भोपाल। सीएम कमलनाथ की सरकार इन दिनों अपनी ही पार्टी के नेताओं से परेशान है. दरअसल पिछले दिनों पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जहां किसान कर्ज माफी पर सवाल खड़े कर दिए, तो वही दिग्विजय सिंह ने सड़कों पर बैठने वाली गायों की फोटो शेयर कर सीएम कमलनाथ से उन्हें अभ्यारण भेजने की सलाह दे डाली. इन नेताओं के बयान से जनमानस में यह संदेश जा रहा है कि कांग्रेस में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है.
सीएम कमलनाथ सरकार के मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने सिंधिया और दिग्विजय सिंह को नसीहत दी है कि, कुछ भी बयान देने से पहले बंद कमरे में बैठकर अपने मुखिया से चर्चा कर लेनी चाहिए, तो इस तरह की विसंगति नहीं होंगी. वहीं उन्होंने कहा कि राजनीति में लाइमलाइट में बने रहने के लिए इस तरह की बयानबाजी होती रहती है, क्योंकि अगर कोई बयान नहीं दे तो लगता है कि लोग भूल गए हैं.
कमलनाथ सरकार के पीडब्ल्यूडी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि जहां तक सिंधिया जी का सवाल है, तो कई चीजें उन्हें पता नहीं चल पाई हैं. हमारे नेता राहुल गांधी ने कहा था कि हर किसान का कर्जा माफ होगा. हमने 20 लाख किसानों का कर्जा माफ कर दिया है, जिसकी सूची उन तक पहुंच गई है, उसके बाद साढ़े 12 लाख किसानों की सूची तैयार की गई है, जिनका भी कर्जा माफ हो जाएगा. बचे हुए सात- आठ लाख किसानों की सूची तीसरी सूची होगी.
सज्जन सिंह ने कहा कि सिंधिया जी लंबे समय से बाहर हैं, तो उन्हें सूचियों की जानकारी नहीं मिली होगी. एक साथ बैठकर मुखिया से चर्चा करने पर विचारों के आदान- प्रदान में विसंगतियां पैदा नहीं होगी. वहीं दिग्विजय के बारे में कहा कि जिस दिन कमलनाथ ने सीएम पद की शपथ ली थी, उसी दिन उन्होंने किसानों का कर्जा माफी कर दिया था, वृद्धा पेंशन बढ़ाए जाने और हर पंचायत में गौशाला खुलवाए जाने वाले फैसले की फाइल पर दस्तखत किए थे.