भोपाल। रातीबड़ थाने के एएसआई सौरभ पांडे ने बताया कि प्रीति तिवारी पिता सीताशरण तिवारी रातीबड़ थाना क्षेत्र में रहती थी. स्नातक तक की पढ़ाई करने के बाद वह घर में रही रह रही थी. उसके पिता सीताशरण भोपाल पुलिस से रिटायर्ड एसआई हैं. उन्होंने पुलिस को बताया कि करीब 6 साल से प्रीति का मानसिक संतुलन बिगड़ा हुआ था. मानसिक संतुलन खराब होने के चलते कुछ समय पहले हाथ की नस काट ली थी.
मनोचिकित्सक के पास इलाज चल रहा था : युवती के पिता ने बताया कि उसका एक परिजन मनोचिकित्सक के पास इलाज भी करा रहे थे. डॉक्टर की दवाइयां खाने के कारण वह अक्सर सोती ही रहती थी. जब नींद खुलती थी तो वह अजीब तरह की बातें करने लगती थी. कुछ समय पहले उसने हाथ की नस काट ली थी. सही समय पर इलाज मिलने के कारण उसकी जान बच गई. सीताशरण ने पुलिस को बताया कि गुरुवार शाम प्रीति ने घर में रखा सेनेटाइजर पी लिया था. तबीयत बिगड़ने पर परिजन उसे जय प्रकाश अस्पताल लेकर पहुंचे, वहां से हमीदिया रेफर कर दिया गया. हमीदिया पहुंचने पर कुछ ही देर बाद प्रीति की मौत हो गई.