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Saluting Bravehearts MP तरूण नायक ने आधा घंटे में किया था 28 लाख के इनामी नक्सलियों का एनकाउंटर, 15 अगस्त को मिलेगा वीरता पुरस्कार - 28 लाख के इनामी नक्सलियों का एनकाउंटर

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह आजादी की 75 वीं वर्षगांठ पर लाल परेड ग्राउंड पर होने वाले राज्य स्तरीय कार्यक्रम में अपने साहस, शौर्य और सराहनीय सेवाओं के लिए पुलिस के कई अधिकारी कर्मचारियों को सम्मानित करेंगे. सम्मान पाने वाले पुलिस अधिकारियों में सागर जिले में पुलिस अधीक्षक तरूण नायक हैं, जिन्हें वीरता पुरस्कार से 15 अगस्त को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा नवाजा जाएगा. उनको यह पुरस्कार बालाघाट में 28 लाख के इनामी नक्सलियों को ढेर किए जाने के लिए दिया जा रहा है. तरूण नायक के अलावा सब इंस्पेक्टर हिम्मत सिंह और हवलदार बेसाखू लाल को भी वीरता पुरस्कार से नवाजा जाएगा. Dil Se Desi, Indian Independence Day, Changemakers, Saluting Bravehearts, Tarun Nayak gallantry award, MP Encounters of Naxalites

Tarun Nayak gallantry award
तरूण नायक को वीरता पुरस्कार
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Published : Aug 12, 2022, 3:56 PM IST

भोपाल। सागर में एसपी तरूण नायक बताते हैं कि यह घटना उस वक्त की है, जब वे हॉक फोर्स में बतौर कमांडेंट बालाघाट में पदस्थे थे. साल था 2019 का. बालाघाट में नक्सली गतिविधियां लगातार बनी हुई थीं. क्षेत्र में नक्सली मूवमेंट को खत्म करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे थे. खबर मिल रही थी कि क्षेत्र में कई बड़े नक्सली भी मूवमेंट कर रहे हैं. इसको लेकर लगातार मुखबिर तंत्र को सक्रिय कर सूचनाएं मंगाई जा रही थीं. 9 और 10 जुलाई की रात मुखबिरों से सूचना मिली कि बालाघाट के लांजी थाना क्षेत्र के देवरबेली इलाके के पुजारी टोला स्थित एक घर में नक्सली छुपे हुए हैं. इसकी सीनियर पुलिस अधिकारियों को सूचना दी गई और हॉक फोर्स और स्थानीय पुलिस द्वारा ज्वाइंट ऑपरेशन शुरू किया गया.

Tarun Nayak gallantry award
तरूण नायक को वीरता पुरस्कार

गांव के लोगों को बचाना थी पहली चुनौती :एसपी तरूण नायक बताते हैं कि ऑपरेशन शुरू करने के पहले हमारी कोशिश थी कि फायरिंग में गांव के किसी व्यक्ति को नुकसान न पहुंचे. इसके लिए पूरे गांव की घेराबंदी की गई. इसके बाद हॉक फोर्स गांव के अंदर दाखिल हुई और उस घर को घेर लिया, जिसमें नक्सली छुपे हुए थे. पता चला कि घर के अंदर करीबन 10 नक्सली छुपे हुए हैं. सबसे पहले उन्हें सरेंडर करने की चेतावनी दी गई, लेकिन नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी. इसके बाद जवाबी फायरिंग शुरू की गई.

Tarun Nayak gallantry award
तरूण नायक को वीरता पुरस्कार

नक्सलियों से कई हथियार मिले थे : फायरिंग रुकने पर सर्चिंग ऑपरेशन शुरू किया गया. घर के अंदर दो नक्सलियों की डेड बॉडी मिलीं, जिसमें एक महिला थी. हालांकि बाकी नक्सली अंधेरा का फायदा उठाकर मौके से फरार होने में सफल रहे. मारे गए नक्सलियों की जब पहचान की गई तो इसमें से एक टांडा एरिया कमेटी का एसीएम अशोक उर्फ मंगेश और महिला टांडा एरिया कमेटी की सदस्य निकली. इन पर मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में 14-14 लाख का इनाम रखा हुआ था. तलाशी के दौरान नक्सलियों के पास कई हथियार मिले.

