक में ऊर्जा मंत्री हर्ष यादव और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह मौजूद रहे.

समीक्षा बैठक आयोजित
बैठक में बुनकरों की आय बढ़ाने के लिए खादी वस्त्र उत्पादन में सौर ऊर्जा के उपयोग को ज्यादा से ज्यादा प्रोत्साहित करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए. समीक्षा बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी अधिकारियों को बताया कि गांधी दर्शन के अनुरूप बुनकरों को सौर ऊर्जा से विकेन्द्रीकृत रूप से लूम संचालित किए जाने की जरूरत है. इससे बुनकरों की आय बढे़गी और ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार की संभावनाएं बढ़ेंगी.

चर्चा के दौरान सौर ऊर्जा के उपयोग से उत्पादित खादी वस्त्रों को बाजार में उपलब्ध करवाने के लिए भंडार क्रय और सेवा उपार्जन नियम-2015 में प्रावधान किए जाने पर सहमति व्यक्त की गई. मंत्री हर्ष यादव ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि बुनकरों को सौर ऊर्जा के उपयोग से वस्त्र उत्पादन का प्रशिक्षण देने के लिए क्लस्टर का उपयोग किया जाना चाहिए.

मंत्री हर्ष यादव ने कहा कि प्रदेश में सोलर चरखा और सोलर लूम के उपयोग के लिए बुनकरों को प्रोत्साहित किया जाएगा. आयोग के दिशा-निर्देश के अनुसार सोलर चरखे के एक क्लस्टर के लिए 8 से 10 किमी की परिधि में करीब 300 कत्तिन और बुनकर कम से कम 400 सोलर चरखे और 100 सोलर लूम का उपयोग करेंगे. सिलाई कार्य के लिए भी कामगारों को रोजगार के अवसर मिलेंगे.

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सौर ऊर्जा से बुनकरों की आय बढ़ाने खादी वस्त्र उत्पादन को मिलेगा प्रोत्साहन , मंत्री हर्ष यादव एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने की अधिकारियों से चर्चा

भोपाल | प्रदेश के बुनकरों की आए बढ़ाने और सरकार के द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा करने हेतु मंत्रालय में कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग की समीक्षा बैठक आयोजित की गई . इस बैठक में प्रमुख रूप से प्रदेश के कुटीर एवं ग्रामोद्योग तथा नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री हर्ष यादव एवं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी उपस्थित रहे .

इस दौरान बैठक में बुनकरों की आय बढ़ाने के लिए खादी वस्त्र उत्पादन में सौर ऊर्जा के उपयोग ज्यादा से ज्यादा प्रोत्साहित करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया गया है .



Body:इस समीक्षा बैठक के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी अधिकारियों को बताया है कि राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के 150वीं जयंती वर्ष में गाँधी दर्शन के अनुरूप बुनकरों द्वारा सौर ऊर्जा से विकेन्द्रीकृत रूप से लूम संचालित किये जाने की आवश्यकता है. इससे बुनकरों की आय में वृद्धि होगी और ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार की संभावनाएँ बढ़ेंगी. चर्चा के दौरान सौर ऊर्जा के उपयोग से उत्पादित खादी वस्त्रों को बाजार उपलब्ध करवाने के लिये भण्डार क्रय एवं सेवा उपार्जन नियम-2015 में प्रावधान किये जाने पर सहमति व्यक्त की गयी.

मंत्री हर्ष यादव ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि बुनकरों को सौर ऊर्जा के उपयोग से वस्त्र उत्पादन का प्रशिक्षण देने के लिये क्लस्टर का उपयोग किया जाना चाहिए.उन्होंने कहा कि प्रदेश में किसी एक स्थान पर पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में इसकी शुरूआत की जाये.

Conclusion:इस बैठक के दौरान अधिकारियों के द्वारा बताया गया कि प्रदेश में सोलर चरखा और सोलर लूम के उपयोग के लिये कत्तिन और बुनकरों को प्रोत्साहित किया जायेगा. उल्लेखनीय है कि खादी ग्रामोद्योग आयोग ने वस्त्र उत्पादन में सौर ऊर्जा का उपयोग करना शुरू कर दिया है. आयोग के दिशा-निर्देश के अनुसार सोलर चरखे के एक क्लस्टर के लिये 8 से 10 कि.मी. की परिधि में करीब 300 कत्तिन और बुनकर कम से कम 400 सोलर चरखे और 100 सोलर लूम का उपयोग करेंगे. सिलाई कार्य के लिये भी कामगारों को रोजगार के अवसर मिलेंगे.


बैठक में प्रमुख सचिव कुटीर एवं ग्रामोद्योग अनिरूद्ध मुखर्जी, प्रमुख सचिव वित्त मनोज गोविल, प्रबंध संचालक राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड मनोज खत्री भी उपस्थित थे .
Last Updated : Jan 29, 2020, 1:47 PM IST
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