भोपाल। ग्वालियर में हुई आरएसएस की बैठक के बाद संघ ने बीजेपी हाईकमान से साफ तौर पर कह दिया है कि प्रदेश की कमजोर सीटों पर वही उम्मीदवार उतारे जाएं जो जीत सकें. माना जा रहा है, कि उम्मीदवारों के चयन में संघ का भी दखल रहेगा.
आरएसएस के एक सर्वे के मुताबिक प्रदेश की 26 लोकसभा सीटों में से 16 लोकसभा सीट कमजोर बताई गई है. इसके बाद से ही बीजेपी को संघ की शरण में जाना पड़ा है, ग्वालियर में भी इन कमजोर सीटों पर मंथन किया गया है. संघ ने बीजेपी को स्पष्ट दिशा निर्देश दिए हैं कि किसी भी कीमत पर हर सीट पर केवल लोकप्रिय उम्मीदवार उतारे जाएं जो जीत दर्ज कर सके. जिसके बाद बीजेपी की केंद्रीय समिति ने प्रत्याशियों के लिए उम्र का बंधन भी हटा दिया है.
RSS की सर्वे रिपोर्ट में खराब परफॉर्मेंस वाले सांसदों का टिकट काटे जाने का जिक्र भी किया गया है. इन सांसदों के खिलाफ जनता में गुस्सा है और ऐसे सांसदों को टिकट देने से मुश्किलें बढ़ सकती है.वहीं कांग्रेस इस बार लोकसभा चुनाव में एक तरफा जीत हासिल करने की बात कह रही है.यह पहला मौका नहीं है जब संघ जनप्रतिनिधियों के टिकट काटने की सिफारिश कर रहा है. 16 कमजोर सीटों पर संघ की पसंद के ही उम्मीदवार उतारे जाने की बात भी कही जा रही है.