Tarun Nayak gallantry award
तरूण नायक को वीरता पुरस्कार

एनडीआरएफ के DG, पुलवामा हमले में शहीद हुए CRPF के ASI को वीरता पदक

पत्नी आईएएस अधिकारी हैं : मूलतः सतना के रहने वाले तरूण नायक 2009 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. वे आईआईटी हैदराबाद से पासआअट हैं, लेकिन पहली ही नौकरी में उन्हें समझ आ गया कि वे किसी बड़ी कंपनी में ऑफिस के अंदर बैठकर काम करने के लिए नहीं हैं. इसके बाद उन्होंने यूपीएससी को क्लीयर किया. उनकी एसपी के तौर पर पहली पोस्टिंग अशोक नगर हुई. इसके बाद वे सतना, भिंड में एसपी, हॉक फोर्स, 7 वीं बटालियन में कमांडेंट रह चुके हैं. तरूण नायक एसएएफ में भी रहे हैं. 2013 में तरूण नायक ने आईएएस अधिकारी प्रीति मैथिल विवाह किया. प्रीति मैथिल भी पूर्व में सागर कलेक्टर रह चुकी हैं, जिन्होंने अपने शानदार काम से लोगों के दिलों में खास जगह बनाई.

भोपाल। सागर में एसपी तरूण नायक बताते हैं कि यह घटना उस वक्त की है, जब वे हॉक फोर्स में बतौर कमांडेंट बालाघाट में पदस्थे थे. साल था 2019 का. बालाघाट में नक्सली गतिविधियां लगातार बनी हुई थीं. क्षेत्र में नक्सली मूवमेंट को खत्म करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे थे. खबर मिल रही थी कि क्षेत्र में कई बड़े नक्सली भी मूवमेंट कर रहे हैं. इसको लेकर लगातार मुखबिर तंत्र को सक्रिय कर सूचनाएं मंगाई जा रही थीं. 9 और 10 जुलाई की रात मुखबिरों से सूचना मिली कि बालाघाट के लांजी थाना क्षेत्र के देवरबेली इलाके के पुजारी टोला स्थित एक घर में नक्सली छुपे हुए हैं. इसकी सीनियर पुलिस अधिकारियों को सूचना दी गई और हॉक फोर्स और स्थानीय पुलिस द्वारा ज्वाइंट ऑपरेशन शुरू किया गया.

Tarun Nayak gallantry award
तरूण नायक को वीरता पुरस्कार

गांव के लोगों को बचाना थी पहली चुनौती :एसपी तरूण नायक बताते हैं कि ऑपरेशन शुरू करने के पहले हमारी कोशिश थी कि फायरिंग में गांव के किसी व्यक्ति को नुकसान न पहुंचे. इसके लिए पूरे गांव की घेराबंदी की गई. इसके बाद हॉक फोर्स गांव के अंदर दाखिल हुई और उस घर को घेर लिया, जिसमें नक्सली छुपे हुए थे. पता चला कि घर के अंदर करीबन 10 नक्सली छुपे हुए हैं. सबसे पहले उन्हें सरेंडर करने की चेतावनी दी गई, लेकिन नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी. इसके बाद जवाबी फायरिंग शुरू की गई.

Tarun Nayak gallantry award
तरूण नायक को वीरता पुरस्कार

नक्सलियों से कई हथियार मिले थे : फायरिंग रुकने पर सर्चिंग ऑपरेशन शुरू किया गया. घर के अंदर दो नक्सलियों की डेड बॉडी मिलीं, जिसमें एक महिला थी. हालांकि बाकी नक्सली अंधेरा का फायदा उठाकर मौके से फरार होने में सफल रहे. मारे गए नक्सलियों की जब पहचान की गई तो इसमें से एक टांडा एरिया कमेटी का एसीएम अशोक उर्फ मंगेश और महिला टांडा एरिया कमेटी की सदस्य निकली. इन पर मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में 14-14 लाख का इनाम रखा हुआ था. तलाशी के दौरान नक्सलियों के पास कई हथियार मिले.

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पत्नी आईएएस अधिकारी हैं : मूलतः सतना के रहने वाले तरूण नायक 2009 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. वे आईआईटी हैदराबाद से पासआअट हैं, लेकिन पहली ही नौकरी में उन्हें समझ आ गया कि वे किसी बड़ी कंपनी में ऑफिस के अंदर बैठकर काम करने के लिए नहीं हैं. इसके बाद उन्होंने यूपीएससी को क्लीयर किया. उनकी एसपी के तौर पर पहली पोस्टिंग अशोक नगर हुई. इसके बाद वे सतना, भिंड में एसपी, हॉक फोर्स, 7 वीं बटालियन में कमांडेंट रह चुके हैं. तरूण नायक एसएएफ में भी रहे हैं. 2013 में तरूण नायक ने आईएएस अधिकारी प्रीति मैथिल विवाह किया. प्रीति मैथिल भी पूर्व में सागर कलेक्टर रह चुकी हैं, जिन्होंने अपने शानदार काम से लोगों के दिलों में खास जगह बनाई.

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