भोपाल। भोपाल नगर निगम की वार्ड आरक्षण प्रक्रिया के बाद यह साफ हो गया है कि, शहर के 85 वार्ड में से कौन सा वार्ड पिछड़ा, सामान्य, महिला और एसटी एससी रहेगा. आरक्षण प्रक्रिया के बाद कई दिग्गज बीजेपी और कांग्रेस नेताओं को अपना वार्ड बदलना पड़ेगा. पिछली बार के 21 ओबीसी वार्डों को सामान्य और पिछली बार के सामान्य 50 वार्डों में से 21 वार्डों को ओबीसी कर दिया गया है. वहीं 85 वार्डों में से 42 वार्ड महिलाओं के लिए आरक्षित किए गई हैं.
नगर निगम चुनाव के पहले कई नेताओं के चुनावी गणित गड़बड़ा गए हैं. वार्ड आरक्षण के बाद कांग्रेस पार्षद रहे गुड्डू चौहान, अमित शर्मा, पूर्व नेता प्रतिपक्ष मोहम्मद सगीर को अब चुनाव लड़ने के लिए नया वार्ड ढूंढना होगा. ऐसी ही स्थिति नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह चौहान, एमआईसी मेंबर केवल मिश्रा, कृष्ण मोहन सोनी के सामने भी पैदा हो गई है. इन सभी के वार्डों को महिला घोषित कर दिया गया है.
अनारक्षित वार्ड
1,4,5,6,12,13,15,22,24,29,34,39,40,41,42,44,54,55,58,62,66,69,70,73,78 इन सामान्य वार्ड से कोई भी चुनाव लड़ सकता है.
अनारक्षित महिला वार्ड
79, 7, 3, 43, 21, 71, 74, 56, 38, 17, 2, 52, 35,85,75,51,20,64,33,14,32,84,46,68 यह वार्ड महिलाओं के लिए आरक्षित किए गए हैं.
ओबीसी के लिए वार्ड
77, 83, 8, 23,16,67,45,25,57,82,31,18,61,37,9,36,30,27,80,65,72 यह वार्ड ओबीसी के लिए आरक्षित हैं.
ओबीसी महिला
8, 23, 27, 32, 33, 45,61, 65,67, 80,82 ये वार्ड ओबीसी महिला के लिए आरक्षित हैं.
एसटी 2, एससी 11 सीटें आरक्षित
एसटी वर्ग के लिए 2 सीट आरक्षित की गई हैं, वार्ड 26 और 60, जिनमें से वार्ड न. 26 को महिला और 60 को पुरुष के लिए आरक्षित किया गया है. एससी वर्ग के लिए 11 वार्ड आरक्षित किए गए हैं. जिसमें 10,11 47,50, 69, 81 महिलाओं के लिए आरक्षित किए गए हैं.
दिग्गजों को बदलनी पड़ेगी सीट
आरक्षण प्रक्रिया के बाद कांग्रेस और बीजेपी के कई दिग्गजों को अब अपनी सीट बदलनी पड़ेगी, कांग्रेस पार्षद रहे गुड्डू चौहान का वार्ड 46 अब सामान्य महिला हो गया है, तो वही नेता प्रतिपक्ष मोहम्मद सगीर का वार्ड 43 अब महिला हो गया है, तो वही अमित शर्मा का वार्ड 31 भी महिला आरक्षित हो गया है. बीजेपी दिग्गजों की बात की जाए तो, नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह चौहान का वार्ड 51 अब सामान्य हो गया है, एमआईसी मेंबर केवल मिश्रा का वार्ड- 52 अब महिला, तो वही एमआईसी सदस्य कृष्ण मोहन सोनी का वार्ड- 2 भी महिला के लिए आरक्षित हो गया.
फरवरी 2020 मे खत्म हो गया है कार्यकाल
भोपाल नगर निगम का कार्यकाल फरवरी में खत्म हो गया था और उसके बाद से ही प्रशासक नियुक्त किया गया था. कांग्रेस की सरकार चुनाव को टाल रही थी, वही बीजेपी के सरकार आने के बाद कोरोना के कारण लगातार वार्ड आरक्षण की प्रक्रिया भी टलती जा रही थी. वार्ड आरक्षण की प्रक्रिया के बाद उम्मीद लगाई जा रही है कि, नए साल के आसपास नगर निगम के चुनाव हो सकते हैं.