भोपाल। संघ का सहयोगी संगठन भारतीय किसान संघ (Bhartiya Kisan Sangh) अब बीजेपी सरकार (BJP Government) के खिलाफ खड़ा हो चला है. किसानों की फसलों का उचित मूल्य नहीं मिलने के कारण भारतीय किसान संघ (Bhartiya Kisan Sangh) सरकार से नाराज है. भारतीय किसान संघ अब सरकार के खिलाफ 8 सितंबर को देश के सभी जिलों में प्रदर्शन करने जा रहा है. जो सरकार के लिए एक चेतावनी की तरह है. एक तरफ दिल्ली बॉर्डर किसान आंदोलन जारी है वही सब संघ से जुड़ा भारतीय किसान संघ जिलों से ही प्रदर्शन करने जा रहा है.
8 सितंबर को होगा जिलास्तरीय प्रदर्शन
भारतीय किसान संघ (Bhartiya Kisan Sangh) मध्य प्रदेश के सभी जिलों में 8 सितंबर को जिला लेवल पर बड़ा प्रदर्शन करने जा रही है जिसमें सभी के साथ मिलकर सरकार के खिलाफ धरना देंगे. समर्थन मूल्य में वृद्धि और किसानों की आय दोगुनी करने जैसी मांगों को लेकर भारतीय किसान संघ यह प्रदर्शन करने जा रहा है.
भारतीय किसान संघ (Bhartiya Kisan Sangh) के अध्यक्ष कैलाश सिंह ने बताया कि " संगठन की बैठक में तय हुआ है कि इस समय दिया जा रहा समर्थन मूल्य भी किसानों की जरूरतों की पूर्ति नहीं कर पा रहा है. किसान को अपनी उपज का लागत के आधार पर लाभकारी मूल्य चाहिए. सरकार सिर्फ समर्थन मूल्य घोषित करके बच नहीं सकती है. सरकार जिन 23 फसलों पर समर्थन मूल्य घोषित करती है, उसमें से 7-8 फसलें तो ऐसी है जो देश के कुछ ही राज्यों में बिकती है."
कैलाश सिंह ने कहा कि "देश का 6 से 8 फीसदी किसान ऐसा है जो समर्थन मूल्य पर अपनी फसल बेच पाता है. किसान अपने सामान्य माल को बेचने के लिए मंडियों में और सरकारी गोदामों में चक्कर लगाता रहता है. किसानों की लागत बढ़ रही है लेकिन फसलों का दाम नहीं बढ़ रहा है, जिसके कारण देश का किसान आत्महत्या कर रहा है."