भोपाल। स्मार्ट सिटी के तहत किए जा रहे कार्य के अंतर्गत आने वाले शासकीय मकानों को लगातार तोड़ने का काम किया जा रहा है, लेकिन तुलसी नगर के शासकीय आवास में रह रहे परिवार वैकल्पिक व्यवस्था ना होने की वजह से नाराज हैं. इन रहवासियों की नाराजगी इस बात को लेकर भी है कि, आए दिन स्मार्ट सिटी के अधिकारी मकान खाली करने का दबाव बना रहे हैं.
वैकल्पिक व्यवस्था के दिए निर्देश
स्थानीय लोगों का कहना है कि अधिकारियों के द्वारा लगातार धमकियां भी दी जा रही हैं. लगातार दबाव बनाने की वजह से महिलाएं अब आक्रोशित हो गई हैं और उन्होंने सड़क पर उतर कर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है. मामले को बढ़ता देख स्थानीय विधायक और प्रदेश के मंत्री पीसी शर्मा ने मौके पर पहुंचकर मामले को संभाला और अधिकारियों को वैकल्पिक व्यवस्था करने के निर्देश दिए.
मकान पर बुलडोजर चलाने की दी जाती है धमकी
तुलसी नगर क्षेत्र के सरकारी आवासों में निवास करने वाली महिलाओं का कहना है कि, स्मार्ट सिटी के क्षेत्र में हमारा भी मकान आ रहा है. पहले संपदा विभाग के अधिकारी आए दिन आकर परेशान करते थे, लेकिन अब उन्होंने आना बंद कर दिया है, लेकिन अब स्मार्ट सिटी के अधिकारी आए दिन दोपहर के समय आते हैं और धमकियां देते हैं. मकान पर बुलडोजर चलाने की धमकी भी दी जा रही है.
महिलाओं की दलील
महिलाओं का कहना है कि जो मकान वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर दिए जा रहे हैं, वह ठीक नहीं हैं, क्योंकि दो परिवारों को एक ही शौचालय इस्तेमाल करने के लिए दिया जा रहा है. साथ ही परिवार के रहने की व्यवस्था भी ठीक नहीं है. इसलिए हम तब तक मकान खाली नहीं करेंगे, जब तक कि हमें सही वैकल्पिक व्यवस्था करते हुए मकान नहीं दिए जाते हैं.
रहवासियों को फिक्र करने की जरूरत नहीं
चक्की चौराहा क्षेत्र वार्ड नंबर- 31 के रहवासियों ने मंत्री पीसी शर्मा को बताया कि स्मार्ट सिटी क्षेत्र में उनके सरकारी आवास हैं. उनको उपयुक्त आवास दिये बिना आवास खाली करने को कहा जा रहा है, जिस पर मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि रहवासियों को फिक्र करने की जरूरत नहीं है. उन्हें उपयुक्त आवास देने पर ही मकान खाली कराए जाएंगे.
मंत्री पीसी शर्मा ने दिया आश्वासन
मंत्री पीसी शर्मा का कहना है कि स्मार्ट सिटी के दायरे में तुलसी नगर के कई शासकीय मकान आ रहे हैं, जिन्हें तोड़ा जाना है, लेकिन रहवासियों का कहना है कि उन्हें जो मकान दिए जा रहे हैं, वह ठीक नहीं है, इसलिए अधिकारियों को निर्देशित किया है कि, जब तक समुचित सही व्यवस्था नहीं हो जाती है, तब तक इन मकानों को ना तोड़ा जाए.