भोपाल। राजधानी भोपाल के सबसे बड़े शासकीय अस्पताल हमीदिया में चार दिनों तक कोरोना की सैम्पल टेस्टिंग नहीं हो सकेगी. गांधी मेडिकल कॉलेज के स्टेट वायरोलॉजी लैब की मशीनों के मेंटेनेंस के चलते प्रबंधन ने ये निर्णय लिया है. दिल्ली से आई एक्सपर्ट्स की टीम इन मशीनों की ओवरहालिंग करेगी. जिसमें चार दिनों का समय लगेगा, तब तक अस्पताल में आए कोरोना सैंपल को आरटीपीसीआर टेस्ट के लिए दूसरी सरकारी लैब में भेजा जाएगा. हालांकि अस्पताल में रैपिड एंटीजन टेस्ट जारी रहेगा.
इस बारे में जानकारी देते हुए हमीदिया कॉलेज के अधीक्षक डॉ आईडी चौरसिया का कहना है कि लैब ओवरलोड है और कोरोना वायरस की शुरुआत से ही लगातार काम कर रही है. जिसके कारण उसके फिल्टर चोक हो गए हैं. मशीनों के परीक्षण के लिए दिल्ली से जो टीम आई है, उन्होंने ये सलाह दी है कि इनका मेंटेनेंस बहुत जरूरी है. लैब बहुत बड़ी है, जिसे क्लीन होने और दोबारा से शुरू होने में करीब 3 से 4 दिन का समय लगेगा. हालांकि यदि आरटीपीसीर टेस्ट के सैंपल लिए जाते हैं, तो उनकी जांच के लिए उसे शहर के अन्य लैब में भेजने की व्यवस्था की जा रही है.
हमीदिया अस्पताल की फीवर क्लीनिक में प्रतिदिन करीब 300 से लेकर 900 तक सैंपल लिए जाते हैं. मशीनों के मेंटेनेंस के चलते तीन से चार दिनों में सैंपल की संख्या पर असर पड़ सकता है. कोरोना संक्रमण की जांच भी धीमी पड़ सकती है और मरीजों को भी अव्यवस्था हो सकती है. हालांकि चार दिनों में फिर से इस लैब की सेवाएं बहाल हो जाएंगी.